नए साल का जश्न भले ही जारी है लेकिन टीम इंडिया के लिए दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज का बिगुल बज चुका है। बतौर कप्तान विराट कोहली का अब तक का अनुभव बेशक शानदार रहा है लेकिन अब उनकी सेना के सामने दक्षिण अफ्रीका में नया इतिहास रचने की चुनौती है। टीम इंडिया में विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा सहित रोहित शर्मा जैसे बल्लेबाज हैं। वहीं जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी जैसे गेंदबाज भी हैं।
हालांकि, दक्षिण अफ्रीकी टीम में भी एक से बढ़कर एक खिलाड़ी हैं जो भारत का खेल बिगाड़ सकते हैं। आइए, नजर डालते हैं उन पांच दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ियों पर जो टीम इंडिया के लिए बड़ी चुनौती बन सकते हैं।
फाफ डु प्लेसिस: कंधे की चोट के कारण जिम्बॉब्वे के खिलाफ टेस्ट मैच से बाहर रहे दक्षिण अफ्रीकी कप्तान डु प्लेसिस भारत के खिलाफ सीरीज से वापसी कर रहे हैं। डु प्लेसिस के पास 45 टेस्ट मैचों का अनुभव है। भारत के खिलाफ भले ही उन्होंने अब तक केवल एक शतक लगाया है और उनके नाम केवल 7 सेंचुरी है, इसके बावजूद मध्यक्रम में वह मध्यक्रम में वह बल्लेबाजी का दबाव थामने में पूरी तरह से सक्षम हैं। डू प्लेसिस ने आखिरी शतक बांग्लादेश के खिलाफ अक्टूबर में लगाया था।
एबी डिविलियर्स: दक्षिण अफ्रीका का यह बल्लेबाज क्रिकेट के हर फॉर्मेट में फिट बैठता है। अपने आक्रामक बल्लेबाजी के लिए पहचाने जाने वाले डिविलियर्स के नाम 107 मैचों में 21 शतक और 40 अर्धशतक हैं। इसमें तीन उन्होंने भारत के खिलाफ जमाए हैं जिसमें दो तो दक्षिण अफ्रीकी मैदान पर हैं। इनमें 9 बार डिविलियर्स ने 150 से इससे ज्यादा रन एक पारी में बनाए हैं। इसका मतलब साफ है कि उनमें लंबी पारी खेलने की क्षमता है।
हाशिम अमला: यह भारतीय गेंदबाजों के लिए बतौर बल्लेबाज सबसे बड़ा खतरा हैं। 100 टेस्ट मैचों के अनुभव वाला यह धकड़ बल्लेबाज 28 शतक जमा चुका है और एकाग्रता के मामले में अमला का कोई जवाब नहीं है। अमला की खास बात ये है कि भारत के खिलाफ उन्होंने कई बार उम्दा पारियां खेली हैं। फिर चाहे 2008 में चेन्नई में खेली गई 159 रनों की पारी हो या फिर 2010 के भारत दौरे पर दो टेस्ट मैचों में तीन शतक, हमला मे हमेशा भारत के खिलाफ शानदार खेल दिखाया है। दक्षिण अफ्रीकी जमीन पर भले ही अमला मे भारत के खिलाफ वैसा प्रदर्शन नहीं किया है, जिसके लिए उन्हें जाना जाता है। लेकिन इस बार हमला इस बुरे रिकॉर्ड को जरूर पीछे छोड़ना चाहेंगे।
डेल स्टेन: दक्षिण अफ्रीका का यह दिग्गज गेंदबाज करीब एक साल टेस्ट क्रिकेट में वापसी कर रहा है। स्टेन इस सीरीज में अगर पांच विकेट और लेते हैं तो वह दक्षिण अफ्रीका की ओर से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन जाएंगे। स्टेन के नाम फिलहाल 85 टेस्ट मैच की 156 पारियों में 417 विकेट हैं। स्टेन पूर्व तेज गेंदबाज शॉन पोलाक के 421 विकेट के रिकॉर्ड से महज 4 कदम दूर हैं। अगर वह अपने पुराने फॉर्म में नजर आए तो भारतीय बल्लेबाजों को मैदान पर कड़ी परीक्षा देनी होगी।
क्रिस मोरिस: चोट के बाद वापसी कर रहे मोरिस बतौर तेज गेंदबाज दक्षिण अफ्रीका की उछलती पिचों पर टीम इंडिया के लिए बल्लेबाजों के लिए बड़ा सिरदर्द साबित हो सकते हैं। हालांकि, मोरिस ने केवल चार टेस्ट मैच खेले हैं और आखिरी मैच जुलाई में खेला था।
इसके बावजूद वह कई मायनों में भारतीय बल्लेबाजों को परेशान कर सकते हैं। उन्होंने भारत के खिलाफ अब तक कोई टेस्ट नहीं खेला है। ऐसे में भारतीय बल्लेबाजों को उन्हें खेलने का बहुत खास अनुभव नहीं है।