Syed Mushtaq Ali Trophy Final: झारखंड ने SMAT फाइनल के इतिहास में सबसे बड़ा स्कोर बनाकर पहली बार चैंपियन बना। पहले खेलते हुए झारखंड ने 20 ओवर में 3 विकेट पर 262 रन बनाए। जवाब में हरियाणा की टीम 193 रन बना सकी और 69 रन से हार का सामना करना पड़ा। झारखंड के कप्तान ईशान किशन ने गुरुवार को पुणे के एमसीए स्टेडियम में हरियाणा के खिलाफ सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के फाइनल में शतक जड़ा। किशन ने 49 गेंद में 6 चौके और 10 छक्के की मदद से 101 रन की पारी खेलकर फाइनल में कारनामा कर दिया। झारखंड सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का विजेता बन गया है। 2010-11 में विजय हजारे ट्रॉफी जीतने के बाद यह उनका दूसरा घरेलू खिताब है।
भारतीय टीम से बाहर चल रहे विकेटकीपर बल्लेबाज इशान किशन ने बृहस्पतिवार को यहां शानदार शतक जड़कर हरियाणा के खिलाफ 69 रन की जीत के साथ झारखंड को पहला सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाई और साथ ही राष्ट्रीय टी20 टीम में वापसी का मजबूत दावा पेश किया।
किशन ने 49 गेंद में 10 छक्कों और छह चौकों से 101 रन बनाए जिससे झारखंड ने तीन विकेट पर 262 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। उन्होंने कुमार कुशाग्र (81 रन, 38 गेंद, आठ चौके, पांच छक्के) के साथ दूसरे विकेट के लिए 82 गेंद में 177 रन की साझेदारी भी की।
अनुकूल रॉय (20 गेंद पर नाबाद 40 रन) और रोबिन मिन्ज (14 गेंद में नाबाद 31) ने अंत में चौथे विकेट के लिए 32 गेंद में 75 रन की अटूट साझेदारी करके टीम का स्कोर 250 रन के पार पहुंचाया। लक्ष्य का पीछा करने उतरे हरियाणा ने विकास सिंह (30 रन पर दो विकेट) के पारी के पहले ओवर में ही दो विकेट गंवा दिए जिससे टीम अंत तक नहीं उबर पाई और अंतत: 18.3 ओवर में 193 रन पर सिमट गई।
झारखंड की ओर से सुशांत मिश्रा ने 27 और बाल कृष्ण ने 38 रन देकर तीन-तीन विकेट चटकाए जबकि अनुकूल रॉय (42 रन पर दो विकेट) ने भी दो विकेट हासिल किए। हरियाणा की ओर से विकेटकीपर बल्लेबाज यशवर्धन दलाल ने सर्वाधिक 53 रन बनाए। सामंत जाखड़ (38) और निशांत सिंधू (31) ने भी उपयोगी पारियां खेलीं।
इस तरह झारखंड देश का प्रमुख टी20 घरेलू टूर्नामेंट जीतने वाला 12वां राज्य बन गया। पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर झारखंड ने मैच की चौथी गेंद पर ही विराट सिंह (02) का विकेट गंवा दिया जिन्हें अंशुल कंबोज ने आउट किया। किशन और कुशाग्र ने इसके बाद पारी को संवारा। किशन ने टूर्नामेंट में अपना दूसरा शतक जड़ा।
यह 27 वर्षीय खिलाड़ी पूरे टूर्नामेंट में शानदार फॉर्म में रहा और 10 पारियों में 197.32 के शानदार स्ट्राइक रेट से 517 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहा। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने अपना जलवा उस समय दिखाया है जब राष्ट्रीय चयनकर्ता जल्द ही न्यूजीलैंड के खिलाफ श्रृंखला और टी20 विश्व कप के लिए भारत की टी20 अंतरराष्ट्रीय टीम चुनने के लिए बैठक करने वाले हैं।
किशन ने हरियाणा के गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। उन्होंने एक्स्ट्रा कवर के ऊपर से एक हाथ से छक्का लगाकर अपना शतक पूरा किया। किशन आखिरकार 15वें ओवर में सुमित कुमार की गेंद पर बोल्ड हो गए जबकि कुशाग्र भी अगले ओवर में पवेलियन लौट गए। अनुकूल और मिन्ज ने इसके बाद सुनिश्चित किया कि हरियाणा को ऐसा लक्ष्य मिले जिसे हासिल करना लगभग असंभव हो।
लक्ष्य का पीछा करने उतरे हरियाणा की शुरुआत बेहद खराब रही और उसने पहले ओवर में ही कप्तान अंकित कुमार (00) और आशीष सिवाच (00) के विकेट गंवा दिए। विकेटकीपर बल्लेबाज दलाल ने पारी को संभालने की कोशिश की।
उन्होंने सलामी बल्लेबाज अर्श रंगा (17) के साथ तीसरे विकेट के लिए 34 रन जोड़े और फिर निशांत के साथ 67 रन की साझेदारी की। अनुकूल ने हालांकि एक ही ओवर में जमे हुए दोनों बल्लेबाजों को आउट करके झारखंड की जीत लगभग तय कर दी। गेंदबाजों ने इसके बाद जीत की औपचारिकता पूरी की।
बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने मध्यम गति के गेंदबाज अंशुल कंबोज की गेंद पर कवर के ऊपर से एक हाथ से छक्का लगाकर 45 गेंदों में अपना छठा टी20 शतक पूरा किया। किशन ने टूर्नामेंट में अपना 5वां शतक लगाकर सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के इतिहास में सबसे अधिक शतकों के अभिषेक शर्मा के रिकॉर्ड की बराबरी भी कर ली। यह टूर्नामेंट में उनका दूसरा शतक था।
इससे पहले उन्होंने पिछले महीने त्रिपुरा के खिलाफ 50 गेंदों में नाबाद 113 रन बनाए थे। किशन अंततः झारखंड की पारी के 15वें ओवर में सुमित कुमार द्वारा 49 गेंदों में 101 रन बनाकर क्लीन बोल्ड हो गए। टीम से बाहर चल रहे भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज मौजूदा टी20 घरेलू प्रतियोगिता में शानदार फॉर्म में हैं और 10 पारियों में 197.32 के स्ट्राइक रेट से 517 रन बनाकर रन चार्ट में शीर्ष पर हैं।