Highlightsविराट कोहली को टेस्ट क्रिकेट में बदलाव को लेकर आईसीसी का प्रस्ताव पसंद नहीं आया है।कोहली ने इसका विरोध किया, क्योंकि यह टेस्ट क्रिकेट के ट्रेडिशन के खिलाफ है।
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली को आईसीसी का प्रस्ताव पसंद नहीं आया है, जिसमें कहा गया है कि टेस्ट क्रिकेट को पांच दिन के घटाकर चार दिन का किया जाएगा। कोहली ने इसका विरोध किया, क्योंकि वह खेल के पारपंरिक पांच दिवसीय प्रारूप में छेड़छाड़ के पक्ष में नहीं हैं।
आईसीसी व्यवसायिक रूप से लुभावने संक्षिप्त प्रारूपों के लिए ज्यादा दिन निकालने के लिए 2023 से 2031 की अगले एफटीपी कार्यक्रम में चार दिवसीय टेस्ट मैच आजमाना चाहता है। हालांकि इसका अभी प्रस्ताव ही दिया गया है और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने भी इस प्रारूप को आजमाने की इच्छा व्यक्त की है।
श्रीलंका के खिलाफ पहले टी20 मैच से पहले कोहली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'मेरे हिसाब से टेस्ट क्रिकेट में कोई छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए। जैसा कि मैंने कहा कि दिन-रात्रि मुकाबला टेस्ट क्रिकेट का व्यवसायीकरण की ओर एक और कदम है। इसके लिए रोमांच पैदा करना एक अलग बात है, लेकिन इसमें ज्यादा छेड़छाड़ नहीं की जा सकती। मैं ऐसा नहीं मानता।'
बता दें कि टेस्ट क्रिकेट का इतिहास लगभग 140 साल पुराना है जहां इसे पांच दिन के प्रारूप में खेला जाता है। आईसीसी टेस्ट क्रिकेट को पांच की जगह चार दिन का करने की योजना बना रहा है। आईसीसी का तर्क है कि अगर अगर 2015-2023 सत्र में चार दिवसीय टेस्ट मैच खेले जाते तो खेल से 335 दिन बच जाते।
भारतीय टीम ने हाल ही बांग्लादेश के खिलाफ अपना पहला डे नाइट टेस्ट खेला और टेस्ट क्रिकेट में यह बदलाव कोहली को पसंद आया। उन्होंने कहा, 'आप जानते हैं कि टेस्ट क्रिकेट में यह बदलाव बहुत बड़ा है और इससे ज्यादा बदलाव नहीं कर सकते हैं।'
कोहली ने कहा, 'आप दर्शकों के नंबर और मनोरंज की बात कर रहे हैं। मुझे लगता है कि आपसी इच्छा सही नहीं है, क्योंकि इसके बाद आप तीन दिवसीय टेस्ट की बात करेंगे। मेरा मतलब है कि यह सब कहीं खत्म नहीं होगा। इसके बाद आप कहेंगे आप कहोगे कि टेस्ट क्रिकेट विलुत्त हो रहा है।'
कोहली ने आगे कहा, इसलिए मैं इसे बिल्कुल भी समर्थन नहीं करूंगा। मुझे लगता है कि खेल के पारंपरिक प्रारूप के साथ यह उचित होगा। शुरू में क्रिकेट कैसे शुरू हुआ और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पांच दिवसीय टेस्ट सर्वश्रेष्ठ हुआ करता था।'
विराट कोहली ने कहा, 'टी20 क्रिकेट एक नए प्रारूप के हिसाब से अच्छा है, लेकिन मुझसे जब 100 गेंद के प्रारूप (ईसीबी द्वारा शुरू किए गए) के बारे में पूछा गया तो मैंने कहा कि मैं नहीं जाऊंगा और खुद को एक और प्रारूप को नहीं आजमाऊंगा, क्योंकि पहले ही बहुत कुछ चल रहा है।'