करीब दो महीने पहले रवि शास्त्री ने भारतीय टीम को 2011 वर्ल्ड कप जीतने की नौवीं सालगिरह पर बधाई थी, लेकिन उन्होंने केवल विराट कोहली और सचिन तेंदुलकर को टैग किया था। सचिन ने जहां भारत की दूसरी वर्ल्ड कप जीत में अहम योगदान दिया था तो वहीं विराट कोहली ने 2 अप्रैल 2011 को मुंबई के वानखेड़े में खेले गए 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में भारत के रन चेज में महत्वपूर्ण पारी खेली थी।
लेकिन 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में मैन ऑफ टूर्नामेंट रहे और फाइनल में 91 रन की नाबाद पारी खेलने वाले एमएस धोनी को रवि शास्त्री के ट्वीट में जगह नहीं मिली थी। शास्त्री ने ट्विट किया था, 'बहुत बधाइयां साथियो! इस बात का आप पूरी जिंदगी लुत्फ उठाएंगे। 1983 की हमारी टीम की तरह।'
युवराज ने तब मजेदार अंदाज में शास्त्री से कहा था, 'शुक्रिया सीनियर! आप मुझे और माही को भी टैग कर सकते थे हम भी इसका हिस्सा थे।' इसके बाद शास्त्री ने कहा था कि युवराज लेजेंड हैं।
रवि शास्त्री और युवराज सिंह के बीच सोशल मीडिया में फिर हुई मजेदार भिड़ंत
25 जून को युवराज सिंह ने कई अन्य क्रिकेटरों के साथ कपिल देव की कप्तानी में भारत की 1983 वर्ल्ड कप जीत की 37वीं सालगिरह की बधाई देते हुए ट्वीट किया। हालांकि युवराज ने किसी खिलाड़ी को टैग नहीं किया। लेकिन इस बार रवि शास्त्री ने युवी के अंदाज में ही उन्हें याद दिलाया कि वह भारतीय कोच और कपिल देव को टैग कर सकते थे।
इसके जवाब में युवराज ने शास्त्री की तरह ही उन्हें जवाब देते हुए कहा कि आप मैदान के अंदर और बाहर दोनों जगह लेजेंड हैं..कपिल पाजी अलग ही लीग में थे।