Highlightsमिताली राज को महिला टी20 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में टीम में नहीं मिली थी जगहकप्तान, उपकप्तान, कोच और चयनकर्ता ने मिलकर लिया था मिताली को बाहर रखने का फैसलामिताली की मैनेजर अनीशा ने कप्तान हरमनप्रीत कौर को इस फैसले के बाद कहा था झूठीभारत को महिला टी20 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में इंग्लैंड के हाथों मिली थी 8 विकेट से हार
भारत को आईसीसी महिला टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में शुक्रवार को इंग्लैंड के हाथों 8 विकेट से दिल तोड़ने वाली हार मिली। इस हार के साथ ही भारत का पहली बार टी20 विश्व कप फाइनल खेलने का सपना भी टूट गया। इस मैच में भारतीय टीम मैनेजमेंट द्वारा लिए गए एक फैसले से बवाल मचा हुआ है।
दरअसल, भारतीय टीम ने इस महत्वपूर्ण मुकाबले में स्टार खिलाड़ी मिताली राज को शामिल नहीं किया था। इस फैसले के बाद से ही टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर और कोच रमेश पवार समेत पूरा टीम मैनेजमेंट आलोचकों के निशाने पर है।
मिताली को बाहर करने के फैसले पर इसलिए भी सवाल उठ रहे हैं क्योंकि उन्होंने इस टी20 वर्ल्ड कप के दौरान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में चोटिल होने की वजह न खेलने के पहले आयरलैंड और पाकिस्तान के खिलाफ मैचों में लगातार दो अर्धशतक जड़े थे।
अब इस बात का खुलासा हुआ है कि आखिरी टीम मैनेजमेंट के मिताली को सेमीफाइनल में टीम के लिए न चुनने की वजह क्या थी। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस अखबार द्वारा भारतीय टीम मैनेजर की रिपोर्ट के हवाले से मिताली को बाहर किए जाने के फैसले की वजह के बारे में बताया गया है।
इस रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय टीम मैनेजमेंट ने उसी विकेट पर कुछ देर पहले हुए ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के बीच खेले गए पहले सेमीफाइनल के दौरान विकेट के व्यवहार का आकलन करने के बाद ये फैसला लिया था। रिपोर्ट के मुताबिक दूसरे सेमीफाइनल से पहले भारतीय प्लेइंग इलेवन चुनने से पहले कप्तान हरमनप्रीत कौर, उपकप्तान स्मृति मंधाना, कोच रमेश पवार और चयनकर्ता सुधा राय की बैठक हुई थी।
इस रिपोर्ट ने टीम की मैनेजर तृप्ति भट्टाचार्य के हवाले से लिखा है कि इस बैठक में मिताली राज को बाहर करने पर आम सहमति थी। भट्टाचार्य के मुताबिक, मैनेजर के रूप में मैने बैठक बुलाई थी। उन्होंने (कप्तान, कोच, चयनकर्ता) विकेट की चर्चा की और कोच ने राय दी कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीतने वाली टीम को ही खेलना चाहिए। हरमन और स्मृति ने भी यही राय रखी और चयनकर्ता सुधा शाह को ये भी कहा कि एक अतिरिक्त गेंदबाज चुनने से मदद मिलेगी।
इस रिपोर्ट के मुताबिक, 'चयनकर्ता इस बैठक में दर्शक भर थीं।' साथ ही कोच रमेश पवार ने भी कप्तान हरमनप्रीत के फैसले का समर्थन किया था और मिताली को बाहर रखने के फैसले का कोई विरोध नहीं किया था।
लेकिन मिताली राज को इतने महत्वपूर्ण मैच से बाहर रखने के कप्तान और कोच के फैसले की कड़ी आलोचना हो रही है। हालांकि हरमनप्रीत कौर ने, मिताली राज को बाहर रखने के फैसले के बारे में भारत की हार के बाद कहा था कि उन्हें इस फैसले का कोई 'पछतावा' नहीं है। हरमनप्रीत कौर ने कहा, 'हमने जो भी फैसला लिया, वह टीम के लिए था। कई बार ये काम करता है, कई बार नहीं करता है।'
मिताली राज को टीम से बाहर रखने के फैसले पर उनकी मैनेजर अनीशा गुप्ता ने हरमनप्रीत कौर पर हमला बोलते हुए उन्हें झूठी, अपरिपक्व, जोड़-तोड़ करने वाली और अयोग्य कप्तान करार दिया था।