14 वर्ष के वैभव सूर्यवंशी ने रचा इतिहास, 11 छक्के 7 चौके, 101 रनों की तूफानी पारी...

Vaibhav Suryavanshi Second Fastest Century of IPL History: 14 वर्ष के ‘वंडर ब्वॉय’ वैभव सूर्यवंशी आक्रामक बल्लेबाजी की नयी परिभाषा गढते हुए आईपीएल में शतक जमाने वाले सबसे युवा बल्लेबाज बन गए और एक ऐसी पारी खेली जो क्रिकेटप्रेमियों को बरसों याद रहेगी और जिसके आगे मैच का नतीजा बेमानी हो गया।

By संदीप दाहिमा | Updated: April 28, 2025 23:50 IST2025-04-28T23:50:28+5:302025-04-28T23:50:56+5:30

Vaibhav Suryavanshi Record Second Fastest Century of ipl history just 35 balls | 14 वर्ष के वैभव सूर्यवंशी ने रचा इतिहास, 11 छक्के 7 चौके, 101 रनों की तूफानी पारी...

14 वर्ष के वैभव सूर्यवंशी ने रचा इतिहास, 11 छक्के 7 चौके, 101 रनों की तूफानी पारी...

Highlights14 वर्ष के वैभव सूर्यवंशी ने रचा इतिहास, 11 छक्के 7 चौके, 101 रनों की तूफानी पारी...

14 वर्ष के ‘वंडर ब्वॉय’ वैभव सूर्यवंशी आक्रामक बल्लेबाजी की नयी परिभाषा गढते हुए आईपीएल में शतक जमाने वाले सबसे युवा बल्लेबाज बन गए और एक ऐसी पारी खेली जो क्रिकेटप्रेमियों को बरसों याद रहेगी और जिसके आगे मैच का नतीजा बेमानी हो गया। उनकी इस पारी के दम पर राजस्थान रॉयल्स ने गुजरात टाइटंस को आठ विकेट से हराकर आईपीएल प्लेआफ में पहुंचने की उम्मीदें कायम रखी है। जीत के लिये 210 रन का लक्ष्य रॉयल्स ने 25 गेंद बाकी रहते हासिल कर लिया।

आईपीएल शुरू होने के तीन साल बाद 2011 में पैदा हुए बिहार के समस्तीपुर के सूर्यवंशी ने 35 गेंद में शतक जमाया जो क्रिस गेल (आरसीबी) की 30 गेंद की पारी के बाद आईपीएल में दूसरा सबसे तेज शतक है। उसकी उम्र के बाकी बच्चे जहां स्कूलों के होमवर्क करने या प्ले स्टेशन पर खेलने में व्यस्त होंगे, वहीं बायें हाथ के बल्लेबाज सूर्यवंशी 141 टेस्ट का कुल अनुभव रखने वाले मोहम्मद सिराज और ईशांत शर्मा की गेंदों की जमकर धुनाई कर रहे थे।

सूर्यवंशी ने अपनी 37 गेंद की पारी में 11 छक्के और सात चौके लगाये। वहीं यशस्वी जायसवाल ने 40 गेंद में 70 रन की पारी खेली लेकिन सूर्यवंशी के बल्ले से ऐसा जलजला निकल रहा था कि उनकी पारी बेनूर हो गई। दस बरस की उम्र से पटना में रोज 600 गेंद खेलने वाले सूर्यवंशी 16 . 17 वर्ष के नेट गेंदबाजों का सामना करते थे जिनके लिये उनके पिता संजीव सूर्यवंशी 10 अतिरिक्त टिफिन लाया करते थे। लेकिन उनकी सारी मेहनत आज सफल हो गई। अपने बच्चे के क्रिकेट खेलने के सपने को पूरा करने के लिये अपनी जमीन बेचने वाले सूर्यवंशी परिवार के संघर्ष से सफलता की कहानी अब आने वाले समय में क्रिकेट की किवदंतियों का हिस्सा होगी। सिराज को लांग आन के ऊपर और ईशांत को स्क्वेयर लेग पर जिस तरह से उसने शॉट लगाये , इससे साबित होता है कि इतनी कम उम्र में वह कितना परिपक्व है।

अफगानिस्तान के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर करीम जनत के एकमात्र ओवर में उसने 30 रन बनाये । प्रसिद्ध कृष्णा की यॉर्कर पर बोल्ड होकर पवेलियन लौटने से पहले वह 37 गेंद में 101 रन बना चुके थे। इससे पहले कप्तान शुभमन गिल के 50 गेंद में 84 रन की मदद से गुजरात टाइटंस ने चार विकेट पर 209 रन बनाये। गुजरात टाइटंस के कप्तान ने पांच चौकों और चार छक्कों की मदद से इस सत्र का चौथा अर्धशतक लगाया । उन्होंने साइ सुदर्शन (30 गेंद में 39 रन) के साथ पहले विकेट के लिये 93 रन की साझेदारी की। इसके बाद जोस बटलर ने 26 गेंद में 50 रन की नाबाद पारी खेली जिसमें चार छक्के और तीन चौके शामिल थे। गिल ने लेग साइड पर कई दर्शनीय शॉट लगाये।

उन्होंने युधवीर सिंह को शानदार फ्लिक पर छक्का जड़ने के अलावा स्क्वेयर लेग और मिड आन के ऊपर से गेंद को सीमारेखा के पार पहुंचाया। सुदर्शन के आउट होने के बाद बटलर ने वानिंदु हसरंगा के एक ओवर में तीन छक्के और एक चौका जड़कर 24 रन निकाले। इस ओवर के बाद कार्यवाहक कप्तान रियान पराग की समझ में नहीं आया कि किस गेंदबाज पर भरोसा करें। श्रीलंका के दोनों स्पिनर हसरंगा और महीष तीक्षणा कोई कमाल नहीं कर सके जबकि तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर ने टुकड़ों में अच्छा प्रदर्शन किया। तीक्षणा और हसरंगा ने मिलकर आठ ओवरों में 74 रन दे डाले । गिल अपने पांचवें आईपीएल शतक की ओर बढ रहे थे लेकिन तीक्षणा ने उन्हें आउट किया। इसके बाद बटलर ने वॉशिंगटन सुंदर और राहुल तेवतिया के साथ गुजरात को 200 रन के पार पहुंचाया।

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