टीम इंडिया के बैटिंग कोच के लिए रोचक जंग, जानिए गेंदबाजी, फील्डिंग कोच की रेस में कौन हैं शामिल

India support staff selection: रवि शास्त्री के दोबारा कोच बनने के बाद अब टीम इंडिया के सपोर्ट स्टाफ का चयन होना है, जानिए कौन हैं रेस में शामिल

By अभिषेक पाण्डेय | Published: August 19, 2019 1:35 PM

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ठळक मुद्देभारतीय टीम के सपोर्ट स्टाफ चयन के लिए मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद लेंगे इंटरव्यूबैटिंग कोच पद के लिए संजय बांगड़ को मिल रही है विक्रम राठौर से कड़ी टक्करगेंदबाजी कोच पद के लिए भरत अरुण को वेंकटेश प्रसाद से मिल रही है चुनौती

रवि शास्त्री के पिछले हफ्ते भारतीय टीम का दोबारा कोच बनने के बाद अब सककी नजरें टीम इंडिया के सपोर्ट स्टाफ के चयन पर हैं। सोमवार को मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद की कमिटी बैटिंग, बॉलिंग और फील्डिंग कोच के उम्मीदवारों का इंटरव्यू लेगी।

वर्तमान बॉलिंग कोच भरत अरुण और फील्डिंग कोच और आर श्रीधर अपना पद कायम रखने के लिए पसंदीदा बनकर उभरे हैं। लेकिन बैटिंग कोच संजय बांगड़ को अपना पद बचाने के लिए कड़ी संघर्ष करना पड़ रहा है और उन्हें पूर्व भारतीय टेस्ट ओपनर विक्रम राठौर से कड़ी टक्कर मिल रही है।

रवि शास्त्री का कार्यकाल 2021 टी20 वर्ल्ड कप तक बढ़ा दिया है, ऐसे में उम्मीद की जा रह है कि उनके सपोर्ट स्टाफ का कार्यकाल भी बढ़ा दिए जाए, जिनके कार्यकाल में भारतीय टीम ने तीनों ही विभागों में शानदार प्रदर्शन किया है।

इस दौरान बल्लेबाजों ने तीनों ही विभागों में दमदार प्रदर्शन किया है और भारतीय गेंदबाजी आक्रमण सर्वकालिक सबसे बेहतरीन में से एक बनकर उभरा है, जबकि कोच शास्त्री का मानना है कि भारत की फील्डिंग दुनिया में सर्वश्रेष्ठ है।

बैटिंग कोच संजय बांगड़ को मिल रही सबसे कड़ी टक्कर

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सबसे ज्यादा आवेदन बैटिंग कोच पद के लिए ही आए हैं। संजय बांगड़ अपने कार्यकाल में अच्छे प्रदर्शन के बावजूद वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल में मिली हार के बाद से दबाव में हैं। 

बांगड़ 2014 के बाद से ही टीम के साथ हैं और इस दौरान भारत ने 50 टेस्ट और 119 वनडे मैच खेले हैं और बल्लेबाजों ने क्रमश: 69 और 72 शतक जड़े हैं।

विक्रम राठौर दे रहे हैं संजय बांगड़ को कड़ी चुनौती

वहीं भारत के लिए 6 टेस्ट और 7 वनडे खेलने वाले विक्रम राठौर को मजबूत समर्थन प्राप्त है। इस साल की शुरुआत में उन्हें राहुल द्रविड़ के सपोर्ट स्टाफ के तौर पर भारत की अंडर-19 और भारत ए टीम का बैटिंग कोच बनना था, लेकिन हितों के टकराव की वजह से वह ये पद हासिल करने से चूक गए। 

विक्रम राठौर के रिश्तेदार आशीष कपूर जूनियर चयन समिति के अध्यक्ष हैं। वह हाल ही में द्रविड़ के एनसीए प्रमुख बनने पर बैटिंग कोच के लिए शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों में शामिल थे।

बैटिंग कोच के लिए जिन अन्य भारतीय उम्मीदवारों ने आवेदन किया है उनमें रॉबिन सिंह, अमोल मजूमदार, ऋषिकेश कानितकर, लालचंद राजपूत, मिथुन मन्हास और प्रवीण आमरे शामिल हैं। इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज जोनाथन ट्रॉट और मार्क रामप्रकाश उन विदेशी उम्मीदवारों में शामिल हैं, जिन्होंने इस पद के लिए आवेदन किया है।

गेंदबाजी कोच भरत अरुण के सामने वेंकटेश प्रसाद की चुनौती

वहीं गेंदबाजी कोच भरत अरुण को सबसे कड़ी चुनौती वेंकटेश प्रसाद से मिल रही है, जो 2007-2009 तक टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच रह चुके हैं। भारत के पूर्व हाएं हाथ के स्पिनर सुनील जोशी भी रेस में हैं, जो इस वर्ल्ड कप तक बांग्लादेश के गेंदबाजी कोच थे।

इनमें से सिर्फ फील्डिंग कोच पर विदेशी की नियुक्ति हो सकती हैं, क्योंकि इस पद के लिए महान फील्डर रहे दक्षिण अफ्रीका के जोंटी रोड्स ने आवेदन किया है। आर श्रीधर पिछले पांच सालों से भारतीय टीम के फील्डिंग कोच हैं। 

इन तीनों पदों के लिए बड़ी संख्या में उम्मीदवारों का इंटरव्यू लिया जाना है, ऐसे में ये प्रक्रिया पूरी होने में तीन से चार दिन का समय लग सकता है।

कपिल देव, अंशुमान गायकवाड़ और शांता रंगास्वामी की क्रिकेट अडवायजरी कमिटी (सीएसी) ने सपोर्ट स्टाफ की चयन प्रक्रिया में भी शामिल होने की इच्छा जताई थी, लेकिन ऐसा होने की संभावना नहीं है। 

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