Highlightsआईसीसी चेयरमैन के रूप में जय शाह की नियुक्ति ने पाकिस्तान की टेंशन बढ़ा दी हैपीसीबी को डर- छिन सकती है चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानीपाकिस्तान के लिए इस समय वही स्थिति है जो एशिया कप 2022 के समय हुई थी
ICC Champions Trophy: आईसीसी चेयरमैन के रूप में जय शाह की नियुक्ति ने पाकिस्तान की टेंशन बढ़ा दी है। आईसीसीचैंपियंस ट्रॉफी अगले साल पाकिस्तान में होनी है। पीसीबी को उम्मीद थी कि अगर बीसीसीआई इस आयोजन के लिए पाकिस्तान में अपनी टीम भेजने से इनकार करता है तो आईसीसी उस पर कड़ी कार्रवाई करेगा। लेकिन अब जय शाह के आईसीसी चेयरमैन चुने जाने से पीसीबी फिर से दुविधा में है।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड किसी भी हाल में आईसीसी चैंपियंस ट्राफी की मेजबानी करना चाहता है। लेकिन अगर भारत टूर्नामेंट से हट जाता है तो यह आईसीसी और पीसीबी समेत भाग लेने वाले सभी क्रिकेट बोर्ड्स के लिए झटका होगा। पाकिस्तान के लिए इस समय वही स्थिति है जो एशिया कप 2022 के समय हुई थी। यह टूर्नामेंट भी पाकिस्तान में खेला जाना था लेकिन भारत ने का दौरा करने से इनकार कर दिया। पीसीबी के कड़े प्रतिरोध के बावजूद टूर्नामेंट को पाकिस्तान से बाहर स्थानांतरित करना पड़ा। जय शाह उस समय एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के अध्यक्ष थे और अब वह आईसीसी अध्यक्ष हैं। इसलिए यह आश्चर्य की बात नहीं होगी यदि वह पीसीबी को हाइब्रिड मॉडल में टूर्नामेंट आयोजित करने के लिए मजबूर करते हैं। हालाँकि, पीसीबी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि वे आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए हाइब्रिड मॉडल के प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करेंगे।
साल 2008 के बाद से ही भारतीय क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान का दौरा नहीं किया है। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सीरीज हुए भी 10 साल से ज्यादा हो गए। हालांकि साल 2023 में खेले गए आईसीसी वनडे विश्वकप के लिए पाकिस्तान टीम ने भारत का दौरा किया था। अब पीसीबी का कहना है कि अगर पाकिस्तान क्रिकेट टीम विश्वकप के लिए भारत जा सकती है तो भारतीय टीम को भी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान आना चाहिए।
दोनों देशों के तनावपूर्ण राजनीतिक रिश्ते इसमें सबसे बड़ी बाधा हैं। साल 2008 में मुंबई आतंकी हमले के बाद से ही भारत ने पाकिस्तान में क्रिकेट खेलने से बॉयकॉट किया हुआ है। भारतीय टीम की पाकिस्तान में सुरक्षा भी एक बड़ा मुद्दा है और बीसीसीआई को टीम भेजने से पहले सरकार से अनुमति लेनी होगी।