स्टुअर्ट ब्रॉड की मनोवैज्ञानिकों से अपील, हमारे खिलाड़ियों को खाली मैदान में अच्छा खेलने के काबिल बनाइए

इंग्लैंड-वेस्टइंडीज के बीच 8 जुलाई से शुरू हो रही तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला के जरिये अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट फिर शुरू होगा। ये मैच जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में खेले जायेंगे और मैदान पर दर्शक नहीं होंगे...

By भाषा | Published: June 29, 2020 1:02 PM

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स्टुअर्ट ब्रॉड ने इंग्लैंड टीम के खेल मनोवैज्ञानिकों से खिलाड़ियों को मानसिक रूप से इस तरह ढालने में मदद करने की अपील की है, जिससे वे कोरोना वायरस महामारी के बीच अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की बहाली होने पर खाली मैदानों में अच्छा प्रदर्शन कर सकें। 

मनोवैज्ञानिकों से अपील: ब्रॉड ने एक वीडियो कांफ्रेंस में कहा, ‘‘ये मैच अलग होंगे क्योंकि दर्शक ही नहीं होंगे। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मानसिक रूप से कठिन चुनौती होगा और हर खिलाड़ी को उसके लिये पूरी तरह से तैयार रहना होगा। मैंने अपने खेल मनोवैज्ञानिकों से बात की है कि वे मानसिक रूप से इस तरह से ढालने में मदद करें कि हम नये माहौल में भी अच्छा प्रदर्शन कर सकें।’’ 

ब्रॉड ने कहा, ‘‘अगर आप मेरे सामने एशेज मैच और सत्र से पहले का दोस्ताना मैच रखें तो मुझे पता है कि मेरा प्रदर्शन किसमें बेहतर होगा। मुझे यह तय करना होगा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में जज्बात पर नियंत्रण रखना है और इस पर हम इस महीने की शुरूआत से ही काम कर रहे हैं।’’ 

बेन स्टोक्स पहली बार संभालेंगे कमान: बेन स्टोक्स पहले टेस्ट में पहली बार इंग्लैंड की कप्तानी करेंगे और ब्रॉड का मानना है कि उन्हें इसमें कोई दिक्कत नहीं आयेगी। ब्रॉड ने कहा कि स्टोक्स के पास क्रिकेट की जबर्दस्त समझ रखने वाला दिमाग है जिससे उन्हें जो रूट की जगह कप्तानी करने में मदद मिलेगी। रूट अपने दूसरे बच्चे के जन्म के कारण पहला टेस्ट नहीं खेल सकेंगे।

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