Highlightsसचिन तेंदुलकर के समय आज जैसे क्रिकेट के नियम होते तो वे एक लाख रन बना देते: शोएब अख्तरशोएब अख्तर के अनुसार क्रिकेट के मौजूदा नियम बल्लेबाजों के लिए बेहद मददगार हो गए हैं।भारतीय टीम के पूर्व कोच रवि शास्त्री से बात करते हुए शोएब अख्तर ने सचिन का किया जिक्र।
नई दिल्ली: सचिन तेंदुलकर को दुनिया के सर्वकालिक महान बल्लेबाजों में शुमार किया जाता है। उनके नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में 34,357 रन हैं जो एक रिकॉर्ड है। उनके नाम वनडे और टेस्ट में भी सबसे अधिक रन हैं। यही नहीं इंटरनेशनल क्रिकेट में 100 शतकों का रिकॉर्ड भी उनके नाम है। इसके अलावा सभी फॉर्मेट मिलाकर 164 अर्धशतक हैं।
सचिन की बल्लेबाजी का लोहा दुनिया मानती है। ऐसे में पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने मास्टर ब्लास्टर के नाम से मशहूर रहे सचिन को लेकर एक दिलचस्प बयान दिया है। शोएब अख्तर के अनुसार अगर सचिन के समय में आज के जैसे क्रिकेट वाले नियम होते तो वे एक लाख रन बना चुके होते।
क्रिकेट के नए नियम बल्लेबाजों के लिए मददगार
अख्तर ने कहा है कि क्रिकेट के खेल में कई ऐसे नए नियम हैं जो बल्लेबाजों के लिए ज्यादा मददगार हैं। उन्होंने कहा कि तेंदुलकर खेल रहे होते तो इसका फायदा खूब उठाते।
अख्तर ने अपने यूट्यूब चैनल पर भारतीय टीम के पूर्व कोच रवि शास्त्री से बात करने के दौरान कहा, 'आप दो नई गेंद लेकर आए हैं। आपने नियमों को सख्त बनाया है। आप बल्लेबाजों को जितना संभव हो उतना लाभ देते हैं। आप तीन रिव्यू की अनुमति दे रहे हैं। कल्पना कीजिए कि अगर सचिन के पास अपने समय में तीन रिव्यू होते, तो वह 1 लाख रन बना चुके होते।'
शोएब अख्तर ने कहा- सचिन बहुत सख्त बल्लेबाज
शोएब अख्तर ने आगे कहा, 'बेचारा सचिन - मैं 'बेचारा सचिन' कहता हूं क्योंकि वह शुरू में वसीम (अकरम) और वकार (यूनिस) के खिलाफ खेले, उन्होंने शेन वार्न के खिलाफ खेला, फिर ब्रेट ली और शोएब (अख्तर) के खिलाफ खेला, और बाद में उन्होंने अगली पीढ़ी के तेज गेंदबाजों के खिलाफ खेला। इसलिए मैं उन्हें बहुत सख्त बल्लेबाज कहता हूं।'
शोएब अख्तर के अनुसार, 'आजकल क्रिकेट बहुत ही बल्लेबाजों के अनुरूप हो गया है। इससे पहले एक बल्लेबाज के रूप में, आप तेज गेंदबाजों को बाउंसर करते हुए अपने पास आते देखना पसंद करते थे।'
खेल में 'संतुलन' के लिए रवि शास्त्री ने भी कुछ बातें कही। उन्होंने कहा, 'अगर आप कुछ संतुलन लाना चाहते हैं, तो मैं हमेशा कहता हूं कि एक ओवर में दो बाउंसर की संख्या नहीं होने चाहिए। उस सीमा को बढ़ाया जाना चाहिए।'