CWC 2019: इन 5 कारणों से टूटा भारत का फाइनल का सपना, जानिए क्यों मिली सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से हार

ICC World Cup 2019: IND vs NZ: भारतीय टीम को वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के हाथों 18 रन से मिली शिकस्त, जानिए हार के 5 प्रमुख कारण

By अभिषेक पाण्डेय | Published: July 11, 2019 11:46 AM

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ठळक मुद्देभारतीय टीम आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से 18 रन से हारी240 रन के लक्ष्य के जवाब में 221 पर सिमटा भारत, रवींद्र जडेजा (77) और धोनी (50) ही टिक सकेभारत ने महज 5 रन के स्कोर पर रोहित, कोहली और केएल राहुल के विकेट गंवा दिए थे

भारतीय टीम आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल में बुधवार को न्यूजीलैंड से 18 रन से हारकर टूर्नामेंट से बाहर गई। जीत के लिए मिले 240 रन के जवाब में भारतीय टीम 49.3 ओवरों में 221 रन पर सिमट गई। 

भारत के लिए रवींद्र जडेजा ने 77 और एमएस धोनी ने 50 रन की अर्धशतकीय पारियां खेलीं और सातवें विकेट के लिए 116 रन जोड़े, लेकिन ये नाकाफी साबित हुए। 

इस टूर्नामेंट के लीग चरण में 9 में से 7 मैच जीतते हुए पॉइंट्स टेबल में पहले स्थान पर रहते हुए सेमीफाइनल में पहुंचने वाली टीम इंडिया आखिर सेमीफाइनल में अपने से कम रैंक वाली टीम से कैसे हार गई? आइए एक नजर डालें उन 5 बड़े कारणों पर जिसकी वजह से टूटा टीम इंडिया का तीसरी बार सेमीफाइनल खेलने का सपना।

सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से टीम इंडिया की हार के 5 बड़े कारण

1.टीम इंडिया के टॉप ऑर्डर का ढहना: 240 रन के लक्ष्य के जवाब में भारत ने महज 5 रन के स्कोर पर रोहित (1), कोहली (1) और केएल राहुल (1) के विकेट गंवा दिए। ये वनडे में भारत के टॉप-3 बल्लेबाजों का सबसे खराब प्रदर्शन का रिकॉर्ड है। इन तीन टॉप बल्लेबाजों के सस्ते में आउट होने के झटके से टीम इंडिया अंत तक नहीं उबर सकी। 

2.न्यूजीलैंड की दमदार गेंदबाजी: महज 240 रन के लक्ष्य का बचाव करने उतरी किवी टीम के गेंदबाजों ने परिस्थतियों को भरपूर फायदा उठाया। मैट हेनरी (37/3) और ट्रेंट बोल्ट (42/2) ने पहले 10 ओवर में 24 रन के स्कोर तक ही भारत के 4 विकेट झटकते हुए मैच लगभग वहीं खत्म कर दिया था। रही-सही कसर मिशेल सैंटनर (34/2) ने चतुराई भरी गेंदबाजी करते हुए ऋषभ पंत और हार्दिक पंड्या को आउट करके पूरी कर दी।

3.धोनी का बैटिंग क्रम में नीचे आना: भारत के टॉप ऑर्डर के ढहने के बाद उसे एक ऐसे बल्लेबाज की जरूरत थी, जो समझदारी से खेलते हुए एक मजबूत साझेदारी बनाता। लेकिन धोनी को सातवें नंबर पर उतारने का फैसला गलत साबित हुए। अगर धोनी बैटिंग क्रम में ऊपर खेलने आते तो पंत और पंड्या जैसे बल्लेबाजों को समझदारी से बैटिंग की सलाह दे सकते थे। धोनी के साथ होने का असर रवींद्र जडेजा पर दिखा और इन दोनों ने 116 रन की साझेदारी करते हुए भारत के लिए उम्मीदें जगा दी थी।

4.बारिश ने बिगाड़ा खेल: भारतीय गेंदबाजों ने टॉस हारने के बावजूद किवी बल्लेबाजों पर मजबूत पकड़ बना ली थी। लेकिन बारिश की वजह से टीम इंडिया की लय टूटी और मैच के अगले दिन खिसकने से किवी खिलाड़ियों को भी तरोताजा होने का मौका मिल गया। साथ ही बारिश ने विकेट को गेंदबाजों के लिए फिर से कहीं बेहतर बना दिया था, जिसका किवी गेंदबाजों ने बाखूबी फायदा उठाया।

5.न्यूजीलैंड की शानदार फील्डिंग: ने सिर्फ गेंदबाजी बल्कि फील्डिंग में भी न्यूजीलैंड के खिलाड़ियों ने कोई कसर नहीं छोड़ी। किवी विकेटकीपर टॉम लैथम ने रोहित और केएल राहुल के कैच लपकने में कोई गलती नहीं की। वहीं जेम्स नीशम ने यादगार कैच पर दिनेश कार्तिक को लौटाया और फिर मार्टिन गप्टिल ने जिस बेहतरीन थ्रो पर धोनी को रन आउट किया, उसने टीम इंडिया की जीत की उम्मीदें खत्म कर दीं।  

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