राजकोट, 06 अक्टूबर: भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज को राजकोट में खेले गए पहले टेस्ट में महज ढाई दिनों में ही एक पारी और 272 रन हराते हुए अपनी सबसे बड़ी जीत दर्ज की। इस मैच में विंडीज टीम किसी भी क्षण टीम इंडिया को टक्कर देती नहीं नजर आई। सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच 12 अक्टूबर से हैदराबाद में खेला जाएगा।
लेकिन भारत की इस ऐतिहासिक जीत के बावजूद स्टार ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन इस मैच इस्तेमाल की गई एसजी गेंद से निराश दिखे। पहली पारी में 37 रन देकर 4 विकेट लेने वाले अश्विन को दूसरी पारी में 71 रन देकर 2 विकेट मिले। हालांकि दूसरी पारी में अपने टेस्ट करियर में पहली बार 5 विकेट लेने वाले कुलदीप यादव ने इस गेंद को ठीक-ठाक कहा था।
लेकिन विंडीज पर जीत के बाद अश्विन ने इस गेंद के बारे में निराशा जताते हुए कहा, 'कुलदीप जिस एसजी, कूकाबुरा और ड्यूक्स को अपनाने के बारे में बात कर रहे हैं, उनमें पर्याप्त अंतर है।'
अश्विन ने कहा, 'आजकल कूकाबुरा सफेद गेंद की सीम काफी पतली होती है, ज्यादा स्विंग नहीं होती है और न ही ज्यादा पकड़ बनती है। यहां पर अनुकूलता महत्वपूर्ण हो जाती है, हमें वह करने का ज्यादा समय नहीं मिला। अब मैं कहूंगा कि कूकाबुरा लाल गेंद कहीं बेहतर गेंद है, ड्यूक्स भी हैं। लेकिन मैं वर्तमान एसजी गेंद से बहुत निराश हूं। ये पहले बेहतर हुआ करती थी, सीम 70-80 ओवर के बाद भी मजबूत होती थी। लेकिन अब ये पहली जैसी नहीं रही।'
अश्विन का ये बयान साथी गेंदबाज कुलदीप द्वारा कूकाबुरा लाल गेंद की तारीफ करने और एसजी को ठीक-ठाक कहने के बाद आया है। दूसरी पारी में 5 विकेट लेने के बाद कुलदीप ने कहा, 'लाल गेंद से तब गेंदबाजी करना मुश्किल होता है जब आप सीधे सफेद गेंद से खेलकर आ रहे हों। कई बार इसमें सामंजस्य बिठाने में समय लगता है। कूकाबुरा लाल गेंद पकड़ने में अच्छी है। अभी एसजी ठीक है।'
इस बीच इस मैच में 6 विकेट लेकर अश्विन ने अपने विकेटों की संख्या 333 तक पहुंचा दी और वह टेस्ट इतिहास में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की लिस्ट में दक्षिण अफ्रीका के एलन डोनाल्ड को पीछे छोड़कर 24वें नंबर पर आ गए हैं। अनिल कुंबले (619), कपिल देव (434) और हरभजन सिंह (417) के बाद अश्विन भारत के सबसे कामयाब टेस्ट गेंदबाजों की लिस्ट में चौथे नंबर पर हैं। अश्विन टेस्ट इतिहास के सबसे कामयाब स्पिनरों की लिस्ट सातवें नंबर पर हैं।