पिछले कुछ महीनों से टीम इंडिया से अंदर-बाहर होते रहे और 2011 वर्ल्ड कप के हीरो रहे युवराज सिंह ने कहा कि 2019 तक क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे और उसके बाद ही अपने संन्यास पर कोई फैसला लेंगे। भारत के लिए आखिरी वनडे पिछले साल जून में खेलने वाले युवराज ने कहा कि आईपीएल-2018 का उनके लिए महत्व काफी ज्यादा है क्योंकि इस टी20 टूर्नामेंट में उनका प्रदर्शन ही उनके 2019 के वर्ल्ड कप में दावेदारी के लिए अहम साबित होगा।
लॉरियस अवॉर्ड-2018 में हिस्सा लेने यूरोपीय देश मोनाको गए गए युवराज ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि आईपीएल में वह अच्छा प्रदर्शन करेंगे। बता दें कि 2011 वर्ल्ड कप तक अपने बेहतरीन फॉर्म में चल रहे युवराज का करियर तब पटरी से उतर गया जब वे कैंसर से ग्रसित हुए। इसके बाद से वह भारतीय टेस्ट टीम में अपनी जगह नहीं बना सके हैं। (और पढ़ें- Laureus स्पोर्ट अवॉर्ड्स में फेडरर का जलवा, सर्वश्रेष्ठ पुरुष खिलाड़ी समेत जीते दो अवॉर्ड्स)
36 साल के युवराज ने कहा, 'मेरे करियर के पहले 6-7 साल में जब मैं अपने सर्वश्रेष्ठ लय में था तो टेस्ट में ज्यादा मौके नहीं मिले क्योंकि तब टेस्ट टीम में कई महान खिलाड़ी थे। जब मुझे मौका मिला उस समय मैं कैंसर से ग्रसित हो गया। इसका अफसोस हमेशा होता रहेगा लेकिन ये आपके हाथ में नहीं होता। मेरी नजरें अब केवल उस पर हैं कि मैं आगे कितना क्रिकेट खेल पाता हूं।'
कोहली ने दक्षिण अफ्रीका में विराट कोहली के नेतृत्व में टीम इंडिया के प्रदर्शन की भी खूब सराहना की। युवराज ने कहा, 'मुझे लगता है कि टीम का प्रदर्शन बेहतरीन था। उन्हें टेस्ट सीरीज में हार के बाद बेहतरीन वापसी की। यह सच में शानदार था।' (और पढ़ें- चमके बेन स्टोक्स, इंग्लैंड ने थामा न्यूजीलैंड का लगातार 9 वनडे से चला आ रहा विजय रथ)
युवराज ने कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल की भी प्रशंसा की और कहा कि इन दोनों गेंदबाजों ने ही दक्षिण अफ्रीका को मुश्किल में डाला। भविष्य के क्रिकेटरों पर बात करते हुए युवराज ने कहा कि पृथ्वी शॉ, शुभमन गिल और अभिषेक शर्मा जैसे खिलाड़ियों नें अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में आने की क्षमता है।