इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2019 के लीग चरण भी अब तक शुरू नहीं हुए हैं, लेकिन विदेशी खिलाड़ियों को इस लीग को छोड़कर स्वदेश लौटने का सिलसिला शुरू हो गया है।
सनराइजर्स हैदराबाद के स्टार बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो ने मंगलवार (23 अप्रैल) को चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ इस आईपीएल सीजन का अपना आखिरी मैच खेला। वहीं बेयरस्टो के हमवतन इंग्लैंड के ऑलराउंडर मोईन अली भी रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के खिलाफ 24 अप्रैल को होने वाले मैच के साथ ही स्वदेश लौट जाएंगे।
इंग्लैंड के साथ ही, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका, उन कुछ देशों में शामिल हैं, जिन्होंने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि वे आईपीएल सीजन-12 खत्म होने से पहले ही अपने खिलाड़ियों को वापस चाहते हैं। इंग्लैंड की टीम को वर्ल्ड कप से पहले पाकिस्तान के खिलाफ घर में सीमित ओवरों की सीरीज खेलनी है, जो 3 मई से शुरू हो रही है।
30 मई से इंग्लैंड और वेल्स में खेले जाने वाले वर्ल्ड कप को देखते हुए ज्यादातर विदेशी खिलाड़ियों को आईपीएल खत्म होने के पहले ही स्वदेश लौटना पड़ेगा।
IPL 2019 खत्म होने से पहले ही स्वदेश लौटने वाले विदेशी खिलाड़ी
1.चेन्नई सुपरकिंग्स: फाफ डु प्लेसिस, इमरान ताहिर2.राजस्थान रॉयल्स: मोईन अली, डेल स्टेन, मार्कस स्टोइनिस, हेनरिक क्लासेन3.राजस्थान रॉयल्स: जोस बटलर, बेन स्टोक्स, स्टीव स्मिथ, जोफ्रा आर्चर4.सनराइजर्स हैदराबाद: डेविड वॉर्नर, जॉनी बेयरस्टो, शाकिब अल हसन5.मुंबई इंडियंस: जेसन बेहरनडॉर्फ, क्विंटन डि कॉक6.किंग्स इलेवन पंजाब: डेविड मिलर7.दिल्ली कैपिटल्स: कगीसो रबादा8.कोलकाता नाइट राइडर्स: जो डेनली
इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और बांग्लादेश ने अपने खिलाड़ियों को वर्ल्ड कप का सेशन शुरू होने से पहले मई के पहले हफ्ते तक रिपोर्ट करने को कहा है।
विंडीज खिलाड़ियों के निकट भविष्य को लेकर पूरी स्पष्टता नहीं है, जबकि अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के लिए खिलाड़ी पूरे आईपीएल सीजन के लिए उपलब्ध रहेंगे।
वेस्टइंडीज टीम वर्ल्ड कप के लिए अपनी टीम का ऐलान 25 अप्रैल को कर सकती है। आईपीएल के इस सीजन में जो विंडीज खिलाड़ी खेल रहे हैं, उनमें क्रिस गेल, आंद्रे रसेल, कीरोन पोलार्ड, कार्लोस ब्रेथवेट और निकोलस पूरन शामिल हैं।
विदेशी खिलाड़ियों को जल्दी घर लौटने से जो टीमें सबसे ज्यादा प्रभावित होंगी, उनमें आरसीबी, हैदराबाद और राजस्थान रॉयल्स शामिल हैं। आरसीबी और राजस्थान का प्लेऑफ में पहुंचना काफी मुश्किल लग रहा है, लेकिन हैदराबाद को विदेशी खिलाड़ियों के जाने के बाद अगले दौर में पहुंचने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी।