1983 वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य रहे पूर्व ऑलराउंडर रोजर बिन्नी ने हार्दिक पंड्या की आलोचना की है और कहा कि वे भाग्यशाली हैं कि उन्हें ऑलराउंडर माना जाता है। बिन्नी ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में पंड्या के खराब प्रदर्शन के बाद पंड्या की कड़ी आलोचना की है। पंड्या दक्षिण अफ्रीका दौरे पर केपटाउन में खेले गए पहले टेस्ट में 93 रन की जोरदार पारी खेलने के बाद अली पांच पारियों में 1, 15, 6, 0 और 14 के ही स्कोर बना पाए। गेंदबाजी में भी पंड्या महज तीन विकेट ही झटके सके।
टेस्ट के बाद वनडे सीरीज में भी पंड्या का निराशाजनक प्रदर्शन जारी रहा। 6 मैचों में पंड्या सिर्फ 26 रन ही बना सके और महज 4 विकेट झटक सके। पंड्या के इस खराब प्रदर्शन के बाद रोजर बिन्नी टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, 'वह सौभाग्यशाली हैं कि उन्हें एक ऑलराउंडर के तौर पर देखा जाता है। वह बैट से योगदान नहीं करते हैं। वह गेंदबाजी से प्रदर्शन करते हैं, यही वजह है कि वह टीम में अपनी जगह बना पाने में सफल होते हैं।'
बिन्नी ने कहा कि अब पंड्या की कपिल देव से तुलना बंद कर देनी चाहिए। बिन्नी ने कहा, 'बल्लेबाज के तौर पर उनमें कपिल की कोई झलक नहीं है। कपिल ने भारतीय टीम में आने से पहले प्रथम श्रेणी में शतक जड़ा था। पंड्या ने टॉप लेवल क्रिकेट खेलने से पहले प्रथम श्रेणी क्रिकेट में रन नहीं बनाए थे। उन्हें टेस्ट टीम में जगह उनके टी20 क्रिकेट के प्रदर्शन के आधार पर मिली है। सीमित ओवरों का क्रिकेट एक बिल्कुल ही अलग तरह का खेल है-आप इस फॉर्मेट में रन बना सकते हैं क्योंकि फील्ड फैली हुई होती है।' (पढ़ें: INDvSA: दूसरे टी20 के बाद धोनी पर मनीष पाण्डेय का बयान, 'माही जाग गया था')
बिन्नी ने कहा, 'उन्हें बड़ौदा के लिए बैटिंग ऑर्डर में ऊपर खेलकर रन बनाना होगा अन्यथा उनके लिए टेस्ट टीम में जगह बनाना और टिकना मुश्किल होगा। हालांकि मुझे नहीं लगता कि उनके लिए ज्यादा घरेलू क्रिकेट खेलना संभव होगा।' भारत के लिए 27 टेस्ट और 72 वनडे खेलने वाले बिन्नी ने क्रीज पर आने के बाद पंड्या के रवैये की भी आलोचना की। बिन्नी ने कहा, 'वह पहली ही गेंद से शॉट खेलने की कोशिश कर रहे हैं। वह बहुत ज्यादा स्ट्रोक खेलने की कोशिश करते हैं और टिकने का प्रयास नहीं करते।'