क्रिकेट में टेक्नोलॉजी के प्रयोग को लेकर जारी बहस एक बार फिर से छिड़ गई है। भारत और न्यूजीलैंड के बीच ऑकलैंड में खेले जाने वाले दूसरे टी20 के दौरान थर्ड अंपायर शॉन बेग ने न्यूजीलैंड के बल्लेबाज डेरिल मिशेल के बल्ले पर लगी गेंद को भांपने में असफल रहे और उन्हें रन आउट दे दिया।
किवी पारी के छठे ओवर के दौरान क्रुणाल पंड्या की एक गेंद मिशेल के पैड पर लगी और फील्ड अंपायर ने उन्हें आउट दे दिया। बल्लेबाज ने तुरंत ही इस फैसले के खिलाफ डीआरएस (डिसीजन रिव्यू सिस्टम) ले लिया। हॉट स्पॉट में गेंद के बल्ले से टकराने का निशान दिखा।
लेकिन इसके बावजूद थर्ड अंपायर ने फील्ड अंपायर के निर्णय को बरकरार रखते हुए डेरिल मिशेल को एलबीडब्ल्यू आउट दे दिया। अंपायर के इस फैसले से कप्तान केन विलियम्सन और डेरिल मिशेल हैरान रह गए।
कप्तान रोहित शर्मा लाल लाइट जलने के बावजूद मिशेल के क्रीज न छोड़ने पर अंपायर के पास पहुंचे और उनके न जाने का कारण पूछा। आखिरकार मिशेल को आउट होकर मैदान के बाहर जाना पड़ा।
अंपायर ने हॉट स्पॉट के बजाय इस तकनीक का किया प्रयोग
इसकी वजह ये थी कि थर्ड अंपायर ने इस निर्णय के लिए हॉट स्पॉट की जगह स्निको का प्रयोग किया था। स्निको गेंद के पैड से टकराने के लिए ऑडियो सिग्नल का प्रयोग करता है। हॉट स्पॉट में इस बात को जांचने के लिए इंफ्रारेड थर्मल इमेजिंग का प्रयोग होता है।
लेकिन इस फैसले ने फैंस और कई क्रिकेट विशेषज्ञों को हैरान कर दिया और उन्होंने मिशेल के बैट पर गेंद लगने के बावजूद उन्हें LBW देने के फैसले पर हैरानी जताई।
न्यूजीलैंड ने इस मैच में टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए कोलिन डि ग्रैंडहोम के 50 और रॉस टेलर की 42 रन की पारियों की मदद से 20 ओवर में 8 विकेट पर 158 रन बनाए। न्यूजीलैंड ने पहला टी20 80 रन से जीता था।