'ना विराट स्वीप कर रहे थे, ना धोनी, केवल सचिन कर रहे थे', पूर्व पाक स्पिनर ने खोला भारत में 27 साल बाद इंग्लैंड की टेस्ट सीरीज जीत का राज

Mushtaq Ahmed: इंग्लैंड के स्पिन सलाहकार रह चुके पूर्व पाक स्पिनर मुश्ताक अहमद ने कहा कै कि 2012 में इंग्लैंड की भारत में टेस्ट सीरीज हार की वजह भारतीय बल्लेबाजों की गलती थी

By अभिषेक पाण्डेय | Published: May 10, 2020 11:08 AM

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ठळक मुद्देना विराट स्वीप कर रहे थे ना धोनी: इंग्लैंड के खिलाफ 2012 सीरीज पर मुश्ताक अहमदभारतीय टीम इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों पर ध्यान दे रही थी लेकिन स्पिनरों ने उन्हें चौंका दिया: अहमद

2011 वर्ल्ड कप में खिताबी जीत के बाद टीम इंडिया का स्वप्निल सफर जल्द ही थम गया और एमएस धोनी की कप्तानी में उसे लगातार आठ विदेशी टेस्ट मैचों में हार का सामना करना पड़ा, ऐसे में 2012 में जब इंग्लैंड की टीम भारत दौरे पर आई तो टीम इंडिया के लिए इसे बदला लेने के सुनहरे मौके के रूप में देखा गया। 

लेकिन इंग्लैंड ने अहमदाबाद में पहला टेस्ट गंवाने के बाद जोरदार वापसी करते हुए मुंबई और कोलकाता में खेले गए अगले दोनों टेस्ट मैच जीतते हुए सीरीज पर 2-1 से कब्जा जमा लिया, नागपुर में खेला गया आखिरी टेस्ट ड्रॉ रहा। ये इंग्लैंड की भारत में 27 साल बाद पहली टेस्ट सीरीज जीत थी।

सबसे अजीब बात ये रही कि भारतीय स्पिनर इंग्लैंड के बल्लेबाजों के खिलाफ कामयाब नहीं रहे जबकि ग्रीम स्वान, मोंटी पनेसर जैसे अंग्रेज स्पिनरों ने सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, विराट कोहली, एमएस धोनी और चेतेश्वर पुजारा से सजी भारतीय बैटिंग का कड़ा इम्तिहान लिया। 

मुश्ताक अहमद ने खोला राज, भारत के दौरे पर 8 साल पहले कैसे जीती थी इंग्लैंड की टीम

उस दौरे पर इंग्लैंड के स्पिनर गेंदबाजी कोच रहे पूर्व पाकिस्तानी लेग स्पिनर मुश्ताक अहमद ने 8 साल बाद उस सीरीज में मेजबान देश की जीत का राज खोला है। 2008 से इंग्लैंड के सपोर्ट स्टाफ का हिस्सा रहे मुश्ताक ने कहा कि भारत का ध्यान जेम्स एंडरसन, स्टुअर्ट ब्रॉड और स्टीवन फिन का सामना करने पर था, जिसने पनेसर और स्वान को अपना जादू दिखाने का मौका दिया।

मुश्ताक ने साथ ही जोर देकर कहा कि इंग्लैंड के खिलाफ उस सीरीज में कोई भी भारतीय बल्लेबाज इंग्लैंड के स्पिनरों की लय बिगाड़ने के लिए स्वीप खेलने को तैयार नहीं था। केवल सचिन ही इस मामले में अपवाद रहे जबकि विराट कोहली और एमएस धोनी पारंपरिक शॉट ही खेलते रहे। 

मुश्ताक ने पीटीआई से कहा, 'हम 2012 में इसलिए जीते क्योंकि हमें पता था मैदान पर कैसी फील्डिंग सजानी है, किस गति से गेंदबाजी करनी है। ना विराट स्वीप कर रहे थे ना धोनी। केवल सचिन ऐसा कर रहे थे। भारतीय टीम इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों पर ध्यान दे रही थी लेकिन स्पिनरों ने उन्हें चौंका दिया।'

उस सीरीज में चारों मैच खेलने वाले ग्रीम स्वान ने 19 विकेट झटके जबकि दूसरे टेस्ट से टीम में आए पनेसर ने 3 टेस्ट में 17 विकेट लिए। पनेरस ने मुंबई टेस्ट में तो दोनों पारियों में 5 विकेट झटकते हुए मैच में 11 विकेट चटका दिए थे।

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