शेन वॉटसन इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के दिग्गजों में से एक रहे हैं, जिन्होंने राजस्थान रॉयल्स के साथ 2008 में पहला सीजन जीतने के एक दशक बाद चेन्नई सुपरकिंग्स के साथ फिर खिताब जीता। ये स्टार ऑलराउंडर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए भी दो सीजन खेला, इस दौरान उन्होंने कोहली की टीम को 2016 में फाइनल में पहुंचने में मदद की।
चेन्नई सुपरकिंग्स द्वारा इंस्टाग्राम पर आयोजित एक लाइव चैट सेशन में वॉटसन ने खुलासा किया कि कौन सी चीज धोनी की टीम को उनके द्वारा आईपीएल में प्रतिनिधित्व की गई बाकी टीमों से अलग बनाती है।
वॉटसन ने बताया चेन्नई और बाकी आईपीएल टीमों के बीच अंतर
वॉटसन ने कहा, 'आप 10 मैचों में रन नहीं बनाते हैं लेकिन फिर भी आपको चुना जाता है। पिछले सीजन में, भरोसा बनाए रखने के लिए एमएस धोनी और स्टीफन फ्लेमिंग को धन्यवाद।'
वॉटसन ने कहा, 'बाकी अन्य फ्रेंचाइजियां कहतीं, 'आप बाहर हैं।' आने के लिए शुक्रिया, लेकिन आप (बेंच) बैठेंगे और ड्रिंक लेकर आएंगे।'
वॉटसन ने आईपीएल के पिछले सीजन में मुंबई इंडियंस के खिलाफ फाइनल में 59 गेंदों में 80 रन की तूफानी पारी खेलते हुए चेन्नई सुपरकिंग्स को जीत की दहलीज तक पहुंचा दिया था, लेकिन आखिरी ओवर में उनके रन आउट होने से सीएसके 4 रन मैच हार गया।
वॉटसन ने सीएसके के कप्तान धोनी और कोच स्टीफन फ्लेमिंग को उन्हें बाहर नहीं करने का श्रेय दिया, जो अंत में उनकी कुछ बेहतरीन पारियों की वजह बना।
वॉटसन ने कहा, खराब फॉर्म के बावजूद धोनी और फ्लेमिंग ने बनाए रखा भरोसा
शेन वॉटसन ने कहा, 'उस अवधि के दौरान, दुर्भाग्य से मुझे लगा कि मैं अच्छी बैटिंग कर रहा हूं और केवल रन नहीं बना पा रहा हूं और ये जारी रहा। एक समय मुझे लग रहा था कि कुछ मैचों के बाद वे मुझसे आगे बढ़ जाएंगे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।'
उन्होंने कहा, 'और जब चीजें बदलीं, मैं जानता था कि किसी समय ऐसा होगा, तो मैंने एमएस और फ्लेमिंग को मुझ पर भरोसा जताने के लिए शुक्रिया कहा, और उन्होंने कहा कि कभी कोई संदेह नहीं था।' वॉटसन ने कहा, 'और ये शानदार था। इसने मुझे 10 फीट और लंबा होने जैसे अहसास कराया।'
उन्होंने कहा, 'ये एक शानदार कप्तानी की ताकत है। ये जानना कि कब उस व्यक्ति के साथ खड़े रहना है, जिस पर आप यकीन करते हैं, और ये मेरे लिए शानदार था। और मैं हमेशा उन लोगों का ऋणी रहूंगा।'