Highlightsजावेद मियांदाद को खुद पर बहुत भरोसा था, जिसने उन्हें इतना महान बनाया: इंजमामजावेद भाई ने बैटिंग की कला को सबसे अच्छे से परिभाषित किया: इंजमाम
पूर्व पाकिस्तानी कप्तान इंजमाम उल हक खुद एक लेजेंड हैं लेकिन उन्होंने पाकिस्तान के महानतम बल्लेबाज के बारे में पूछे जाने पर खुद के बजाय 1992 वर्ल्ड कप विजेता टीम के साथी खिलाड़ी का नाम लिया, इंजमाम ने ये खुलासा एक यूट्यूब चैनल पर किया।
इंजमाम ने एक यट्यूब वीडियो में जावेद मियांदाद को पाकिस्तान का महानतम खिलाड़ी करार दिया।
इंजमाम ने बताया क्यों मियांदाद हैं सबसे महान पाकिस्तानी खिलाड़ी
हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, उनकी तारीफ करते हुए इंजमाम ने कहा, 'मैं एक ऐसे खिलाड़ी के बारे में बात करने जा रहा हूं जो जब मैं क्रिकेट खेल रहा था, तो सभी बल्लेबाजों का हीरो था। मैं जावेज मियांदाद की बात कर रहा हूं। वह पाकिस्तान से निकले सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी हैं, कम से कम बल्लेबाजी के मामले में। मैं उनके साथ चार-पांच साल खिलाड़ी और फिर कोच के तौर पर खेला। उन्हें खुद पर बहुत भरोसा था, जिसने उन्हें इतना महान बनाया।'
इंजमाम ने कहा, 'मैंने एक बात मुश्ताक मोहम्मद से बात की थी, उन्होंने बताया था कि जब वे ऑस्ट्रेलिया गए थे तो मियांदाद युवा थे, जहां बल्लेबाज टॉप ऑर्डर में बल्लेबाजी करने में डरते थे, लेकिन मियांदाद हमेशा बैटिंग के लिए जाने को आतुर रहते थे और उनका रवैया निर्भीक था। वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज के खिलाफ भी स्लेजिंग करते थे। आमतौर पर गेंदबाज बल्लेबाजों की लय बिगाड़ने के लिए उनके खिलाफ स्लेजिंग करते थे, लेकिन मियांदाद ने इसे उलट दिया। वह बड़े मैचों के खिलाड़ी थे और हर मौके पर प्रदर्शन किया। उन्होंने समझ भरी पारी खेलते समय खिलाड़ियों को कभी ये नहीं पता चलने दिया कि स्थिति कितनी गंभीर है।'
मियांदाद को उनकी आक्रामक बैटिंग के लिए जाना जाता था और इंजमाम के मुताबिक मियांदाद ने बैटिंग की कला को सबसे अच्छे तरीके से परिभाषित किया।
इंजमाम ने कहा, 'मैंने दुनिया भर में क्रिकेट खेला और मेरे ख्याल से जावेद भाई ने बैटिंग की कला को सबसे अच्छे से परिभाषित किया। उन्हें बाकी सबकी तरह तकनीक में रुचि नहीं थी। वह बल्लेबाजों को ये सिखाते थे कि रन कैसे बनाना है। ये उनकी कोचिंग थी। दुनिया के सभी महान बल्लेबाज तकनीक के बजाय रन बनाने को लेकर ज्यादा चिंतित रहे हैं।'