निकोल बोलटन की नाबाद शतकीय पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेट टीम ने सोमवार को भारतीय टीम को पहले वनडे में 8 विकेट से हरा दिया। इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलिया आईसीसी विमेन चैम्पिनशिप के तहत खेले जा रहे तीन वनडे मैचों की सीरीज में 1-0 से आगे हो गया है।
ऑस्ट्रेलिया को 201 रनों का लक्ष्य मिला था जिसे उसने आसानी से 32.1 ओवर में दो विकेट खोकर हासिल कर लिया। बोलटन ने 101 गेंदों की अपनी पारी में 12 चौके लगाए। एलिस हिली (38) के साथ पहले विकेट के लिए केवल 55 गेंदों में 60 रनों की साझेदारी करते हुए बोलटन ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को बेजोड़ शुरुआत दी। इसके बाद बल्लेबाजी करने आईं कप्तान मेग लैनिंग ने भी महत्वपूर्ण 33 रन बनाए और दूसरे विकेट के लिए बोलटन के साथ 68 रनों की साझेदारी की। लैनिंग रन आउट हुईं।
इसके बाद ऑस्ट्रेलिया का कोई और विकेट नहीं गिरा और एलिस पेरी (25 नाबाद) के साथ खेलते हुए 'प्लेयर ऑफ द मैच' बोलटन ने टीम को जीत तक पहुंचा दिया। भारत की ओर से एकमात्र सफलता शिखा पांडे को मिला। (और पढ़ें- शमी की बढ़ सकती मुश्किल, कोलकाता पुलिस ने BCCI से मांगी दक्षिण अफ्रीकी दौरे की जानकारी)
इससे पहले बड़ोदरा में खेले गए इस मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 50 ओवरों में 200 रन बनाए। भारत की ओर दसवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरीं पूजा वस्त्राकर ने 51 रन बनाए। शीर्ष और मध्य क्रम के लड़खड़ाने के बाद सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आईं सुषमा वर्मा ने भी 41 रनों की पारी खेली। वर्मा ने 71 गेंदों की पारी में 3 चौके लगाए। वहीं, वस्त्राकर ने 56 गेंदों में 7 चौके और एक छक्का जड़ा।
ऑस्ट्रेलिया की ओर से जेस जोनासेन ने 4 और अमांडा वेलिंग्टन ने तीन विकेट झटके। अश्लेग गार्डनर को एक सफलता मिली। (और पढ़ें- PSL 2018: अफरीदी ने जादुई गेंदबाजी के बाद कर दी ऐसी हरकत, मांगनी पड़ी माफी)
कप्तान हरमनप्रीत कौर के टॉस जीतने के बाद भारत की शुरुआत धीमी रही और उसे पहला झटका स्मृति मंधाना (12 रन) के तौर पर 10वें ओवर में लगा। मंधाना 25 गेंदों पर 12 रन बनाकर आउट हुईं। पहला विकेट गिरने के बाद अपना पहला इंटरनेशनल वनडे खेलने उतरी जेमिया रॉड्रिग्स भी कुछ खास नहीं कर सकीं और 1 रन बनाकर कैच आउट हो गईं।
विकेटों के गिरने का सिलसिला इसके बाद और तेज हो गया और एक समय तक 113 रनों तक भारत ने 7 विकेट गंवा दिए थे। आखिरकार, वस्त्राकर और सुषमा ने 8वें विकेट के लिए 76 रनों की साझेदारी कर टीम को 200 के करीब पहुंचाया। (और पढ़ें- आईएसएल-4 : छेत्री की हैट्रिक से बेंगलुरू फाइनल में, एफसी पुणे सिटी को दी 3-1 से मात)