एक्सीडेंट के चार दिन बाद भी उन्नाव रेप पीड़िता को नहीं आया होश, जानें क्या कहते हैं डॉक्टर
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 1, 2019 09:25 IST2019-08-01T09:25:26+5:302019-08-01T09:25:26+5:30
उन्नाव रेप पीड़िता की मां आरोप लगाया है कि यह हादसा नहीं बल्कि हम सबको खत्म करने की साजिश थी। पीड़िता के चाचा को अंतिम संस्कार के लिए यूपी पुलिस ने पैरोल मिला है।

एक्सीडेंट के चार दिन बाद भी उन्नाव रेप पीड़िता को नहीं आया होश, जानें क्या कहते हैं डॉक्टर
उन्नाव रेप पीड़िता की दुर्घटना के मामले में सुप्रीम कोर्ट आज (1 अगस्त) को सुनवाई है। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट मांगी है। इससे पहले चीफ जस्टिस गोगोई ने बुधवार को रजिस्ट्री से इस बात का कारण मांगा कि उनके पास पीड़िता की मां की ओर से लिखी चिट्ठी क्यों नहीं पहुंच सकी। सीजेआई रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता और न्यायमूर्ति अनिरुद्ध बोस की पीठ ने कहा कि समाचार पत्रों ने ऐसे पेश किया है कि मानो सीजेआई ने इस मामले पर कोई कार्रवाई नहीं की है। पीठ ने कहा कि इस मामले को एक अगस्त के लिए सूचीबद्ध किया जाता है। पीठ ने कहा, 'हम इस अत्यधिक विस्फोटक स्थिति के बारे में कुछ करेंगे।'
रविवार 28 जुलाई को उन्नाव रेप पीड़िता के कार का एक्सीडेंट रायबरेली में हो गया था। जिसमें पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई है। एक्सीडेंट के चार दिन बाद भी पीड़िता और उसके वकील की हालात गंभीर है। दोनों फिलहाल अब भी आईसीयू में रखे गये हैं। जरूरत पड़ने पर उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर भी रखा जा रहा है। दोनों को अभी भी होश नहीं आया है। किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रामा सेंटर प्रभारी डॉ. संदीप तिवारी ने बताया, ‘‘पीड़िता के शरीर में कई जगह हड्डियां टूटी हैं, साथ ही सीने में भी चोट है। आज पीड़िता की हालत में बहुत थोड़ा सुधार हुआ है, लेकिन अभी इसे संतोषजनक नहीं कहा जा सकता। पीड़िता ने साल 2017 में उन्नाव के बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर रेप का आरोप लगाया था। इस मामले में विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को गिरफ्तार किया गया था।
सीबीआई कर रही है मामले की जांच
केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो ( CBI)ने उन्नाव रेप पीड़िता की दुर्घटना के मामले में भारतीय जनता पार्टी ( BJP) के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और 10 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। सीबीआई ने बीते दिन विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से पूछताछ भी की है। इसके अलावा सीबीआई उन्नाव रेप पीड़िता के सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों से भी पूछताछ कर रही है।
पीड़िता की मां आरोप लगाया है कि यह हादसा नहीं बल्कि हम सबको खत्म करने की साजिश थी। पीड़िता के चाचा को अंतिम संस्कार के लिए यूपी पुलिस ने पैरोल मिला है।
क्या था पूरा उन्नाव रेप केस का मामला
जून 2017 को पीड़िता ने आरोप लगाया था कि उन्नाव से बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने उसका रेप किया था। मामले में पहले तो यूपी पुलिस ने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ एफआईआर लिखने से मना कर दिया था। लेकिन अप्रैल 2018 को पीड़िता ने विधायक के खिलाफ एफआईआर की मांग करते हुए लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास के बाहर आत्मदाह करने की कोशिश की। जिसके बाद मामले की जांच शुरू हुई। इसी बीच अप्रैल 2018 को पीड़िता के पिता की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई। जिसका आरोप भी विधायक पर लगा। मामले को बाद में सीबीआई को सौंपा गया। सीबीआई ने जुलाई 2018 में पहली चार्जशीट दाखिल की, जिसमें कुलदीप सेंगर को मुख्य आरोपी बनाया गया। जिसके बाद आरोपी विधायक को गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि बाद में आरोप विधायक को जमानत दे दी गई। इस केस में अभी अंतिम फैसला नहीं आया है।