डॉक्टरों की लापरवाही ने ली गर्भवती महिला जान, 22 दिन के इलाज के लिए थमाया 18 लाख का बिल
By पल्लवी कुमारी | Updated: January 11, 2018 14:23 IST2018-01-11T14:00:57+5:302018-01-11T14:23:25+5:30
परिजनों का आरोप, डॉक्टरों ने कहा- पेट में बच्चा मर चुका है, रुपए नहीं जमा करोगे तो नहीं होगा ऑपरेशन

pregnant women
हॉस्पिटल में इलाज के नाम पर लंबे-चौड़े बिल बनाने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा उदारहण हरियाणा के फरीदाबाद के एशियन अस्पताल का है। इस अस्पताल में बुखार से पीड़ित श्वेता नाम की महिला को एडमिट कराया गया था, जो आठ महीने की गर्भवती थी। इलाज के दौरान श्वेता के साथ उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की भी मौत हो गई। हैरानी तो तब हुई जब हॉस्पिटल वालों ने 22 दिन के इलाज के लिए 18 लाख का बिल थमा दिया।
जानकारी के मुताबिक फरीदाबाद के गांव नचौली रहने वाले सीताराम ने अपनी 22 वर्षीय बेटी श्वेता को बुखार होने पर 13 दिसंबर को एशियन हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। तीन चार दिन के इलाज के बाद डॉक्टरों ने बताया कि बच्चा महिला के पेट में मर गया है और ऑपरेशन करना पड़ेगा। ऑपरेशन के लिए अस्पताल ने तीन लाख रुपये जमा करने के लिए कहा गया। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने पैसा जमा होने के बाद ही ऑपरेशन करने की बात कही थी।
She was 32-weeks pregnant & had fever since 8-10 days. We suspected typhoid & began treatment in ICU. Her child couldn't survive. We found she had a perforated intestine. A surgery was done but we couldn't save her: Dr Ramesh Chandna, Chairman Quality & Safety, Asian Hospital pic.twitter.com/jnZzYFYKY9
— ANI (@ANI) January 11, 2018
वहीं हॉस्पिटल के अध्यक्ष डॉक्टर रमेश चन्दन का कहना है कि महिला 32 हफ्ते की प्रग्नेंट थी और उनको बहुत तेज बुखार था। उनकी हालत को देखते हुए हमने उन्हें आईसीयू में शिफ्ट किया था। लेकिन प्रग्नेंसी की वजह से उनकी हालत बिगड़ती चली गई और हम उन्हें और उनके बच्चे को नहीं बचा सके। हालांकि इन्होंने हॉस्पिटल के 18 लाख वाले बिल के मुद्दे पर कोई बयान नहीं दिया है।
She had fever but was shifted to ICU. They said she has typhoid & later said she has a perforated intestine. They asked us to submit Rs 3 Lakh for operation & said it'll be done once entire amount is submitted. We submitted Rs 10-12 Lakh so far. They asked for Rs 18 Lakh: Uncle pic.twitter.com/LXucwNetdA
— ANI (@ANI) January 11, 2018
मृतका के चाचा का आरोप है कि डॉक्टर ने जानकर पैसा बनाने के लिए श्वेता को आईसीयू में शिफ्ट किया था। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले तो डॉक्टर ने कहा कि पीड़िता को टाइफाइड है, फिर दो दिन बाद कहा कि महिला की आंत में छेद है। श्वेता के चाचा ने बताया कि डॉक्टरों ने उन्हें ऑपरेशन के लिए तीन लाख रुपये जमा करने के लिए कहा। पीड़ित परिवार ने बताया कि तब तक वे इलाज के नाम पर 10-12 लाख रुपये जमा करा चुके थे। अस्पताल ने उन्हें 18 लाख रुपये का बिल थमाया है।
Haryana: A pregnant woman, suffering from fever, died at Faridabad's Asian Hospital. Hospital administration handed over bill of Rs 18 Lakh to her family for a 22-days treatment. Relatives demand an investigation against hospital administration. (08.01.2018) pic.twitter.com/hKY1yLgUSj
— ANI (@ANI) January 11, 2018