इंदौरः आस्ट्रेलिया की कप्तान एलिसा हीली पिंडली की चोट के कारण बुधवार को इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले महिला विश्व कप मैच में नहीं खेल पाएंगी। उनकी अनुपस्थिति में ताहलिया मैकग्रा कप्तानी करेंगी। पिछले दो मैचों में शतक लगाने वाली ऑस्ट्रेलियाई कप्तान को शनिवार को अभ्यास सत्र के दौरान चोट लगी। आस्ट्रेलिया की मुख्य कोच शेली निश्चेके ने कहा, ‘‘हां, यह निश्चित रूप से दुर्भाग्यपूर्ण है कि उसकी पिंडली में हल्का खिंचाव है।’’ ऑस्ट्रेलिया के लिए पारी की शुरुआत करने वाली हीली चार पारियों में 294 रन बनाकर इस समय टूर्नामेंट में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी हैं।
इंग्लैंड के खिलाफ उनकी जगह जॉर्जिया वोल फ़ोबे लिचफील्ड के साथ पारी की शुरुआत कर सकती है। कोच ने कहा, ‘‘हमारे पास कुछ विकल्प हैं। एक विकल्प जॉर्जिया वोल है जो पहले भी यह भूमिका निभा चुकी है, लेकिन हमने अभी इस पर फैसला नहीं किया है।’’
एक दूसरे के खिलाफ अपनी बादशाहत साबित करने के लिए भिड़ेंगे ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड
गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड पहले ही महिला वनडे विश्व कप के सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर चुके हैं और ऐसे में बुधवार को यहां जब यह दोनों टीम शीर्ष स्थान के लिए होने वाले मुकाबले में आमने सामने होंगी तो उनका लक्ष्य एक दूसरे पर अपनी बादशाहत साबित करना और अपनी जीत की लय बरकरार रखना होगा।
टीम इस प्रकार हैं:
ऑस्ट्रेलिया: एलिसा हीली (कप्तान और विकेटकीपर), फोबे लिचफील्ड, बेथ मूनी (विकेटकीपर), जॉर्जिया वोल, एशले गार्डनर, किम गर्थ, हीथर ग्राहम, अलाना किंग, ताहलिया मैकग्रा, सोफी मोलिनक्स, एलिस पेरी, एनाबेल सदरलैंड, डार्सी ब्राउन, मेगन शट, जॉर्जिया वेयरहैम।
इंग्लैंड: नैट साइवर-ब्रंट (कप्तान), एम अर्लट, टैमी ब्यूमोंट, लॉरेन बेल, एलिस कैप्सी, चार्ली डीन, सोफिया डंकले, सोफी एक्लेस्टोन, लॉरेन फाइलर, सारा ग्लेन, एमी जोन्स, हीथर नाइट, एम्मा लैम्ब, लिन्सी स्मिथ, डैनी व्याट-हॉज।
दोनों टीमें अब तक अजेय रही हैं। इन दोनों टीम ने अभी तक चार मैच जीते हैं जबकि दोनों का एक-एक मैच बारिश की भेंट चढ़ गया था, लेकिन ऑस्ट्रेलिया इंग्लैंड के 1.490 की तुलना में 1.818 के बेहतर नेट रन रेट के कारण अंक तालिका में शीर्ष पर है। इस मैच में जो भी टीम जीत हासिल करेगी उसका शीर्ष स्थान पक्का हो जाएगा।
इसके अलावा उसे सेमीफाइनल से पहले मनोवैज्ञानिक बढ़त भी हासिल हो जाएगी। एलिसा हीली की अगुवाई वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम को अभी तक कुछ अवसरों पर चुनौती का सामना भी करना पड़ा है लेकिन उसका प्रदर्शन शानदार रहा है। पहले दो मैच में उसके बल्लेबाज अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाए थे।
लेकिन एशले गार्डनर और बेथ मूनी के शानदार प्रदर्शन से वह न्यूज़ीलैंड और पाकिस्तान के खिलाफ जीत हासिल करने में सफल रही थी। इसके बाद लगातार दो मैच में शतक लगाने वाली कप्तान हीली और भरोसेमंद फोएबे लिचफील्ड के नेतृत्व में उनके शीर्ष क्रम ने अपनी लय हासिल कर ली है। इंग्लैंड के बल्लेबाजों को तेज गेंदबाजों के खिलाफ संघर्ष करना पड़ा है।
नई गेंद की विशेषज्ञ मेगन शट जैसी गेंदबाज इसका फायदा उठाने के लिए उत्सुक होंगी। ऑस्ट्रेलिया को इंग्लैंड पर मनोवैज्ञानिक बढ़त हासिल है, क्योंकि इस वर्ष के शुरू में उसने घरेलू मैदान पर उन्हें सभी प्रारूपों में परास्त किया था। लेकिन इंग्लैंड यहां की परिस्थितियों को बेहतर तरीके से जानता है क्योंकि कुछ दिन पहले उसने यहां भारत को पराजित किया था।
इंग्लैंड के गेंदबाजों ने दबाव में भी अपना धैर्य बनाए रखा, जिसमें लिंसे स्मिथ ने कमाल दिखाया। उन्होंने अंतिम ओवर में 13 रन बचाने से पहले स्मृति मंधाना का महत्वपूर्ण विकेट लिया। इसके अलावा उसके पास बाएं हाथ की स्पिनर सोफी एक्लेस्टोन और ऑफ स्पिनर चार्ली डीन जैसे अनुभवी गेंदबाज हैं जो लगातार इंग्लैंड को मुश्किल परिस्थितियों से उबारती रही है।
इंग्लैंड के लिए बल्लेबाजी हालांकि चिंता का विषय है क्योंकि अभी तक रन की बनाने की मुख्य जिम्मेदारी अनुभवी हीथर नाइट और नैट साइवर-ब्रंट ने उठाई है। इंग्लैंड को अगर जीत हासिल करनी है तो उसके अन्य बल्लेबाजों को भी योगदान देना होगा। मैच भारतीय समयानुसार दोपहर 3 बजे शुरू होगा।