युवराज सिंह ने 'अलग कप्तानों' की बहस पर दी राय, बताया क्यों सीमित ओवरों में रोहित को बनाया जाना चाहिए कप्तान

Yuvraj Singh: टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज युवराज सिंह ने वर्कलोड मैनेजमेंट का हवाला देते हुए कहा है कि सीमित ओवरों में अलग कप्तान पर विचार किया जा सकता है

By अभिषेक पाण्डेय | Published: September 27, 2019 1:42 PM

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ठळक मुद्देयुवराज ने दी अलग कप्तानों की बहस को लेकर अपनी राय, दिया वर्कलोड का हवालायुवराज ने कहा टीम मैनेजमेंट को देखना होगा कि वह कोहली पर कितना दबाव डालना चाहते हैं

क्या विराट कोहली को टी20 क्रिकेट में रोहित शर्मा के लिए कप्तानी छोड़ देनी चाहिए? क्या अगले साल होने वाले टी20 वर्ल्ड कप को देखते हुए ये सही वक्त है? 

टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह ने वर्कलोड का हवाला देते हुए 'दो अलग कप्तानों' की बहस को फिर से चर्चा में ला दिया है।

युवराज ने वर्तमान भारतीय कप्तान विराट कोहली पर वर्कलोड का उदाहरण देते हुए कहा कि टीम मैनेजमेंट को ये देखना होगा कि वे कोहली पर कितना दबाव डालना चाहते हैं। 

युवराज ने फिर छेड़ी अलग कप्तानों की बहस

युवराज ने आज तक को दिए इंटरव्यू में कहा, 'पहले सिर्फ दो फॉर्मेट्स होते थे तो कप्तानों के लिए इसे संभालना आसान होता था। अगर विराट पर भार ज्यादा है तो शायद उन्हें छोटे फॉर्मेट्स के लिए एक अलग कप्तान को आजमाना चाहिए।'

विराट कोहली जनवरी 2017 में एमएस धोनी के वनडे, टी20 की कप्तानी छोड़ने के बाद से ही तीनों फॉर्मेट्स में टीम की कप्तानी कर रहे हैं।

युवराज ने सीमित ओवरों में कप्तानी के लिए कोहली के विकल्प के तौर पर रोहित शर्मा का नाम लिया, अभी उपकप्तान हैं। 

युवराज ने क्यों लिया रोहित शर्मा का नाम

युवी ने कहा, 'रोहित ने बहुत अच्छा काम किया है। मुझे सच में नहीं पता। उन्हें ये देखना होगा कि विराट कितना वर्कलोड ले सकते हैं।  ये पूरी तरह इस पर निर्भर करता है कि वे भविष्य में किस तरह आगे बढ़ना चाहते हैं। ये पूरी तरह से टीम मैनेजमेंट का फैसला है।' रोहित ने खुद को इंटरनेशनल स्तर पर कप्तान के तौर पर भी साबित किया है। उन्होंने अपनी कप्तानी में सीमित ओवरों में भारत को दो खिताब जिताए हैं। रोहित की कप्तानी में भारत ने 2018 में श्रीलंका में खेली गई निदाहास ट्रॉफी टी20 ट्राई सीरीज का खिताब जीता था और उन्होंने 2018 में दुबई में एशिया कप भी जीता था।

रोहित ने अपनी कप्तानी में बल्लेबाजी में भी हाथ दिखाया है और जिन 10 मैचों में उन्होंने कप्तानी की है उनमें उनका औसत 77.27 रहा है और उन्होंने उसमें दो शतक लगाए हैं, जिनमें श्रीलंका के खिलाफ मोहाली में लगाया गया दोहरा शतक भी शामिल है।

युवराज सिंह ने साथ ही टेस्ट में ओपनिंग के लिए भी रोहित का समर्थन किया और कहा कि इस आक्रामक बल्लेबाज को करियर की शुरुआत से ही टेस्ट में ओपनिंग करनी चाहिए थी।

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