इंग्लैंड दौरे पर गई भारतीय टीम को साउथम्पटन में खेले गए चौथे टेस्ट में भी 60 रनों से हार का सामना करना पड़ा और इसी के साथ ही इंग्लैंड ने पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त हासिल कर ली। भारतीय टीम ने इंग्लैंड को पहले 246 पर समेटने के बाद 273 रन बनाकर 27 रनों की बढ़त हासिल की थी। इसके बाद इंग्लैंड ने अपनी दूसरी पारी में 271 रन बनाकर भारत को 245 रनों का लक्ष्य दिया, लेकिन टीम इंडिया मैच के चौथे दिन 184 बनाकर ढेर हो गई। इससे पहले लगातार दो मैच हारने के बाद भारतीय टीम ने तीसरे मैच में वापसी करते हुए जीत दर्ज की थी।
भारतीय टीम की हार के पांच बड़े कारण
ओपनिंग जोड़ी दोनों पारियों में हुई फ्लॉप
टीम इंडिया की हार का सबसे बड़ा कारण उसकी ओपनिंग जोड़ी रही। चौथे टेस्ट की दोनों पारियों में केएल राहुल और शिखर धवन टीम को अच्छी शुरुआत दिलाने में नाकाम रहे और बुरी तरह फ्लॉप रहे। धवन ने पहली पारी में 23 रन तो दूसरी पारी में सिर्फ 17 रन बनाए। वहीं केएल राहुल पहली पारी में 19 रन बना पाए, तो दूसरी पारी में बिना खाता खोले ही पवेलियन लौट गए।
टीम इंडिया की विराट कोहली पर निर्भरता
शुरुआती विकेट गिरने के बाद कोई भी बल्लेबाज टिक कर नहीं खेल पाया और टीम इंडिया पूरी तरह से कप्तान विराट पर निर्भर नजर आई। पहली पारी में कोहली के अलावा चेतेश्वर पुजारा ने शतक लगाकर टीम इंडिया की लाज बचाई, वहीं दूसरी पारी में कोहली के अलावा अजिंक्य रहाणे ने 51 रनों की पारी खेली। दूसरी पारी में तो टीम इंडिया चार बल्लेबाज खाता तक नहीं खोल पाए।
प्लेइंग इलेवन के चुनाव में फिर गलती
टीम मैनेजमेंट ने एक बार फिर प्लेइंग इलेवन के सेलेक्शन में गलती की। मैनेजमेंट को पता था कि ओपनर शिखर धवन और केएल राहुल फॉर्म में नहीं, लेकिन उनको फिर भी मौका दिया गया। जबकि उनकी जगह पर पृथ्वी शॉ और करुण नायर का ऑप्शन मौजूद था। इसके अलावा रविचंद्रन अश्विन पूरी तरह से फिट नहीं थे फिर भी उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया। जबकि अश्विन की जगह रविंद्र जडेजा का विकल्प मौजूद था।
नाजुक मौकों का फायदा न उठा पाना
टीम इंडिया कई मौकों को भुनाने में नाकाम रही। पहली पारी में 86 पर 6 विकेट गिरने के बाद इंग्लैंड ने सातवें विकेट के लिए 81 रन और नौवें विकेट के लिए 63 रन जोड़ दिए। यहां भारतीय गेंदबाजों ने निराश किया। इसके बाद दूसरी पारी में भी छठे, सातवें और आठवें विकेट के लिए साझेदारी कर इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने टीम को मुश्किल से उबारा। इसके अलावा टीम इंडिया के बल्लेबाज भी 245 रनों के लक्ष्य का पीछा करने में भी कोई खास फायदा नहीं उठा सके।
ऋषभ पंत और पंड्या का खराब प्रदर्शन
ऋषभ पंत को अनुभवी खिलाड़ी दिनेश कार्तिक की जगह टीम में मौका दिया गया है, लेकिन चौथे टेस्ट में पंत अपने प्रदर्शन से कोई कमाल नहीं कर पाए। इसके अलावा लोअर ऑर्डर में हार्दिक पंड्या ने भी बल्लेबाजी में टीम इंडिया की मुश्किलें बढ़ाई। हार्दिक पहली पारी में सिर्फ 4 रन बना पाए, जबकि दूसरी पारी में खाता भी नहीं खोल पाए। वहीं ऋषभ पंत पहली पारी में खाता नहीं खोल पाए और दूसरी पारी में 18 रन बना पाए, जबकि ऋषभ कैच भी छुटे थे। इसके अलावा हार्दिक पंड्या गेंदबाजी में बेअसर रहे और दोनों पारियों में सिर्फ एक विकेट ले पाए।