Highlightsमुंबई इंडियंस ने चेन्नई सुपर किंग्स को फाइनल मुकाबले में एक रन से हराया।इसी के साथ मुंबई पहली टीम बन गई है, जिसने चार बार खिताब अपने नाम किया।मुंबई को आईपीएल ट्रॉफी के अलावा 20 करोड़ रुपये का चेक दिया गया।
जसप्रीत बुमराह और राहुल चाहर की कसी हुई गेंदबाजी के बाद लसिथ मलिंगा के आखिरी ओवर के कमाल से मुंबई इंडियंस ने उतार चढ़ाव से भरे रोमांचक फाइनल में रविवार को चेन्नई सुपरकिंग्स को एक रन से हराकर चौथी बार आईपीएल चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। फाइनल मैच का परिणाम अंतिम गेंद पर निकला, जिसमें चेन्नई को दो रन की दरकार थी लेकिन मलिंगा ने यॉर्कर पर शार्दुल ठाकुर को पगबाधा आउट कर दिया।
मुंबई और चेन्नई के बीच यह चौथा फाइनल था, जिसमें मुंबई तीन बार चैंपियन बना है। इन दोनों टीमों के बीच हमेशा पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम जीती है और इस बार भी यह क्रम जारी रहा। शायद यही सोचकर रोहित शर्मा ने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। मुंबई ने इससे पहले 2013, 2015 और 2017 में खिताब जीते थे और इस तरह से उसने एक साल छोड़कर खिताब जीतने का क्रम जारी रखा। उसने 2013 और 2015 के फाइनल में भी चेन्नई को हराया था।
टॉस जीतकर पहले बैटिंग करे हुए मुंबई इंडियंस ने निर्धारित 20 ओवरों में 8 विकेट गंवाकर 149 रनों का स्कोर खड़ा किया था। 150 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए चेन्नई सुपर किंग्स की टीम 20 ओवरों में शेन वॉटसन के 59 गेंदों पर 80 रन के बावजूद सात विकेट गंवाकर 148 रन ही बना पाई और उसे एक रन से हार का सामना करना पड़ा।
मुंबई की जीत में उसके गेंदबाजों ने अहम भूमिका निभाई। बुमराह और चाहर ने अपने कोटे के चार चार ओवरों में 14-14 रन दिए और क्रमश: दो और एक विकेट हासिल किया। मिशेल मैक्लेंघन ने भी चार ओवर में 24 रन दिए। मुंबई का क्षेत्ररक्षण हालांकि अच्छा नहीं रहा। अकेले वॉटसन को ही तीन जीवनदान मिले। इससे पहले दीपक चाहर ने मुंबई को बड़ा स्कोर नहीं बनाने दिया था। उन्होंने 26 रन देकर तीन विकेट लेने में सफल रहे। उनके अलावा इमरान ताहिर (23 रन देकर दो) और शार्दुल ठाकुर (37 रन देकर दो) ने भी अच्छी गेंदबाजी की।
मुंबई की तरह चेन्नई का शीर्ष क्रम भी लड़खड़ा गया। फाफ डु प्लेसिस (13 गेंदों पर 26 रन) ने जिस तरह से चौथे ओवर में क्रुणाल पंड्या की तीन गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया, उससे मुंबई के समर्थक बैचेन थे लेकिन दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज ने इसी ओवर में अति उत्साही शॉट लगाने के प्रयास में अपना विकेट इनाम में दे दिया।
वॉटसन ने जमने में ज्यादा समय नहीं लगाया और लसिथ मलिंगा पर दो चौके और छक्का जड़कर हाथ खोले, लेकिन दूसरे छोर से विकेट गिरने से वह धीमे पड़ गए। सुरेश रैना (14 गेंदों पर आठ रन) को दूसरी बार डीआरएस से जीवनदान नहीं मिला। बुमराह ने नए बल्लेबाज अंबाती रायुडू (एक) को आते ही विकेट के पीछे कैच करवा दिया, लेकिन टर्निंग प्वाइंट तब आया जब एमएस धोनी (आठ गेंदों पर दो रन) ओवरथ्रो पर दूसरा रन लेने के प्रयास में रन आउट हो गए।
पंद्रह ओवर के बाद चेन्नई चार विकेट पर 88 रन बनाकर संघर्ष कर रहा था। ऐसे मौके पर ड्वेन ब्रावो (15) ने मलिंगा के अगले ओवर में छक्का, जबकि वॉटसन ने तीन चौके लगाए। इस बीच राहुल चाहर ने वॉटसन को तीसरा जीवनदान दिया और जब टीम को 18 गेंदों पर 38 रन की दरकार थी तब इस ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने क्रुणाल पर लगातार तीन छक्के लगाए। 19वें ओवर में बुमराह ने ब्रावो को आउट करके मैच में फिर रोमांच भर दिया और मलिंगा आखिरी ओवर में नौ रन का बचाव करने में सफल रहे।
इससे पहले चेन्नई ने मुंबई को 20 ओवर में 149 पर रोक दिया था। कीरोन पोलार्ड (25 गेंदों पर नाबाद 41, 4X3, 6X3) ने मुंबई की तरफ से सर्वाधिक रन बनाए, जबकि क्विंटन डिकाक ने चार छक्कों की मदद से 29 रन बनाए, लेकिन उसकी टीम ने नियमित अंतराल में विकेट गंवाए। चाहर ने 26 रन देकर तीन विकेट लिए, जबकि इमरान ताहिर (23 रन देकर दो) और शार्दुल ठाकुर (37 रन देकर दो) ने भी अच्छी गेंदबाजी की।
चाहर की इसलिए तारीफ करनी होगी, क्योंकि डिकॉक ने उनके दूसरे ओवर में तीन छक्कों की मदद से 20 रन बटोरे थे, लेकिन इस तेज गेंदबाज ने बाकी तीन ओवर में केवल छह रन दिए। इनमें पारी का 19वां ओवर में भी शामिल है जिसमें उन्होंने चार रन दिए। मुंबई और चेन्नई के बीच इससे पहले खेले गए तीन फाइनल में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम विजयी रही और रोहित शर्मा ने भी टास जीतकर जब पहले बल्लेबाजी का फैसला किया तो किसी को हैरानी नहीं हुई, लेकिन पावरप्ले में मुंबई के दोनों सलामी बल्लेबाज पवेलियन में विराजमान थे।
शार्दुल ने डिकॉक को विकेटकीपर एमएस धोनी के हाथों कैच कराकर उनके तेवरों को ठंडा किया तो अगले ओवर में चाहर ने रोहित को भी विकेट के पीछे कैच देने के लिए मजबूर किया। चाहर का यह ओवर मेडन रहा, जिससे छह ओवर के बाद मुंबई का स्कोर दो विकेट पर 45 रन हो गया। सूर्यकुमार यादव (17 गेंदों पर 15) और ईशान किशन (26 गेंदों पर 23) ने विकेट बचाने को तरजीह दी। बीच में चार ओवर में केवल 13 रन बने।
धोनी ने 12वें ओवर में ताहिर को गेंद सौंपी और उन्होंने दूसरी गेंद पर ही सूर्यकुमार को बोल्ड कर दिया जबकि ठाकुर ने नये बल्लेबाज क्रुणाल पंड्या (सात) का अपनी ही गेंद पर दौड़ लगाकर लाजवाब कैच लिया। पोलार्ड ने 15वें ओवर में ताहिर पर छक्का जड़कर टीम का स्कोर तिहरे अंक में पहुंचाया, लेकिन दक्षिण अफ्रीकी लेग स्पिनर ने इसी ओवर में किशन को आउट करके आईपीएल 2019 में 'पर्पल कैप' अपने नाम पर तय की। यह ताहिर का 26वां विकेट था और उन्होंने हमवतन कैगीसो रबादा (12 मैचों में 25) को पीछे छोड़ा।
हार्दिक पंड्या (दस गेंदों पर 16) जब चार रन पर थे, तब सुरेश रैना ने उनका कैच छोड़ दिया। ठाकुर के इस ओवर में पोलार्ड और हार्दिक ने एक एक छक्के की मदद से 16 रन बटोरे। चाहर ने हालांकि अगले ओवर में हार्दिक को पगबाधा आउट करके चेन्नई विशेषकर रैना को राहत पहुंचाई। मुंबई ने अंतिम दो ओवरों में केवल 13 रन बनाए और इस बीच तीन विकेट गंवाए।