On This Day: शारजाह में आया था सचिन तेंदुलकर की बैटिंग का तूफान, ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी की धज्जियां उड़ाते हुए ठोक डाले थे 143 रन

Sachin Tendulkar 143: सचिन तेंदुलकर ने आज ही के दिन 1998 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शारजाह में कोका कोला कप के दौरान 131 गेदों में 143 रन की जोरदार पारी खेली थी

By अभिषेक पाण्डेय | Published: April 22, 2020 11:54 AM2020-04-22T11:54:56+5:302020-04-22T12:00:41+5:30

On This Day in 1998: Sachin Tendulkar played 143 runs 'Desert Storm' knock vs Australia | On This Day: शारजाह में आया था सचिन तेंदुलकर की बैटिंग का तूफान, ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी की धज्जियां उड़ाते हुए ठोक डाले थे 143 रन

सचिन तेंदुलकर ने 22 अप्रैल 1998 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शारजाह में ठोक डाले थे 143 रन

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Highlightsसचिन ने शारजाह में अपनी 143 रन की जोरदार पारी में 9 चौके और 5 छक्के जड़े छेसचिन ने 285 रन के जवाब में अकेले दम भारतीय टीम को फाइनल में पहुंचा दिया था

सचिन तेंदुलकर के 49 वनडे शतकों में जिस शतक को सबसे यादगार माना जाता है, उसे मास्टर ब्लास्टर ने आज ही के दिन (22 अप्रैल, 1998) 24 साल पहले ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी आक्रमण की धज्जियां उड़ाते हुए शारजाह में 143 रन की पारी के साथ बनाया था। 

शेन वॉर्न, डेमियन फ्लेमिंग, माइकल कास्प्रोविच जैसे स्टार ऑस्ट्रेलिया गेंदबाजों के सामने सचिन के इस लाजवाब शतक को 'डेजर्ट स्टोर्म' के नाम से भी जाना जाता है। 

सचिन ने 143 रन ठोकते हुए शारजाह में ला दिया था तूफान!

भारत को शारजाह में खेली गए तीन देशों के कोका कोला कप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ंत पक्की करने और न्यूजीलैंड को पीछे छोड़ने के लिए ऑस्ट्रेलिया से 50 ओवर में 285 रन का लक्ष्य मिला था। 

लेकिन शारजाह में रेत के तूफान की वजह से खेल करीब आधे घंटे रुका रहा और इसके बाद टीम इंडिया को 46 ओवर में 276 रन का संशोधित लक्ष्य मिला, और उसे फाइनल में पहुंचने के लिए 46 ओवर में 237 रन बनाने की आवश्यकता थी। 

एक तरफ से गिरते विकेटों के बावजूद सचिन तेंदुलकर ने एक छोर मजबूती से संभलाते हुए 131 गेंदों में 9 चौकों और 5 छक्कों की मदद से 143 रन की दमदार पारी खेली। 

हालांकि सचिन के 43वें ओवर में आउट होने से मैच तो भारत के हाथ से निकल गया, लेकिन मास्टर ब्लास्टर की दमदार पारी की मदद से भारत ने 46 ओवर में 250/5 का स्कोर बनाते हुए फाइनल के लिए क्वॉलिफाई कर लिया।

सचिन ने इस मैच में शेन वॉर्न की गेंद पर आगे निकलकर उसे जमीन पर गिरे बिना ही जिस अंदाज में स्टैंड में पहुंचाया, उसकी बहुत चर्चा हुई थी। इसके दो दिन बाद अपने जन्मदिन (24 अप्रैल) पर खेले गए इस टूर्नामेंट के फाइनल में 134 रन की दमदार पारी की मदद से भारत को खिताब जिता दिया था।

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