चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से टक्कर, रिकॉर्ड 12वां खिताब झोली में डालना चाहेगी टीम इंडिया, सुबह 10.30 बजे शुरू होगा मैच, वैभव सूर्यवंशी पर नजर

Under-19 Asia Cup Final 2025:भारत: आयुष म्हात्रे (कप्तान), वैभव सूर्यवंशी, विहान मल्होत्रा ​​(उपकप्तान), वेदांत त्रिवेदी, अभिज्ञान कुंडू (विकेटकीपर), हरवंश सिंह (विकेटकीपर), युवराज गोहिल, कनिष्क चौहान, खिलान ए पटेल, नमन पुष्पक, डी. दीपेश, हेनिल पटेल, किशन कुमार सिंह, उधव मोहन, आरोन जॉर्ज।

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: December 20, 2025 17:02 IST

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ठळक मुद्देUnder-19 Asia Cup Final 2025: मोहम्मद शायान (विकेटकीपर), नकाब शफीक, समीर मिन्हास और मोहम्मद हुजैफा।Under-19 Asia Cup Final 2025: मैच सुबह 10.30 बजे शुरू होगा।Under-19 Asia Cup Final 2025:टीम ने दो बार 400 से ज्यादा का स्कोर बनाया है।

दुबईः भारतीय टीम रविवार को आईसीसी अकादमी में होने वाले अंडर-19 एशिया कप फाइनल में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ अपनी श्रेष्ठता साबित करते हुए रिकॉर्ड 12वां खिताब अपनी झोली में डालना चाहेगी। आयुष म्हात्रे की अगुवाई वाली भारतीय टीम ग्रुप ए के सभी मैच जीतकर पाकिस्तान से आगे शीर्ष पर रही। पाकिस्तान को ग्रुप चरण में एकमात्र हार भारत के खिलाफ मिली थी जिसमें उसे पिछले रविवार को 90 रन से हार मिली। भारत ने शुक्रवार को सेमीफाइनल में भी यही लय बरकरार रखी और श्रीलंका को आठ विकेट से हराया।

Under-19 Asia Cup Final 2025: टीमें इस प्रकार हैं

भारत: आयुष म्हात्रे (कप्तान), वैभव सूर्यवंशी, विहान मल्होत्रा ​​(उपकप्तान), वेदांत त्रिवेदी, अभिज्ञान कुंडू (विकेटकीपर), हरवंश सिंह (विकेटकीपर), युवराज गोहिल, कनिष्क चौहान, खिलान ए पटेल, नमन पुष्पक, डी. दीपेश, हेनिल पटेल, किशन कुमार सिंह, उधव मोहन, आरोन जॉर्ज।

पाकिस्तान: फरहान यूसुफ (कप्तान), उस्मान खान (उपकप्तान), अब्दुल सुभान, अहमद हुसैन, अली हसन बलूच, अली रजा, दानियाल अली खान, हमजा जहूर (विकेटकीपर), हुजैफा अहसन, मोमिन कमर, मोहम्मद सय्याम, मोहम्मद शायान (विकेटकीपर), नकाब शफीक, समीर मिन्हास और मोहम्मद हुजैफा।

Under-19 Asia Cup Final 2025: मैच सुबह 10.30 बजे शुरू होगा।

दूसरी ओर पाकिस्तान ने गत चैंपियन बांग्लादेश को हराकर फाइनल में जगह बनाई। फाइनल तक भारत का सफर हरफनमौला प्रदर्शन पर आधारित रहा है जिसमें बल्लेबाजों और गेंदबाजों ने मिलकर एक मजबूत इकाई बनाई। बल्लेबाजी में भारत का प्रदर्शन शानदार रहा है और टीम ने दो बार 400 से ज्यादा का स्कोर बनाया है।

इस 50 ओवर के टूर्नामेंट में युवा प्रतिभाओं का उदय हुआ है जिसमें 17 साल के विकेटकीपर-बल्लेबाज अभिज्ञान कुंडू शामिल हैं। युवा प्रतिभा वैभव सूर्यवंशी ने संयुक्त अरब अमीरात के खिलाफ पहले मैच में 95 गेंद में 171 रन बनाकर भारत को छह विकेट पर 433 रन के स्कोर तक पहुंचाया तो कुंडू ने मलेशिया के खिलाफ रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज कराया।

इस बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 125 गेंद में नाबाद 209 रन बनाए और युवा वनडे में दोहरा शतक बनाने वाले पहले भारतीय बन गए। यह जोड़ी पाकिस्तान के अनुशासित गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ एक और अच्छा प्रदर्शन करना चाहेगी। जब भी भारत का शीर्ष क्रम लड़खड़ाया है, मध्यक्रम में ऐसे मौके पर अच्छा प्रदर्शन किया है।

हैदराबाद के आरोन जॉर्ज ने लगातार तीन अर्धशतक लगाकर टीम को संभाला है, उन्होंने महत्वपूर्ण मध्य ओवरों में बल्लेबाजी करते हुए 100 से ज्यादा का स्ट्राइक रेट बनाए रखा है। उन्हें बाएं हाथ के बल्लेबाज विहान मल्होत्रा ​​का भी अच्छा साथ मिला है जो श्रीलंका के खिलाफ 61 रन बनाकर नाबाद रहे थे।

टीम में गहराई लाने वाले ऑलराउंडर कनिष्क चौहान हैं जिन्होंने 127 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट के साथ फिनिशर की भूमिका को फिर से परिभाषित किया है और साथ ही गेंद से सही समय पर विकेट भी लिए हैं। चौहान ने चार मैचों में छह विकेट लिए हैं जिसमें ग्रुप चरण में पाकिस्तान के खिलाफ 33 रन देकर तीन विकेट लेने का शानदार प्रदर्शन शामिल है।

गेंदबाजी में भारत की अगुवाई तेज गेंदबाज दीपेश देवेंद्रन ने की जो पाकिस्तान के अब्दुल सुभान के साथ टूर्नामेंट में 11 विकेट लेकर संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। दीपेश ने नयी गेंद से 130 किमी प्रति घंटे से ज्यादा की रफ्तार से सटीक लाइन पर गेंदबाजी करके शानदार प्रदर्शन किया है।

मलेशिया के खिलाफ उनका 22 रन देकर पांच विकेट झटकने का शानदार स्पैल उनकी काबिलियत को दिखाता है जबकि पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने शीर्ष क्रम को ध्वस्त कर दिया और लगातार ओवरों में तीन बल्लेबाजों को आउट किया जिसमें टूर्नामेंट के शीर्ष स्कोरर समीर मिन्हास भी शामिल थे।

मिन्हास ने मलेशिया के खिलाफ नाबाद 177 रन बनाए थे। उन्होंने फाइनल से पहले बांग्लादेश के खिलाफ अर्धशतक बनाया और वह अपनी पिछली गलतियों को सुधारने के लिए उत्सुक होंगे। पाकिस्तान की सबसे बड़ी ताकत उनकी तेज गेंदबाजी है जिसमें सुभान सबसे आगे हैं और उन्हें बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मोहम्मद सैयाम और अली रजा से अच्छा समर्थन मिल रहा है।

स्पिन विभाग में बाएं हाथ के गेंदबाज निकब शफीक ने भारत के खिलाफ दो विकेट लेकर प्रभावित किया जबकि लेग-स्पिनर अहमद हुसैन विविधता लाते हैं। हालांकि बल्लेबाजी फरहान यूसुफ की अगुवाई वाली टीम के लिए चिंता का विषय बनी हुई है जो लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के लिए संघर्ष कर रही है। अब टीम बड़े मंच पर भारत के खिलाफ हार के सिलसिले को रोकने के लिए बेताब होगी।

सितंबर में भारत की सीनियर टीम ने एशिया कप (टी20) खिताब जीतने के दौरान पाकिस्तान को तीन बार हराया था। जूनियर टीम भी जारी रखने की उम्मीद करेगी। पिछले मुकाबलों की तरह दोनों टीमों के खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाने की नीति का पालन करने की उम्मीद है। पाकिस्तान 2012 में एक बार एशिया कप का चैंपियन रह चुका है और तब से वह दो बार (2013-14 और 2017) उपविजेता रहा है।

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