Highlightsइंग्लैंड के स्टार पुरुष क्रिकेटरों ने कोरोना के खिलाफ जंग के लिए दिए 5 लाख पौंडमहिला क्रिकेटरों ने तीन महीने के लिए अपनी सैलरी में स्वेच्छा से कटौती स्वीकार की है
इंग्लैंड के क्रिकेटरों ने कोरोना वायरस के खिलाफ जंग के लिए बड़ा कदम उठाया है। इंग्लैंड के केंद्रीय अनुबंधित पुरुष खिलाड़ियों ने इस महामारी के खिलाफ जंग के लिए इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) को 5 लाख पौंड (करीब 47 करोड़ रुपये) का दान करने का फैसला किया है जबकि महिला टीम ने अप्रैल, मई और जून महीने की अपनी सैलरी में स्वेच्छा से की पेशकश की है। पांच लाख पाउंड का ये दान पुरुष क्रिकेटरों की सैलरी में 20 प्रतिशत कटौती के बराबर है जबकि महिला क्रिकेटरों ने तीन महीने के वेतन में कटौती का प्रस्ताव रखा है।
प्रोफेशनल क्रिकेटर्स एसोसिएशन (पीसीए) ने एक बयान में कहा, 'इंग्लैंड के पुरुष अनुबंधित क्रिकेटरों के साथ बैठक के बाद, 'खिलाड़ियों ने ईसीबी को नेक काम के लिए 5 लाख पौंड का प्रारंभिक दान करने पर सहमति व्यक्त की है।'
खिलाड़ियों का ये फैसला इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड के मुख्य कार्यकारी टॉम हैरिसन के स्वेच्छा 25 प्रतिशत वेतन कटौती लेने के लिए की घोषणा के बाद आया है।
मंगलवार को हैरिसन ने COVID-19 के प्रकोप के जवाब ECB की ओर 61 मिलियन पाउंड (USD 76 मिलियन) के सहायता पैकेज का ऐलान किया। कोरोना की वजह से अंग्रेजी सत्र की शुरुआत 28 मई तक टल गई है और साथ ही इसने कमाई के लिहाज से अहम वेस्टइंडीज, पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के आगामी दौरों पर भी संशय के बादल ला दिए हैं।
इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने कहा, 'वर्तमान हालात में वेतन कटौती जरूरी'
इसमें कहा गया है, 'खिलाड़ियों द्वारा अगले सप्ताह धर्मार्थ दान का सटीक विवरण तय किया जाएगा।'
इंग्लैंड की महिला टीम की कप्तान, हीथर नाइट ने कहा: 'सभी खिलाड़ियों को लगा कि वर्तमान परिस्थिति वेतन में कटौती ही सही प्रतिक्रिया है जो हमारे सहायक कर्मचारी भी कर रहे हैं। हम जानते हैं कि वर्तमान स्थिति का खेल और हम पर क्या प्रभाव पड़ रहा है। हम जितना संभव हो उतना मदद करना चाहते हैं। हम ईसीबी के साथ आगे के तरीकों पर चर्चा करेंगे जिससे हम आने वाले हफ्तों में खेल में मदद कर सकते हैं।'
कोरोनवायरस ने दुनिया भर में 1,030,000 से अधिक लोग संक्रमित किया है और 54,000 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। कोरोनवायरस वायरस महामारी के ब्रिटेन में 34,000 से अधिक मामले सामने आए हैं और देश की 2,900 से अधिक लोगों की मौत हुई है।