श्रीलंका की आजादी के 70 साल पूरे होने मौके पर आयोजित की गई निदाहास ट्रॉफी कुछ अलग ही मायनों में याद की जाएगी। श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच खेले गए अहम मुकाबले में महौल कुछ ज्यादा ही तनावपूर्ण हो गया था। तनाव के माहौल में दोनों देशों के खिलाड़ी आपस में भिड़ गए थे और खिलाड़ियों ने ड्रेसिंग रूम का शीशा भी तोड़ दिया।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक सीसीटीवी फुटेज से कुछ भी साफ नहीं हो पाया है कि शीशा किसने तोड़ा। इसके बाद मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने ड्रेसिंग रूम के कैटरर्स से बात की, जिसमें दोषी का पता लगाया गया। कैटरर्स ने मैच रेफरी को बताया है कि शीशा तोड़ने के पीछे बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन का हाथ था।
रिपोर्ट्स में बताया गया है कि मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया है कि बांग्लादेशी कप्तान शाकिब अल हसन ने मजबूती से दरवाजे को धक्का दिया, जिससे नुकसान हुआ और शीशा टूट कर बिखर गया।
बता दें कि बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन और रिजर्व खिलाड़ी नुरुल हसन पर आईसीसी कोड ऑफ कंडक्ट का उल्लंघन करने के लिए पहले ही मैच फीसदी का 25 फीसदी जुर्माना लगाया गया है। साथ ही इन दोनों को आईसीसी कोड ऑफ कंडक्ट के लेवल 1 के उल्लंघन के लिए एक डिमेरिट पॉइंट दिया गया है। (यह भी पढ़ें: निदाहास ट्रॉफी: शाकिब अल हसन, नुरुल पर ICC का जुर्माना, श्रीलंका के खिलाफ मैच में मचाया था हंगामा)
बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच खेले गए नॉकआउट मुकाबले में आखिरी ओवर की दूसरी गेंद पर अंपायर द्वारा नो बॉल नहीं दिए जाने के बाद नाराज बांग्लादेशी कप्तान शाकिब अल हसन बाउंड्री के पास चले आए थे और अपने बल्लेबाजों का वापस आने का इशारा करने लगे थे। वहीं नुरुल हसन, जो रिजर्व प्लेयर के तौर पर खेल रहे थे, अपनी टीम का संदेश लेकर जब मैदान में पहुंचे तो उन्होंने श्रीलंकाई कप्तान तिसारा परेरा के साथ बहस किया और अंगुली दिखाया था।
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