नई दिल्ली: जहांगीरपुरी हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस ने रविवार को सभी 14 आरोपियों को रोहिणी कोर्ट के सामने पेश किया गया। रोहिणी कोर्ट ने अंसार और असलम नाम के दो आरोपियों को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। शेष 12 आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
अदालत में, दिल्ली पुलिस ने आरोप लगाया कि मुख्य आरोपी अंसार और असलम को 15 अप्रैल को शोभायात्रा के बारे में पता चला और फिर उन्होंने यह साजिश रची। दिल्ली पुलिस ने यह भी कहा, "हमें सीसीटीवी फुटेज को देखना होगा और इस मामले में शामिल अन्य लोगों की पहचान करनी होगी।"
दिल्ली पुलिस द्वारा कोर्ट ले जाते समय एक आरोपी पुष्पा अंदाज में मुस्कराते हुए नजर आया। दिल्ली में हनुमान जयंती के दिन शनिवार को दिल्ली जहांगीरपुरी में शोभा यात्रा के दौरान पत्थरबाजी की घटना सामने आई थी, जिसके बाद इलाके में दो समुदाय के बीच तनाव देखने को मिला।
फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए क्षेत्र में बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है। लगातार पुलिस के द्वारा पेट्रोलिंग की जा रही है। पुलिसबलों की तैनाती से लोगों को आश्वस्त किया जा रहा है कि सब ठीक है। दिल्ली पुलिस ने रविवार को हिंसा में शामिल 14 आरोपियों को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इनमें अंसार नाम के शख्स को हिंसा का मुख्य आरोपी बताया जा रहा है।
हालांकि डीसीपी नॉर्थ-वेस्ट उषा रंगनानी के मुताबिक जहांगीरपुरी हिंसा मामले में 20 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और कानून का उल्लंघन करने वाले 2 किशोरों को भी गिरफ्तार किया गया है। आरोपितों के कब्जे से 3 तमंचा और 5 तलवारें बरामद की गई हैं। उन्होंने कहा आगे की जांच जारी है।
दिल्ली पुलिस द्वारा कोर्ट में जिन 14 आरोपियों को पेश किया है उनमें अंसार, मोहम्मद असलम, शहजाद, मुख़्तार अली, मोहम्मद अली, आमिर, अक्सार, नूर आलम, ज़ाहिद, ज़ाकिर, अकरम, इम्तियाज़, मोहम्मद अली और जहीर नाम का शख्स शामिल है।