'पगली घंटी' बजी जेल में, कैदी की मौत के बाद जेल में मचा जमकर हंगामा, कैदियों ने की बंदी रक्षकों के साथ मारपीट
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: February 25, 2022 14:31 IST2022-02-25T14:18:04+5:302022-02-25T14:31:02+5:30
वाराणसी के चौकाघाट स्थित जिला जेल में बंद कैदी राजेश यादव की मौत हो गई। इसके बाद जेल में बंद अन्य आरोपियों ने जेल प्रशासन पर आरोप लगाया कि अगर समय पर राजेश को चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई गई होती तो उसकी जान बच जाती।

'पगली घंटी' बजी जेल में, कैदी की मौत के बाद जेल में मचा जमकर हंगामा, कैदियों ने की बंदी रक्षकों के साथ मारपीट
वाराणसी:जेल में बंद एक कैदी की मौत के बाद उसके साथियों ने जमकर हंगामा किया और बंदी रक्षकों की जमकर पिटाई कर दी। जानकारी के मुताबिक वाराणसी के चौकाघाट स्थित जिला जेल में शुक्रवार को बंदी राजेश यादव की मौत हो गई।
मृत कैदी राजेश यादव के साथ जेल में बंद अन्य आरोपियों ने जेल प्रशासन पर आरोप लगाया कि जेल अधिकारियों ने समय पर राजेश को चिकित्सा सुविधा मुहैया नहीं कराई, इस वजह से उसकी हालत खराब हो गई। आज सुबह भी जब कैदियों ने जेल अधिकारियों को राजेश की हालत गंभीर होने की सूचना दी तब भी जेल अधिकारियों ने मामले को अनदेखा किया।
जिसके कारण आज तड़के 54 साल के राजेश यादव की जेल के बैरक में ही मौत हो गई। उसके बाद अन्य कैदियों ने जमकर उपद्रव किया और बंदी रक्षकों को दौड़ा-दौड़ाकर पिटा। कुछ समय के लिए तो हालत इतने गंभीर हो गए थे की जेल कर्मियों को 'पगली घंटी' बजानी पड़ी। जिसके बाद एक्शन के मोड में आये जेल कर्मियों ने कैदियों पर हल्का बल प्रयोग करते हुए उन्हें तितर-बितर किया और जोर-जबरदस्ती करते हुए उन्हें बैरकों की ओर ढकेला।
वहीं कैदियों के आक्रामक होने की सूचना फौरन जेल प्रशासन ने जिले के आला अधिकारियों को दी। जिसके बाद वाराणसी के पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बड़ी संख्या में फोर्स भेजी। मौके पर पहुंची कई थानों की फोर्स ने मोर्चा संभाला, तब जाकर उपद्री कैदी शांत हुए। फिलहाल पुलिस के आला अधिकारियों ने कैदियों को समझाकर स्थिति को नियंत्रित में ले लिया है।
कैदियों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि राजेश यादव की मौत के लिए कथित तौर पर जिम्मेदार जेल अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इस मामले में बात करते हुए वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जिला जेल चौकाघाट में स्थिति सामान्य की जा रही है। हंगामे जिम्मेदार कैदियों के चिन्हित किया जा रहा है और उनके खिलाफ केस दर्ज कर ने की प्रक्रिया का पालन किया जा रहा है और मृत कैदी राजेश यादव के परिजनों को उसकी मौत की सूटना दे दी गई है।
राजेश यादव का शव पोर्टमार्टम के लिए सर सुंदर लाल अस्पताल बीएचयू के लिए रवाना कर दिया गया है। कैदी का पोर्टमार्टम डॉक्टरों के पैनल द्वारा वीडियो कैमरे के सामने किया जाएगा और रिपोर्ट आने के बाद मामले में आगे एक्शन लिया जाएगा।