पाकिस्तान क्रिकेट बोर्डः मुझे आजाद कर दो?, पाक टीम को कोचिंग नहीं दे सकता, अंतरिम कोच अजहर महमूद बोले-अनुबंध ने हाथ-पैर बांधे, 45 करोड़ रुपये...

Pakistan Cricket Board: पीसीबी को चैंपियंस कप आयोजनों में घरेलू टीमों के मेंटोर के रूप में वकार यूनिस, सकलैन मुश्ताक, मिस्बाह उल हक और सरफराज अहमद को उनके अनुबंधों से मुक्त करने की कोशिश करते हुए भी वित्तीय देनदारियों का सामना करना पड़ा था।

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: July 19, 2025 17:02 IST2025-07-19T17:01:20+5:302025-07-19T17:02:11+5:30

Pakistan Cricket Board Free me cannot coach Pak team interim coach Azhar Mahmood said contract tied hands and feet Rs 45 crore | पाकिस्तान क्रिकेट बोर्डः मुझे आजाद कर दो?, पाक टीम को कोचिंग नहीं दे सकता, अंतरिम कोच अजहर महमूद बोले-अनुबंध ने हाथ-पैर बांधे, 45 करोड़ रुपये...

file photo

Highlightsहरफनमौला को प्रति माह लगभग 75 लाख पाकिस्तानी रुपये का वेतन दे रहा है।पीसीबी को छह महीने के वेतन का मुआवजा देना होगा।महमूद का अनुबंध अगले साल अप्रैल-मई में समाप्त हो रहा है।

कराचीः पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) पूर्व टेस्ट ऑलराउंडर और लाल गेंद प्रारूप के अंतरिम कोच अजहर महमूद को कार्यमुक्त करना चाहता है लेकिन वह बोर्ड के पिछले प्रबंधन के साथ उनके अनुबंध के कारण ऐसा करने में असमर्थ है। पीसीबी के एक करीबी सूत्र ने बताया कि महमूद को अगर उनके अनुबंध समाप्त होने से पहले रिलीज किया जाता है, तो पीसीबी को उन्हें छह महीने के वेतन का मुआवजा देना होगा। यह रकम लगभग 45 करोड़ पाकिस्तान रुपये (13.60 करोड़ भारतीय रुपये) है। इस अंदरूनी सूत्र ने कहा, ‘‘यही कारण है कि पीसीबी ने हाल ही में उन्हें राष्ट्रीय टेस्ट टीम का अंतरिम मुख्य कोच नियुक्त किया है। महमूद का अनुबंध अगले साल अप्रैल-मई में समाप्त हो रहा है।’’ उन्होंने बताया कि पीसीबी इस पूर्व हरफनमौला को प्रति माह लगभग 75 लाख पाकिस्तानी रुपये का वेतन दे रहा है।

सूत्र के मुताबिक, ‘‘ यह समस्या तब सामने आई जब हाल ही में नियुक्त सीमित ओवरों के मुख्य कोच माइक हेसन ने यह स्पष्ट कर दिया कि उन्हें अपने मुताबिक स्पोर्ट स्टाफ चाहिये और महमूद उनकी पसंद में शामिल नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ इससे पीसीबी के सामने यह बड़ी समस्या आ गई कि महमूद की विशेषज्ञता का उपयोग कैसे किया जाए ताकि उन्हें इतनी मोटी रकम देने को उचित ठहराया जा सके।

बोर्ड उन्हें छह महीने के वेतन के साथ कार्यमुक्त नहीं करना चाहता था।’’ बोर्ड में जिस तरह से काम हो रहा है उससे अजहर खुद भी खुश नहीं हैं। उन्होंने राष्ट्रीय जूनियर टीम की जिम्मेदारी देने का अनुरोध किया था लेकिन उन्हें पीसीबी के कुछ अंदरूनी सूत्रों से विरोध का सामना करना पड़ा है।

इस सूत्र बताया कि पीसीबी को चैंपियंस कप आयोजनों में घरेलू टीमों के मेंटोर के रूप में वकार यूनिस, सकलैन मुश्ताक, मिस्बाह उल हक और सरफराज अहमद को उनके अनुबंधों से मुक्त करने की कोशिश करते हुए भी वित्तीय देनदारियों का सामना करना पड़ा था। इस टूर्नामेंट को हालांकि सिर्फ एक सत्र के बार रद्द कर दिया गया।

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