पूर्व भारतीय कप्तान और बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने दक्षिण अफ्रीका के भारत के खिलाफ वनडे और टी20 सीरीज के लिए हुए टीम सेलेक्शन पर हैरानी जताई है। गांगुली ने कहा है कि मैचों के महत्व के लिहाज से कई ऐसे चयन रहे जिनका कोई मतलब नहीं था।
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के लिए लिखे लेख में गांगुली ने यह बातें कही है। गांगुली ने उदाहरण देते हुए लिखा है कि टी20 सीरीज से कागिसो रबादा को हटाना ऐसा ही हैरान करने वाला फैसला है।
गांगुली ने लिखा, हां, 'जब टीम हारती तो बदलाव होते हैं लेकिन दक्षिण अफ्रीकी टीम में जो बदलाव हुए हैं, उसका कोई मतलब नहीं निकल रहा। सीरीज का महत्व देखें तो अब एकदम नए खिलाड़ी मैदान में होंगे। मुझे यह चयन समझ नहीं आ रहा। भारतीय टीम का दौरा किसी भी देश के लिए महत्वपूर्ण होता है लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने अपने चयन से हैरान किया है।'
गांगुली के अनुसार, 'आखिरी वनडे से डेविड मिलर को हटाना हैरान करने वाला था। ये ठीक वैसा ही है जैसे टी20 से कागिसो रबादा की छुट्टी की गई। डुमिनी टी20 फॉर्मेट में दक्षिण अफ्रीका का नेतृत्व करेंगे लेकिन उन्हें आखिरी वनडे के लिए शामिल नहीं किया गया। वहीं, पोर्ट एलिजाबेथ में अच्छी गेंदबाजी करने वाले तबरेज शम्सी को आखिरी मैच में बाहर कर इमरान ताहिर को शामिल कर लिया गया।'
गांगुली ने अपने इस लेख में यह भी कहा कि टीम इंडिया ही टी20 सीरीज जीतने की भी प्रबल दावेदार है।
गांगुली के मुताबिक, 'भारतीय टीम ने साबित किया है कि वह वनडे में कहीं आगे है और मुझे उम्मीद है कि तीन टी20 मैचों की सीरीज में भी यही सिलसिला कायम रहेगा। इसकी प्रबल संभावना है कि भारतीय टीम अच्छे अंत के साथ दक्षिण अफ्रीकी दौरे का समापन करेगी। हालांकि, यह भी सभी जानते हैं कि छोटे फॉर्मेट में दो टीमों के बीच अंतर काफी कम रह जाता है लेकिन फिर भी भारत का सामना करने के लिए दक्षिण अफ्रीका को अपने स्तर में काफी सुधार करना होगा।'