Highlightsपहले मैच में जीत दर्ज कर भारत 3 मैचों की सीरीज में 1-0 से आगे हो गया। भारत ने 8 विकेट से जीत दर्ज की। दूसरा मैच 19 दिसंबर को खेला जाएगा।
Ind vs SA 1st ODI: भारत ने 8 विकेट से जीत हासिल कर दक्षिण अफ्रीका को करारी शिकस्त दी। दक्षिण अफ्रीका को पूरी तरह से मात दे दी। तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह और आवेश खान ने 10 में से 9 विकेट झटक लिए। पहले मैच में जीत दर्ज कर भारत 3 मैचों की सीरीज में 1-0 से आगे हो गया। भारत ने 8 विकेट से जीत दर्ज की। दूसरा मैच 19 दिसंबर को खेला जाएगा।
पहले एकदिवसीय में रिकॉर्ड की बारिश हो गई है। अर्शदीप सिंह को प्लेयर ऑफ द मैच घोषित किया गया। अपने शुरुआती तीन वनडे में एक भी विकेट लेने में विफल रहे अर्शदीप ने 10 ओवर के कोटे में 37 रन देकर पांच विकेट लिये जबकि आवेश ने आठ ओवर में 27 रन पर चार विकेट चटकाये। साई सुदर्शन वनडे डेब्यू पर 50+ रन बनाने वाले 17वें भारतीय हैं।
गेंद शेष रहने के लिहाज से दक्षिण अफ्रीका की वनडे में सबसे बड़ी हारः
215 बनाम इंग्लैंड, नॉटिंघम, 2008
200 बनाम भारत, जोहान्सबर्ग, 2023*
188 बनाम ऑस्ट्रेलिया, सिडनी, 2002
185 बनाम भारत, दिल्ली, 2022
गेंद शेष रहने के मामले में भारत की सबसे बड़ी वनडे जीतः
263 बनाम एसएल, कोलंबो आरपीएस, 2023 *
231 बनाम केन्या, ब्लोमफ़ोन्टेन, 2001
211 बनाम वेस्टइंडीज, तिरुवनंतपुरम, 2018
200 बनाम दक्षिण अफ्रीका, जोहान्सबर्ग, 2023*
वनडे डेब्यू में 50+ रन बनाने वाले भारतीय ओपनरः
86 - रॉबिन उथप्पा बनाम इंग्लैंड, 2006
100* - केएल राहुल बनाम ZIM, 2016
55* - फ़ैज़ फ़ज़ल बनाम ZIM, 2016
55* - साई सुदर्शन बनाम एसए, 2023*।
एक सफलता कुलदीप यादव (तीन रन पर एक विकेट) को मिली। विश्व कप के बाद अपना पहला एकदिवसीय खेल रहे भारत ने 27.3 ओवर के अंदर महज 116 रन पर दक्षिण अफ्रीका की पारी को समेटने के बाद सिर्फ 16.4 ओवर में दो विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर लिया।
राष्ट्रीय टीम के लिए पदार्पण कर रहे साई सुदर्शन ने लक्ष्य का पीछा करने के दौरान अपनी बल्लेबाजी से प्रभावित करते हुए 43 गेंद में नौ चौके की मदद से नाबाद 55 रन बनाये। उन्होंने श्रेयस अय्यर के साथ दूसरे विकेट के लिए 73 गेंद में 88 रन की साझेदारी की। अय्यर ने 45 गेंद की पारी में छह चौके और एक छक्के की मदद से 52 रन बनाये।
बायें हाथ के बल्लेबाज सुदर्शन ने तेज गेंदबाजों के खिलाफ कुछ शानदार ड्राइव और बैकफुट पंच लगाने के साथ स्पिनरों के खिलाफ कदमों का अच्छा इस्तेमाल कर यह दर्शाया की भारतीय क्रिकेट जगत में उन्हें भविष्य का खिलाड़ी क्यों माना जा रहा है। अय्यर इस मैच के बाद टेस्ट टीम से जुड़ जायेंगे और उन्होंने भी अपने मौके का पूरा फायदा उठाकर आक्रामक बल्लेबाजी की।
दक्षिण अफ्रीका के लिए एंडिले फेहलुकवायो ने 33 और सलामी बल्लेबाज टोनी डी जोरजी ने 28 रन का योगदान दिया। मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी में युवा भारतीय तेज गेंदबाजों के सामने दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज असहज नजर आये।
अर्शदीप, आवेश और मुकेश कुमार (सात ओवर में बिना किसी सफलता के 46 रन) की तिकड़ी ने इस मैच से पहले कुल सात विकेट लिये थे लेकिन इस मैच में ही उन्होंने नौ विकेट साझा किये। मुकेश को हालांकि किस्मत का साथ नहीं मिला। पारी की पहली ही गेंद पर पगबाधा की उनकी अपील को मैदानी अंपायर ने खारिज कर दिया और टीम ने रिव्यू नहीं लेने का फैसला किया।
रीप्ले में हालांकि रीजा हेंड्रिक्स आउट दिख रहे थे। दक्षिण अफ्रीका की टीम भारत के खिलाफ कोलकाता में अपने पिछले एकदिवसीय (विश्व कप) में महज 83 रन पर आउट हो गयी थी। भारत के लिए विश्व कप फाइनल खेलने वाली टीम के सिर्फ तीन खिलाड़ी कप्तान केएल राहुल, कलाई के स्पिनर कुलदीप और मध्यक्रम के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर इस मैच का हिस्सा है।
ऐसे में टीम के युवा तेज गेंदबाजों ने अपनी प्रतिभा से प्रभावित किया। भारतीय गेंदबाजों ने यह सुनिश्चित किया कि दक्षिण अफ्रीका के ज्यादातर बल्लेबाजों को क्रीज से बाहर निकलने या बैकफुट पर जाने का मौका नहीं मिले। इस दौरान अर्शदीप और आवेश दोनों के पास हैट्रिक विकेट लेने का मौका था लेकिन वे चूक गये।
अर्शदीप पारी के दूसरे ओवर में लगातार गेंदों पर हेंड्रिक्स और रासी वान डर डुसेन को खाता खोले बगैर आउट करने के बाद पावरप्ले के अंदर चार विकेट चटकाये। इसमें आक्रामक बल्लेबाजी करने वाले टोनी डी जोरजी (28) और हेनरिक क्लासेन (06) का विकेट भी शामिल है। जोरजी ने 22 गेंद की अपनी पारी में दो चौके और दो छक्के लगाये।
पावरप्ले के बाद गेंदबाजी आक्रमण पर आये आवेश ने अपनी पहली गेंद पर कप्तान एडेन मार्कराम (12) को अंदर आती गेंद पर बोल्ड किया और फिर अपनी तेज गति से अनुभवी डेविड मिलर (02) को चकमा देकर चलता किया। वियान मुलडर (शून्य) और केशव महाराज (04) को भी आवेश की गति से सामंजस्य बैठाने में परेशानी हुई।
आठवें क्रम के बल्लेबाज फेहलुकवायो ने 33 रन की पारी खेलकर टीम के स्कोर को 100 रन के पार पहुंचाया। वह 49 गेंद की पारी में तीन चौके और दो छक्के लगाने के बाद अर्शदीप सिंह का पांचवां शिकार बने। आखिरी बल्लेबाज तबरेज शम्सी (नाबाद 11) दहाई के आंकड़े में रन बनाने वाले टीम के चौथे बल्लेबाज बने।