क्रिकेट इतिहास में कई महान खिलाड़ी हुए हैं लेकिन "क्रिकेट का भगवान" सचिन तेंदुलकर को कहा जाता है। सचिन का जन्म 24 अप्रैल 1973 को मुंबई में रहने वाले एक साधारण मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ। उन्हें क्रिकेट की दुनिया से रूबरू कराने का श्रेय उनके बड़े भाई अजित तेंदुलकर को जाता है। अजित ही सचिन को क्रिकेट गुरु रमाकांत आचरेकर के पास ट्रेनिंग के लिए लेकर गये थे। रमाकांत आचरेकर के इस शिष्य ने 16-17 की उम्र में ही भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम में जगह बना ली थी। सचिन ने साल 2012 में वनडे क्रिकटे से और साल 2013 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया। सचिन ने अपने क्रिकेट करियर में 51 टेस्ट शतक और 49 वनडे शतक बनाए। सचिन को केवल क्रिकेट प्रेमी ही नहीं बल्कि उनके साथी क्रिकेटर भी उन्हें बेहद सम्मान देते थे। माना जाता है कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी मैथ्यु हेडेन ने सचिन को क्रिकेट का भगवान कहा था। एक इंटरव्यू में हेडेन ने कहा था कि "मैंने भगवान को देखा है। वो इंडिया के लिे नंबर चार पर खेलने आते हैं।" इसी के बाद सचिन के लिए "गॉड ऑफ क्रिकेट" जुमला चल पड़ा।
सचिन तेंदुलकर की लाखों लोगों ने प्रशंसा की होगी लेकिन जो तारीफ उन्हें सबसे खास लगी होगी वो है ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट लीजेंड डॉन ब्रैडमैन की। ब्रैडमन ने कहा था कि वो आजकल के बल्लेबाजों में सचिन के खेल को अपने सबसे अधिक करीब पाते हैं। जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान एंडी फ्लावर ने कहा था कि दुनिया में दो तरह के बल्लेबाज हैं एक सचिन तेंदुलकर और दूसरे बाकी सब।