कपिल देव समेत ये दिग्गज चुन सकते हैं महिला टीम का नया कोच, जल्द शुरू होगी प्रक्रिया

टीम इंडिया के पूर्व कप्तान कपिल देव भारतीय महिला क्रिकेट टीम के नए कोच का चुनाव कर सकते हैं।

By सुमित राय | Published: December 05, 2018 9:22 AM

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टीम इंडिया के पूर्व कप्तान कपिल देव भारतीय महिला क्रिकेट टीम के नए कोच का चुनाव कर सकते हैं। दरअसल, बीसीसीआई की क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) विभिन्न कारणों से इस प्रक्रिया को हिस्सा नहीं बन पाएगी, इस कारण महिला क्रिकेट कोच को चुनने वाली समिति में कपिल देव को जगह मिल सकती है।

बता दें कि 30 नवंबर को रमेश पवार का कार्यकाल खत्म हो गया है और मिताली राज के साथ विवाद के बाद बीसीसीआई ने उनके कार्यकाल नहीं बढ़ाने का फैसला किया। इसके बाद बोर्ड ने नए कोच की तलाश शुरू कर दी और इसके लिए आवेदन मंगाया है। संभावित उम्मीदवारों के आवेदन करने की अंतिम तारीख 15 दिसंबर है।

नियमों के अनुसार इस पद के लिए इंटरव्यू का अधिकार सीएसी के पास है, लेकिन महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण और सौरव गांगुली की मौजूदगी वाली समिति पूर्व प्रतिबद्धताओं के कारण शायद इस प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हो।

बीसीसीआई के सूत्रों ने बताया, 'सचिन, लक्ष्मण और सौरव से पहले पूछा जाएगा और एक बार वे लिखित में दे दें कि उनकी इसमें रुचि है, इसके बाद ही वे नए कोच का फैसला करेंगे।'

ऐसी अटकलें हैं कि सीएसी इससे इनकार कर सकता है, जैसा उन्होंने जूनियर राष्ट्रीय चयनकर्ताओं के चयन के लिए किया था और इसके लिए नई समिति का गठन किया गया था। जूनियर राष्ट्रीय चयनकर्ताओं के चयन को लेकर सीएसी के सदस्य पूर्व प्रतिबद्धताओं का हवाला देकर प्रक्रिया से हट गए थे। सचिन ने आयु वर्ग के क्रिकेट में अपने बेटे अर्जुन के करियर के कारण हितों के टकराव का भी हवाला दिया था।

अधिकारी ने कहा, 'बीसीसीआई कई बड़े नामों पर विचार कर रहा है और यह उनकी उपलब्धता पर निर्भर करेगा। इसके साथ ही यह भी देखा जाएगा कि हितों के टकराव का मामला नहीं आए। बीसीसीआई सुनील गावस्कर, कपिल देव, अंशुमन गायकवाड़, शुभांगी कुलकर्णी और शांता रंगास्वामी जैसे लोगों से संपर्क कर सकता है और उनकी उपलब्धता को देखते हुए तीन सदस्यीय समिति का गठन करेगा।' हालांकि यह भी बताया जा रहा है कि सुनील गावस्कर मीडिया प्रतिबद्धताओं के कारण इस समिति में शामिल ना हों।

बीसीसीआई के वरिष्ठ अधिकारियों ने महिला कोच विवाद से निपटने के प्रशासकों की समिति के तरीके की आलोचना की थी और कहा कि अगर सीएसी के सदस्य पिछले साल विराट कोहली-अनिल कुंबले विवाद में अपनी अनदेखी के बाद चयन प्रक्रिया का हिस्सा बनने से इनकार करते हैं तो इससे हैरानी नहीं होगी। कुंबले ने कोहली के साथ मतभेद के बाद कोच के पद से इस्तीफा दे दिया था और सीएसी के आशंकाएं जताने के बावजूद कप्तान के जोर देने पर रवि शास्त्री को कोच नियुक्त किया गया था। (इनपुट-भाषा)

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