IND vs ENG, 3rd Test: शानदार, बेमिसाल और इतिहास, तीसरे टेस्ट में टूटे रिकॉर्ड, टीम इंडिया की जीत के 5 बड़े कारण

IND vs ENG, 3rd Test: विशाखापत्तनम में दूसरे टेस्ट मैच में 209 रन बनाने वाले जायसवाल ने नाबाद 214 रन आकर्षक पारी खेली जिसकी मदद से भारत ने अपनी दूसरी पारी चार विकेट पर 430 रन पर समाप्त घोषित करके इंग्लैंड के सामने असंभव लक्ष्य रखा।

By सतीश कुमार सिंह | Published: February 18, 2024 08:17 PM2024-02-18T20:17:23+5:302024-02-18T20:20:22+5:30

IND vs ENG, 3rd Test Brilliant unmatched history records broken in third test 5 big reasons for Team India's victory | IND vs ENG, 3rd Test: शानदार, बेमिसाल और इतिहास, तीसरे टेस्ट में टूटे रिकॉर्ड, टीम इंडिया की जीत के 5 बड़े कारण

file photo

googleNewsNext
Highlightsएक टेस्ट पारी में सर्वाधिक छक्के लगाने के रिकॉर्ड की बराबरी की। भारत ने अपनी पहली पारी में 445 रन बनाकर इंग्लैंड को 319 रन पर आउट कर दिया था। जायसवाल ने अपनी 236 गेंद की पारी में 14 चौके और 12 छक्के लगाए।

IND vs ENG, 3rd Test: शानदार, बेमिसाल और इतिहास। राहुल की युवा ब्रिगेड ने राजकोट में धमाल कर दिया। शरद ऋतु की पहली लाल पत्तियां की तरह रंग घोल दिया। भारत की इससे पहले रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत 372 रन की थी जो उसने 2021 में मुंबई में न्यूजीलैंड के खिलाफ हासिल की थी। इंग्लैंड के खिलाफ यह किसी भी टीम की दूसरी सबसे बड़ी जीत है। भारतीय धरती पर रनों के लिहाज से यह सबसे बड़ी जीत का भी रिकॉर्ड है। विशाखापत्तनम में दूसरे टेस्ट मैच में 209 रन बनाने वाले जायसवाल ने नाबाद 214 रन आकर्षक पारी खेली जिसकी मदद से भारत ने अपनी दूसरी पारी चार विकेट पर 430 रन पर समाप्त घोषित करके इंग्लैंड के सामने असंभव लक्ष्य रखा। भारत ने अपनी पहली पारी में 445 रन बनाकर इंग्लैंड को 319 रन पर आउट कर दिया था। जायसवाल ने अपनी 236 गेंद की पारी में 14 चौके और 12 छक्के लगाए। इस तरह से उन्होंने एक टेस्ट पारी में सर्वाधिक छक्के लगाने के रिकॉर्ड की बराबरी की।

टीम इंडिया की जीत के 5 बड़े कारण

1ः कप्तान रोहित शर्माः रोहित ने शानदार शतक लगा दी। कप्तान ने पहली पारी में 196 गेंद में 131 रन बनाए और टीम के लिए नींव रख दी। शानदार युवा टीम को संभाल कर आगे बढ़े और जीत की इबारत लिख दी। रोहित ने विराट कोहली और केएल राहुल जैसे सीनियर खिलाड़ी के न रहने पर भी जीत दिलाई और सीरीज में भारत को 2-1 से आगे किया।

2ः यशस्वी जायसवालःआज के युवा खिलाड़ी टी20 विस्फोट पर ज्यादा ध्यान देते हैं। लेकिन यशस्वी जायसवाल ने यश कर दिया। यशस्वी ने पहली पारी में भले ही 10 रन बनाए, लेकिन दूसरी पारी में शानदार और धमाल कर 214 नाबाद पारी खेली। 236 गेंद का सामना किया और 14 चौके और 12 छक्के उड़ाए। जयसवाल और सरफराज खान के बीच सिर्फ 26.2 ओवरों में 172 रनों की साझेदारी की।

3ः सरफराज खानः सरफराज खान की बात निराली है। डेब्यू मैच की दोनों पारी में अर्धशतक जमाकर चयनकर्ता को बता दिया की आप मुझे लाने में देर की। खान ने इंग्लैंड बॉजबॉल के सामने कई रिकॉर्ड बनाया। खान ने पहली पारी में 62 और दूसरी पारी में नाबाद 68 रन बनाए। अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे सरफराज ने मैच में लगातार दूसरा अर्धशतक जमाया।

4ः रविंद्र जडेजाः राजकोट के राजा रविंद्र जडेजा ने कमाल कर दिया और कई रिकॉर्ड बनाया। जडेजा ने पहली पारी में 112 रन बनाए। दोनों पारी में 7 विकेट झटके। जडेजा को प्लेयर ऑफ द मैच घोषित किया गया। जडेजा ने बताया कि क्यों उन्हें भारतीय टीम में सर्वश्रेष्ठ हरमनमौला कहा जाता है। 

5ः रविचंद्रन अश्विनः अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन शुक्रवार को यहां इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे क्रिकेट टेस्ट के दौरान पूर्व कप्तान अनिल कुंबले के बाद 500 टेस्ट विकेट हासिल करने वाले दूसरे भारतीय गेंदबाज बने। अश्विन यह उपलब्धि हासिल करने वाले सिर्फ तीसरे ऑफ स्पिनर हैं। वह कुंबले के बाद भारत के दूसरे सबसे सफल टेस्ट गेंदबाज भी हैं। कुंबले के नाम 619 टेस्ट विकेट दर्ज हैं।

अश्विन से पहले संन्यास ले चुके श्रीलंका के महान ऑफ स्पिनर मुथैया मुरलीधरन (800) और ऑस्ट्रेलिया के ऑफ स्पिनर नाथन लियोन (517 विकेट) यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं। अश्विन टेस्ट क्रिकेट में 500 विकेट के आंकड़े को छूने वाले दुनिया के नौवें गेंदबाज हैं। वर्ष 2011 में पदार्पण करने वाले अश्विन ने अपने 98वें टेस्ट में यह उपलब्धि हासिल की।

चेन्नई के इंजीनियरिंग स्नातक अश्विन ने शीर्ष क्रम के बल्लेबाज के रूप में शुरुआत की और ऑफ स्पिनर की भूमिका निभाने से पहले मध्यम गति की गेंदबाजी में भी हाथ आजमाया। किशोरावस्था में पीठ की चोट के कारण उन्हें स्पिन गेंदबाजी को अपनाना पड़ा। कुंबले और हरभजन सिंह के युग के बाद अश्विन से काफी उम्मीदें थीं और उन्होंने निराश नहीं किया।

उन्होंने अपने शुरुआती 16 टेस्ट मैच में नौ बार पारी में पांच या इससे अधिक विकेट लिए और सबसे तेज 300 विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए। अश्विन ने छोटे प्रारूपों में भी अपनी योग्यता साबित की है। उन्होंने 116 एकदिवसीय मैचों में 156 विकेट जबकि 65 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 72 विकेट लिए हैं।

Open in app