'युवराज ने उस रात मुझे कॉल करके कहा मैं अस्वस्थ हूं, तैयार रहो': सुरेश रैना ने बताया उन्हें कैसे मिला टेस्ट डेब्यू का मौका

Suresh Raina: स्टार ओपनर सुरेश रैना ने खुलासा किया है कि उन्हें 2010 में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट डेब्यू का मौका कैसे मिला था, जिसमें उन्होंने शतक जड़ा था

By अभिषेक पाण्डेय | Published: May 31, 2020 01:07 PM2020-05-31T13:07:40+5:302020-05-31T13:07:40+5:30

Suresh Raina recalls How Yuvraj Fell Sick and He Made Test debut against Sri Lanka | 'युवराज ने उस रात मुझे कॉल करके कहा मैं अस्वस्थ हूं, तैयार रहो': सुरेश रैना ने बताया उन्हें कैसे मिला टेस्ट डेब्यू का मौका

रैना ने कहा कि युवराज के अस्वस्थ होने के चलते उन्हें मिला था टेस्ट डेब्यू का मौका (File Photo)

googleNewsNext

सुरेश रैना ने अपना वनडे डेब्यू 2005 में श्रीलंका के खिलाफ किया था। लेकिन इसके बाद अपने टेस्ट डेब्यू के लिए उन्हें 5 साल का लंबा इंतजार करना पड़ा। हालांकि उनका टेस्ट डेब्यू भी श्रीलंका के ही खिलाफ हुआ लेकिन इसके नतीजे एकदम अलग रहे। अपने वनडे डेब्यू में जीरो पर आउट होने वाले रैना ने श्रीलंका के खिलाफ 2010 में कोलंबों में अपने डेब्यू टेस्ट में शतक जड़ा था। उस समय दूसरे छोर पर सचिन तेंदुलकर मौजूद थे। 

अपने टेस्ट डेब्यू से जुड़ी यादें साझा करते हुए रैना ने पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा को दिए इंटरव्यू में बताया कि कैसे मैच से ठीक पहले स्टार ऑलराउंडर युवराज सिंह ने अपना पेट खराब होने के बाद रैना को तैयार रहने के लिए कहा था।

रैना ने बताया, कैसे युवी की तबीयत खराब होने पर मिला था डेब्यू का मौका

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, रैना ने चोपड़ा को यूट्यूब पर दिए इंटरव्यू में कहा, 'युवी पा (युवराज सिंह) ने मुझे टेस्ट मैच से पहले वाली रात को कॉल किया और कहा, 'मैं ठीक नहीं हूं, तुम तैयार रहो।' उन्होंने कहा, 'संभावना है कि तुम खेलो।' उन्हें शायद पेट में परेशानी या फूड इंफेक्शन हो गया था, तो वह नहीं खेले।'

रैना ने कहा कि वह उस श्रीलंकाई टीम, जिसमें कुमार संगकारा, तिलकरत्ने दिलशान और माहेला जयवर्धने जैसे खिलाड़ी थे, के खिलाफ डेब्यू के बारे में सोचकर पूरी रात सो नहीं पाए थे।

रैना ने कहा, 'मैं पूरी रात सो नहीं सका क्योंकि श्रीलंका में बहुत गर्मी थी, उनकी टीम में कुछ बड़े नाम शामिल थे और ये मेरा टेस्ट डेब्यू होने वाला था।'

रैना ने अपने डेब्यू टेस्ट में श्रीलंका के खिलाफ जड़ा था शतक

सौभाग्य से रैना को पहले बैटिंग नहीं करनी पड़ा क्योंकि श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया और कप्तान कुमार संगकारा (219) के दोहरे और जयवर्धने (174)  और परनाविताना (100) के शतकों की मदद से पहली पारी 624/4 के स्कोर पर घोषित की।

भारतीय गेंदबाजों ने पहले ही दो दिन तक गर्मी में गेंदबाजी का लुत्फ न उठाया हो लेकिन इससे रैना को खुद को शांत रखने में मिली।

रैना ने कहा, 'सौभाग्य से हम टॉस हार गए और हमें पहले फील्डिंग करनी पड़ी। तो मैंने पहले दो दिनों को देखा और जब मेरी बैटिंग आई तो मैं तैयार था। अगर हम पहले खेलते तो मैं शायद अपने वनडे डेब्यू की तरह ही डक पर आउट हो जाता।'

वीवीएस लक्ष्मण का विकेट गिरने के बाद बैटिंग के लिए उतरे रैना को पहले तो सचिन तेंदुलकर के साथ साझेदारी करनी थी और फिर भारत को फॉलो ऑन से बचाना था, जोकि अब भी 201 रन दूर था।

लेकिन रैना की 120 रन की शतकीय पारी और सचिन के साथ 256 रन की साझेदारी की मदद से भारत ने न केवल फॉलो ऑन बचाया बल्कि श्रीलंका की पहली पारी के विशाल स्कोर को भी पार कर लिया। वीरेंद्र सहवाग, मुरली विजय और एमएस धोनी ने महत्वपूर्ण अर्धशतक लगाए थे, और भारत का स्कोर 700 के पार पहुंच गया था।

हैरानी की बात ये है कि रैना जोकि अपने डेब्यू टेस्ट में शतक लगाने वाले केवल 12वें भारतीय बल्लेबाज हैं और तीनों फॉर्मेट में शतक लगाने वाले पहले भारतीय हैं, अपने करियर में अब तक केवल 18 टेस्ट मैच ही खेल पाए हैं।

इसकी वजह बताते हुए रैना ने कहा कि वह सफेद गेंद से लाल गेंद में स्विच करने के लिए जरूरी समय और सामंजस्य का महत्व समझने से चूक गए थे।

रैना ने कहा, लोग सोचते हैं कि टी20 थोड़ा आसान है, हम टी20 में बहुत खतरा उठाते हैं, गेंद को हवा में मारते हैं। लेकिन ऐसा ही वनडे और टेस्ट के साथ नहीं है। आपको सामंजस्य बिठाना पड़ता है और टेम्परामेंट अच्छा रखना पड़ता है।
 

Open in app