टीम इंडिया ने दिनेश कार्तिक के आखिरी गेंद पर लगाए गए छक्के की मदद से बांग्लादेश को 4 विकेट से हराकर निदाहास ट्रॉफी अपने नाम कर लिया। टीम इंडिया की ये लगातार पांचवीं टी-20 सीरीज जीत है। दिनेश कार्तिक को उनकी शानदार पारी के लिए मैन ऑफ द मैच और वॉशिंगटन सुंदर को मैन ऑफ द सीरीज का खिताब दिया गया। वैसे तो फाइनल मैच के हीरो दिनेश कार्तिक रहे, लेकिन कई ऐसे खिलाड़ी थे जिन्होंने इस मैच में टीम इंडिया की जीत में अहम भूमिका निभाई।
1. दिनेश कार्तिक : इस सीरीज में धोनी की गैरमौजूदगी में विकेटकीपिंग की अहम जिम्मेदारी निभाई, लेकिन उन्हें बल्लेबाजी का ज्यादा मौका नहीं मिला। हालांकि उन्होंने धोनी के अंदाज में बल्लेबाजी की और आखिरी बॉल पर छक्का लगाकर टीम इंडिया को चैंपियन बना दिया। भारत को आखिरी दो ओवरों में जीत के लिए 34 रनों की जरूरत थी, लेकिन मनीष पांडये के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने उतरे दिनेश कार्तिक कुछ और ही ठान कर आए थे।
रुबेल हसन की ओर से डाले गए 19वें ओवर में कार्तिक ने ताबड़तोड़ 22 रन बटोरे और आखिरी ओवर में जीत के लिए 12 रनों की जरूरत थी। आखिरी ओवर में एक बार फिर नया मोड़ आया और पांचवें गेंद पर विजय शंकर कैच आउट हो गए। अब एक गेंद पर भारत को पांच रन चाहिए थे और सामने एक बार कार्तिक थे। कार्तिक ने भी निराश नहीं किया और छक्का लगाते हुए भारत को जीत दिला दी। कार्तिक ने 8 गेंदों की अपनी नाबाद पारी में तीन छक्के और दो चौके लगाए। उनकी इस छोटी, लेकिन बेहतरीन पारी के कारण उन्हें 'मैन ऑफ द मैच' के लिए चुना गया।
2 . वॉशिंगटन सुंदर : भले ही इस मैच के हीरो दिनेश कार्तिक रहे, लेकिन इस पूरी सीरीज में एक भारतीय खिलाड़ी चर्चा का विषय बना रहा। वो हैं वॉशिंगटन सुंदर। फाइनल मैच सुंदर ने 4 ओवर में सिर्फ 20 रन देकर 1 विकेट अपने नाम किया। इस सीरीज में उनको शानदार गेंदबाजी के लिए मैन ऑफ द सीरीज चुना गया। भुवनेश्वर और जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति में जब टीम इंडिया को दूसरे तेज गेंदबाज कामयाबी नहीं दिला पाए, उस समय वॉशिंगटन सुंदर ने टीम इंडिया को सफलता दिलाई। सुंदर ने इस सीरीज में 5.70 की औसत से रन दिए, जो टी20 में बेहतर औसत है। उन्होंने 5 मैचों की 5 पारियों में सबसे ज्यादा 8 विकेट लिए।
3. युजवेंद्र चहल : दक्षिण अफ्रीका में वनडे सीरीज के बाद टी 20 सीरीज में धमाल मचाने वाले युजवेंद्र चहल श्रीलंकाई जमीन पर भी अपनी स्पिन गेंदबाजी का कमाल दिखाया। फाइनल मुकाबले में युजवेंद्र चहल ने 4 ओवर में 18 रन देकर 3 विकेट लिए और बांग्लादेश को संकट में डाल दिया। दक्षिण अफ्रीकी जमीन पर कुलदीप यादव के साथ मिलकर धमाल मचाने वाले चहल ने निदाहास ट्रॉफी में वॉशिंगटन सुंदर को अपना जिम्मेदार बनाया। चहल ने भी सुंदर की तरह 5 मैचों की 5 पारियों में 8 विकेट लिए।
4. रोहित शर्मा : सीरीज के शुरुआती मैचों में आउट ऑफ फॉर्म रहने वाले टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने आखिरी दो मैचों मे शानदार बल्लेबाजी की और बांग्लादेश के इरादों पर पानी फेर दिया। फाइनल मैच में रोहित ने 42 गेंदों में 4 चौके और 3 छक्के की मदद से 56 रनों की पारी खेली। इससे पहले लीग मैच में बांग्लादेश के खिलाफ उन्होंने 89 रनों की पारी खेलकर अपना फॉर्म हासिल किया था। इस सीरीज में रोहित ने शानदार कप्तानी भी की है और सीनियर खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में अपने युवा गेंदबाजों का इस्तेमाल की चतुराई से किया।
5. शिखर धवन : फाइनल मैच में सलामी बल्लेबाज शिखर धवन का बल्ला भले ही कुछ कमाल नहीं कर पाया, लेकिन जब टीम इंडिया के दूसरे सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा आउट ऑफ फॉर्म थे तब धवन ही ऊपरी क्रम में टीम इंडिया का एक छोर संभाल रहे थे। उन्होंने शुरुआत के दो मैचों में दो अर्धशतक जमाए, इनमें एक 90 रनों की एक शानदार पारी भी शामिल है। धवन ने इस सीरीज मके 5 मैचों की 5 पारियों में शिखर ने 198 रन बनाए।