'महेंद्र सिंह धोनी से पूछना चाहूंगा कि मुझे टीम इंडिया से क्यों ड्रॉप किया गया?' मनोज तिवारी संन्यास के बाद पूर्व कप्तान पर भड़के, जानें पूरा मामला

मनोज तिवारी ने कहा कि उन्हें टीम से तब बाहर कर दिया गया जब पिछले मैच में उन्होंने शतक लगाया था। तिवारी ने कहा कि आज जब वह युवा खिलाड़ियों को कई मौका दिया जाना देखते हैं तो उन्हें दुख होता है कि उनका क्रिकेट करियर भी शानदार हो सकता था।

By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: February 20, 2024 03:11 PM2024-02-20T15:11:29+5:302024-02-20T15:12:58+5:30

Manoj Tiwary on MS Dhoni Why was I dropped from Team India | 'महेंद्र सिंह धोनी से पूछना चाहूंगा कि मुझे टीम इंडिया से क्यों ड्रॉप किया गया?' मनोज तिवारी संन्यास के बाद पूर्व कप्तान पर भड़के, जानें पूरा मामला

(फाइल फोटो)

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Highlightsपूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पर अपनी भड़ास निकालीमनोज तिवारी ने कहा कि उन्हें टीम से तब बाहर कर दिया गया जब पिछले मैच में उन्होंने शतक लगाया थाकहा- उनका क्रिकेट करियर भी शानदार हो सकता था

Manoj Tiwary on MS Dhoni: भारतीय क्रिकेट टीम की हिस्सा रह चुके मनोज तिवारी ने कोलकाता में स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट्स क्लब में सम्मान समारोह के दौरान पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पर अपनी भड़ास निकाली। मनोज तिवारी ने कहा कि उन्हें टीम से तब बाहर कर दिया गया जब पिछले मैच में उन्होंने शतक लगाया था। तिवारी ने कहा कि आज जब वह युवा खिलाड़ियों को कई मौका दिया जाना देखते हैं तो उन्हें दुख होता है कि उनका क्रिकेट करियर भी शानदार हो सकता था।

मनोज तिवारी ने कहा,  "मैं महेंद्र सिंह धोनी से पूछना चाहता हूं कि 2011 में शतक बनाने के बाद मुझे प्लेइंग इलेवन से क्यों बाहर कर दिया गया था? 'मुझ में रोहित शर्मा, विराट कोहली की तरह हीरो बनने की क्षमता थी, लेकिन मैं नहीं बन सका। आज मैं टीवी पर देखता हूं कि जब कई लोगों को अध‍िक मौके मिल रहे हैं, तो मुझे दुख होता है।"

2011 में चेन्नई में वेस्टइंडीज के खिलाफ 104 रनों की अपनी पारी का जिक्र करते हुए तिवारी ने कहा कि इतना अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भी उन्हें एमएस धोनी की कप्तानी में अगले 14 मैचों के लिए बाहर कर दिया गया। 

बता दें कि हाल ही में बिहार के खिलाफ रणजी मैच खेलने के बाद तिवारी ने  क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी। मनोज तिवारी ने टीम इंडिया के लिए 12 वनडे और तीन T20 खेले। एक समय उन्हें भारतीय टीम में मध्यक्रम के भविष्य का खिलाड़ी माना जाता था। 

कोलकाता में स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट्स क्लब में तिवारी ने कहा, "जब भी मुझे मौका मिलेगा, तो मैं महेंद्र सिंह धोनी से पूरी विनम्रता के साथ निश्चित तौर एक सवाल करूंगा। मैं पूछना चाहूंगा कि शतक बनाने के बावजूद मुझे टीम इंडिया से क्यों ड्रॉप किया गया? खासतौर पर ऑस्ट्रेलिया के दौरे में, जब कोई भी रन नहीं बना रहा था। न ही विराट, न ही रोहित और न ही सुरेश रैना। अब तो मेरे पास खोने के लिए भी कुछ नहीं बचा है।"

बता दें कि जिस पारी का जिक्र मनोज तिवारी कर रहे थे वह मैच 11 दिसंबर 2011 को चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला गया था। इस मैच में तिवारी ने विपरित परिस्थितियों में टीम को संभाला था और 126 गेंदों पर 104 रन बनाए थे। मैच में टीम इंडिया की जीत हुई थी और मनोज तिवारी को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था। तिवारी ने करियर का आखिरी वनडे और इंटरनेशनल मैच 14 जुलाई 2015 को जिम्बाब्वे के खिलाफ खेला था।

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