Janata Curfew: पीएम मोदी को आई नेटवेस्ट सीरीज की याद, युवराज-कैफ का जिक्र करके बोले- एक और साझेदारी का समय

पीएम नरेंद्र मोदी के ‘‘जनता कर्फ्यू’’ के आह्वान के बाद पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह और मोहम्मद कैफ ने भी लोगों से इस महामारी से लड़ने के लिए अपील की।

By राजेन्द्र सिंह गुसाईं | Published: March 21, 2020 01:33 PM2020-03-21T13:33:01+5:302020-03-21T13:52:19+5:30

PM Narendra Modi Responds To Mohammad Kaif And Yuvraj Singh, Time For Another Partnership | Janata Curfew: पीएम मोदी को आई नेटवेस्ट सीरीज की याद, युवराज-कैफ का जिक्र करके बोले- एक और साझेदारी का समय

Janata Curfew: पीएम मोदी को आई नेटवेस्ट सीरीज की याद, युवराज-कैफ का जिक्र करके बोले- एक और साझेदारी का समय

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Highlightsकोरोना वायरस के खौफ में पूरा विश्व।पीएम मोदी ने की ‘‘जनता कर्फ्यू’’ की अपील।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना को जनजागरूकता के जरिए पराजित करने का आह्वान करते हुए संकट की इस घड़ी में ‘‘जनता कर्फ्यू’’ की अपील की है। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने जहां 60 साल से ऊपर की आयु के लोगों को घरों में रहने के लिए कहा। पीएम ने कहा कि हो सके तो लोग घरों में ही रहें। पीएम ने बताया कि 22 मार्च रविवार को जनता कर्फ्यू रहेगा। इसके लेकर खेल जगत का भी पीएम मोदी को जमकर समर्थन मिल रहा है।

पीएम मोदी के इस आह्वान के बाद पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह और मोहम्मद कैफ ने भी लोगों से इस महामारी से लड़ने के लिए अपील की।

मोहम्मद कैफ के ट्वीट को पीएम मोदी ने रिट्वीट करते हुए लिखा- "यहां 2 बेहतरीन क्रिकेटर हैं, जिनकी साझेदारी को हम हमेशा याद रखेंगे। जैसा कि उन्होंने कहा है, यह एक और साझेदारी का समय है। इस बार, सभी भारत के साथी होंगे।”

पीएम मोदी ने इस ट्वीट में साल 2002 में इंग्लैंड के खिलाफ नेटवेस्ट सीरीज के फाइनल मैच का जिक्र किया जिसमें भारत की ओर से कैफ और युवराज सिंह ने 326 रन के विशाल टारगेट का पीछा करते हुए 121 रन की साझेदरी की थी, जिसके दम टीम इंडिया ने 2 विकेट से जीत दर्ज की थी।

प्रधानमंत्री ने अपने कोरोना वायरस महामारी संकट पर अपने संदेश में कहा कि आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को छोड़ कर किसी को भी घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह सोचना सही नहीं है कि सब ठीक है और इस वायरस को फैलने से रोकने के लिये लोगों से केंद्र सरकार तथा राज्य सरकारों द्वारा जारी परामर्शों का पालन करने का अनुरोध किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रथम और द्वितीय विश्वयुद्ध में भी इतनी संख्या में देश प्रभावित नहीं हुए थे जितनी कि कोरोना वायरस से हुए हैं।

उन्होंने राष्ट्र के नाम करीब 30 मिनट के अपने संबोधन में कहा कि दुनिया में कभी इतना गंभीर खतरा पैदा नहीं हुआ। उन्होंने 22 मार्च को सुबह सात बजे से रात नौ बजे तक लोगों को ‘‘जनता कर्फ्यू’’ का पालन करने कहा और अस्पतालों, हवाईअड्डों तथा अन्य स्थानों पर अपनी परवाह किये बगैर काम करने वालों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि ‘‘जनता कर्फ्यू’’ का अनुभव और इसकी सफलता भविष्य में चुनौतियों का सामना करने के लिये भी राष्ट्र को तैयार करेगी। इस महामारी को फैलने से रोकने के लिये कई राज्यों में पाबंदियां लगाई जाने के चलते वे (राज्य) बंद जैसी स्थिति की ओर बढ़ रही है।

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