SRH vs CSK प्रीव्यू: हैदराबाद की भिड़ंत 'ताकतवर' चेन्नई से आज, अंबाती रायुडू की नजरें बल्ले से जवाब देने पर
आईपीएल 2019 के 33वें मैच में बुधवार को जब सनराइजर्स हैदराबाद और चेन्नई सुपरकिंग्स की टीमें आमने-सामने होंगी, तो नजरें वर्ल्ड कप टीम में जगह न बना पाने वाले अंबाती रायुडू पर होंगी।
वर्ल्ड कप टीम में जगह बनाने से चूकने के बाद रायुडू की नजरें अपने जोरदार खेल से चयनकर्ताओं को जवाब देने पर होंगी।
वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम में नंबर 4 के दावेदार माने जा रहे रायुडू को इस मेगा इंवेंट के लिए जगह नहीं मिली, ऐसे में वह अब अपनी निराशा का हैदराबाद के खिलाफ चेन्नई के लिए बेहतरीन बैटिंग के लिए जरिए सही उपयोग कर सकते हैं।
गत चैंपियन एमएस धोनी के लिए अब तक ये टूर्नामेंट बेहद शानदार रहा है और प्ले ऑफ में जगह बनाने से वह सिर्फ एक जीत दूर है। चेन्नई की टीम अब तक 8 में से 7 मैच जीतते हुए पॉइंट्स टेबल में पहले नंबर पर है, तो वहीं हैदराबाद की टीम 7 में से सिर्फ 3 मैच ही जीत सकी है और छठे स्थान पर है।
अंबाती रायुडू को वर्ल्ड कप टीम में नहीं चुना गया है
SRH vs CSK: IPL में भिड़ंत का रिकॉर्ड
इन दोनों टीमों के बीच आईपीएल में हुई भिड़ंत में चेन्नई का पलड़ा भारी रहा है। अब तक इन दोनों के बीच हुए 10 मैचों में से हैदराबाद ने 2 जबकि चेन्नई ने 10 मैच जीते हैं।
कुल मैच खेले – 10 हैदराबाद ने जीते – 2 चेन्नई ने जीते – 8
2018 में: कुल मैच खेले-– 4 हैदराबाद ने जीते – 0 चेन्नई ने जीते – 4
वॉर्नर-बेयरस्टो के इर्द-गिर्द रही है हैदराबाद की कहानी
धोनी के नेतृत्व वाली चेन्नई के पास इस सीजन में हर परिस्थिति के लिए प्लान ए, बी और सी रह है। लेकिन वहीं हैदरबाद की टीम अपनी ओपनिंग जोड़ी के फ्लॉप होने के बाद बिखरी सी नजर आई है। डेविड वॉर्नर के 400 रन और जॉनी बेयरस्टो के 312 रन के बाद हैदराबाद के लिए तीसरे नंबर पर 132 रन बनाने वाले विजय शंकर का नंबर है, जो दिखाता है कि वॉर्नर-बेयरस्टो के बाद हैदराबाद के बाकी के बल्लेबाज किस कदर फ्लॉप रहे हैं।
हैदराबाद की असली समस्य उसके मिडिल ऑर्डर का फेल होना है, जहां मनीष पाण्डेय (6 मैचों में 54 रन), दीपक हुड्डा (6 मैचों में 47 रन) और यूसुफ पठान (6 मैचों में 32 रन) बुरी तरह असफल रहे हैं।
वॉर्नर-बेयरस्टो की ओपनिंग जोड़ी के अलावा हैदराबाद की बैटिंग फ्लॉप रही है
धोनी की हर योजना रही है अब तक कामयाब
वहीं दूसरी ओर धोनी ने अब तक परिस्थितियों के अनुसार अलग-अलग खिलाड़ियों को आजमाया है और इसमें कामयाब भी रहेह हैं। चाहे फिर व चेपक की धीमी विकेट पर हरभजन सिंह को खिलाना रहा हो या बाहर के मैचों में मिशेल सैंटनर का उपयोग, धोनी की हर रणनीति पूरी तरह सफल रही है।
चेन्नई के लिए इस सीजन में जो खिलाड़ी तुरूप का इक्का साबित हुआ है, वह हैं 40 साल के इमरान ताहिर, जो अब तक 13 विकेट झटक चुके हैं।