Highlightsभारत ने 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में श्रीलंका को 6 विकेट से हराकर खिताब जीता थाफाइनल में 275 रन के लक्ष्य के जवाब में भारत के लिए गंभीर ने 97 और धोनी ने नाबाद 91 रन बनाए
महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने खुलासा किया है कि उन्होंने ही श्रीलंका के खिलाफ 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में युवराज सिंह से पहले एमएस धोनी को बैटिंग क्रम में ऊपर जाने की सलाह दी थी। भारत ने उस फाइनल में गौतम गंभीर की 97 और धोनी की 91 रन की पारियों की मदद से 28 साल बाद वर्ल्ड कप जीता था।
टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में सचिन तेंदुलकर ने कहा कि फाइनल में दोनों ओपनरों के जल्दी आउट होने के बाद 275 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को गौतम गंभीर और विराट कोहली अपनी साझेदारी से मजबूत कर रहे थे।
सचिन ने बताया, क्यों कहा था धोनी को युवराज से पहले बैटिंग को
ऐसे में सचिन ने सहवाग से कहा, 'अगर बाएं हाथ का बल्लेबाज (गौतम) आउट होता है तो एक बाएं हाथ के बल्लेबाज (युवी) को जाना चाहिए और अगर दाएं हाथ (कोहली) का बल्लेबाज आउट हो तो एक दाएं हाथ (धोनी) के बल्लेबाज को जाना चाहिए। उस समय युवराज नंबर 5 पर जाने के लिए तैयार थे लेकिन मैंने वीरू से कहा कि बाएं हाथ और दाएं हाथ का कॉम्बिनेशन बने रहना जरूरी है। श्रीलंका के पास दो ऑफ स्पिनर हैं, ऐस में मुझे लगा कि रणनीति में बदलाव काम करेगा।'
सचिन ने सहवाग को भी बताई थी अपनी योजना
सचिन ने अपने बगल में बैठे सहवाग से ये योजना धोनी को बताने को कहा। लेकिन सहवाग के मुताबिक, 'इससे पहले कि वह अपना वाक्य पूरा करते, हमने देखा कि एमएस ड्रेसिंग रूम में आ गए। तो मेरे सामने सचिन ने यही बात एमएस के सामने भी दोहराई।'
इसके बाद सचिन, धोनी, सहवाग और तब के भारतीय कोच गैरी कर्स्टन ने इस रणनीति पर चर्चा की और सहमति भी जता दी।
सचिन की बात मानकर युवराज से पहले बैटिंग को उतरे थे धोनी
सचिन ने कहा, मैंने एमएस से इस रणनीति पर विचार करने को कहा। इसके बाद वह गैरी (कर्स्टन) के पास गए जो बाहर बैठे थे। इसके बाद गैरी अंदर आए और हम चारों ने इसके बारे में बात की। गैरी भी इससे सहमत थे और एमएस ने खुद को (बैटिंग ऑर्डर) में प्रमोट किया।
गंभीर ने फाइनल में 97 रन बनाए जबकि धोनी ने 91 रन की जोरदार पारी खेलते हुए और मैच विजयी छक्का लगाकर भारत को दूसरी बार वर्ल्ड चैंपियन बना दिया।
सचिन ने इन दोनों पारियों की तारीफ करते हुए कहा, 'गौतम की पारी अनुकरणीय थी और इस चेज के लिए नींव तैयार की और जिस तरह से एमएस ने पारी को खत्म किया वह शानदार था। ये एक लाजवाब पारी थी। छक्का तो बेहद शानदार था।'