पंजाब के बटाला में अकाली नेता की गोली मार कर हत्या, वारदात के पीछे राजनीतिक मकसद होने से पुलिस ने किया इनकार
By भाषा | Published: May 25, 2020 06:35 PM2020-05-25T18:35:25+5:302020-05-25T18:35:25+5:30
रविवार शाम कुलियां गांव में मंजोत (24) और उनके दो दोस्तों ने जोगिंदर सिंह नाम के एक व्यक्ति को रेत से एक तालाब भरने से रोकने की कोशिश की। स्थानीय अकाली नेता रवि करण सिंह कहलों ने आरोप लगाया कि गुरदीप कांग्रेस का कार्यकर्ता है। गुरदीप पेशे से वकील है।
बटाला: पंजाब के बटाला में कहा-सुनी होने पर एक स्थानीय अकाली नेता की गोली मार कर कथित तौर पर हत्या कर दी गई। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। यह घटना रविवार शाम चक कुलियां गांव में हुई, जब मंजोत (24) और उनके दो दोस्तों ने जोगिंदर सिंह नाम के एक व्यक्ति को रेत से एक तालाब भरने से रोकने की कोशिश की।
इस मुद्दे को लेकर मंजोत और जोगिंदर के बीच कहा-सुनी हो गई। इस बीच, जोगिंदर का बेटा गुरदीप सिंह अपने घर से एक पिस्तौल लेकर आया और उसने मंजोत एवं उसके दोस्तों पर कथित तौर पर गोली चला दी। मृतक के एक रिश्तेदार ने यह आरोप लगाया है। स्थानीय अकाली नेता रवि करण सिंह कहलों ने आरोप लगाया कि गुरदीप कांग्रेस का कार्यकर्ता है। गुरदीप पेशे से वकील है।
पुलिस उपाधीक्षक बलबीर सिंह ने हत्या के पीछे कोई राजनीतिक मकसद होने से इनकार किया है। पुलिस ने बताया कि मृतक के दोस्त--लवदीप सिंह (35) और अर्शदीप सिंह (18)--भी गोली लगने से घायल हुए हैं। बटाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ओपिंदरजीत सिंह घुम्मम ने बताया कि गुरदीप सिंह, जोगिंदर सिंह और तीन अन्य के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 और शस्त्र अधिनियम के तहत एक मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
वहीं बीते दिनों पंजाब के कपूरथला जिले में पुलिस ने कर्फ्य के दौरान वाहन से जा रहे 24 वर्षीय अंतराष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी और उसके दोस्त को खुद पर हमला होने की आशंका में गोली मार दी जिससे कबड्डी खिलाड़ी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि उसका दोस्त गंभीर रूप से घायल है। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पुलिस के मुताबिक घटना बृहस्पतिवार रात लखन के पड्डा गांव की है।
उन्होंने बताया कि सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) परमजीत सिंह ने अरविंदरजीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी जबकि प्रदीप सिंह गंभीर रूप से घायल है। उन्होंने बताया कि एएसआई कार से अपने दोस्त मंगू को गांव छोड़ने जा रहा था तभी रात करीब दस बजे कर्फ्यू लगे इलाके में उसे अपनी ओर एक वाहन आता दिखाई दिया।