पिछले साल एक अंडर-16 स्कूल मैच में 1009 रन बनाकर पूरी दुनिया में तहलका मचाने वाले मुंबई के युवा खिलाड़ी प्रणव धनावडे ने क्रिकेट खेलना बंद कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रणव ने यह फैसला अपने खराब फॉर्म के कारण लिया है। यही नहीं , प्रणव के पिता प्रशांत धनावडे ने महाराष्ट्र क्रिकेट संघ (एमसीए) की ओर से मिलने वाले 10,000 रुपये के स्कॉलरशिप को भी लौटा दिया है।
पिछले साल प्रणव के रिकॉर्ड बनाने के बाद एमसीए ने हर साल उसकी पढ़ाई और क्रिकेट को जारी रखने के लिए यह स्कॉलरशिप देने की घोषणा की थी। प्रणव के पिता पेशे से एक ऑटो ड्राइवर हैं।
मीडिया में आई खबरों के अनुसार प्रणव के पिता ने एमसीए की स्कॉलरशिप लौटाते हुए कहा, 'हम इसके लिए एमसीए के आभारी हैं। लेकिन अब उसने पिछले डेढ़ साल में वैसा प्रदर्शन नहीं किया है। इसलिए हमारे लिए उस स्कॉलरशिप को लेना सही नहीं होगा। अगर प्रणव भविष्य में दोबारा अच्छा प्रदर्शन करता है तो एमसीए इस बारे में फिर विचार कर सकती है। फिलहाल मैं, आप सभी से इस स्कॉलरशिप को वापस लेने का आग्रह करता हूं।'
रिपोर्ट्स के अनुसार प्रणव पिछले काफी दिनों से खराब फॉर्म से गुजर रहा है। कुछ दिनों पहले प्रणव बेंगलुरु में अंडर-19 टीम के साथ अभ्यास के लिए बेंगलुरु भी गया था लेकिन उसका आत्मविश्वास काफी कम हो गया है। इससे उसके खेल पर बुरा असर पड़ा है।
दूसरी ओर प्रणव के कोच मोबिन शेख का मानना है कि अचानक मीडिया द्वारा उसे ज्यादा तवज्जो दिए जाने से इस युवा खिलाड़ी का खेल खराब हुआ। कोच के अनुसार वे सभी प्रणव को प्रेरित करने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रणव के कोच के अनुसार, 'हम सभी उसे प्ररित कर रहे हैं। मुख्य बात ये है कि ऐसा लगता है कि उसने अपना ध्यान खो दिया है। लगातार आलोचना से भी प्रणव के खेल पर बुरा असर पड़ा है लेकिन मुझे उम्मीद है कि अगले साल तक प्रणव में सुधार होगा और वह फिर से अच्छा क्रिकेट खेलना शुरू करेगा।'
प्रणव ने डेढ़ साल पहले बनाया था रिकॉर्ड
केसी गांधी हायर सेकेंडरी स्कूल की तरफ से खेल रहे धनवाडे ने तब मुंबई क्रिकेट संघ की ओर से आयोजित भंडारी कप इंचर स्कूल टूर्नामेंट में आर्य गुरुकुल के खिलाफ केवल 323 गेंदों पर 1009 रन बनाए थे और उनका स्ट्राइक रेट 312.38 का था। इसके बाद सचिन सहित कई बड़े खिलाड़ियों ने प्रणव की इस पारी के लिए उन्हें बधाई दी थी।