Eng vs Aus, 3rd Test: जो रूट की संघर्षपूर्ण पारी से इंग्लैंड को अब भी जीत की उम्मीद, बनाने होंगे और 203 रन

ऑस्ट्रेलियाई टीम अगर इस मुकाबले को जीत जाती है तो पांच मैचों की सीरीज में उसे 2-0 की बढ़त मिल जाएगी और वे एशेज ट्रॉफी को अपने पास रखेंगे।

By सुमित राय | Published: August 25, 2019 12:48 AM

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ठळक मुद्देइंग्लैंड ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक दूसरी पारी में 3 विकेट के नुकसान पर 156 रन बना लिए थे।इंग्लैंड को इस मैच को जीतने और सीरीज में बराबरी करने के लिए और 203 रनों की जरूरत है।ऑस्ट्रेलियाई टीम ने इंग्लैंड को जीत के लिए 359 रनों का मुश्किल लक्ष्य दिया है।

इंग्लैंड के कप्तान जो रूट और जो डेनली की संघर्षपूर्ण बल्लेबाजी से इंग्लैंड ने एशेज श्रृंखला के तीसरे मैच के तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक अपनी दूसरी पारी में तीन विकेट के नुकसान पर 156 रन बना लिए थे। इंग्लैंड को इस मैच को जीतने और सीरीज में बराबरी करने के लिए और 203 रनों की जरूरत है।

लंच के बाद दूसरे सत्र में ऑस्ट्रेलिया ने चार गेंद के अंदर दोनों सलामी बल्लेबाजों के विकेट चटका दिए और इंग्लैंड का स्कोर दो विकेट पर मात्र 15 रन था। जिसके बाद ऐसा लगा की टीम पहली पारी की तरह दूसरी पारी में भी लड़खड़ा जाएगी, लेकिन रूट और डेनली ने पारी को संभाला।

टी ब्रेक के बाद जो डेनली (50) अर्धशतक लगाकर हेजलवुड की गेंद पर विकेट के पीछे टिम पेन को अपना कैच थमा बैठे। इससे पहले सलामी बल्लेबाज रोरी बर्न्स सात रन बनाकर जोश हेजलवुड का शिकार बने थे तो वहीं पैट कमिंस ने जेसन रॉय (आठ) को बोल्ड किया था। पहली पारी में खाता खोले बगैर आउट होने वाले जो रूट 75 रन पर बल्लेबाजी कर रहे हैं, जबकि डेनली के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने आए बेन स्टोक्स दो रन बनाकर खेल रहे थे।

इससे पहले मार्नस लाबुशेन (80) शतक बनाने से चूक गए, लेकिन उनकी दमदार पारी की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में 246 रन बनाए। लाबुशेन ने पारी में भी 74 रन बनाए थे। सीरीज के दूसरे मुकाबले में स्थानापन्न खिलाड़ी के तौर पर दूसरी पारी में मैदान पर उतरने वाले लाबुशेन की यह लगातार तीसरी अर्द्धशतकीय पारी है।

इंग्लैंड को जीत के लिए 359 रन का मुश्किल लक्ष्य मिला है। ऑस्ट्रेलियाई टीम अगर इस मुकाबले को जीत जाती है तो पांच मैचों की सीरीज में उसे 2-0 की बढ़त मिल जाएगी और वे एशेज ट्रॉफी को अपने पास रखेंगे।

हेडिंग्ले के मैदान पर सिर्फ तीन बार किसी टीम का चौथी पारी में 300 से ज्यादा रन का लक्ष्य हासिल करने का रिकॉर्ड है। ऑस्ट्रेलिया (1948 में तीन विकेट पर 404), इंग्लैंड (2001 में चार विकेट पर 315 रन) और वेस्टइंडीज ने दो साल पहले पांच विकेट पर 322 रन बनाए थे।

इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने दिन की शुरुआत छह विकेट पर 171 रन से की, जब लाबुशेन 53 रन और जेम्स पैटिनसन दो रन बनाकर खेल रहे थे। लाबुशेन ने दिन की शुरुआत स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंद पर शानदार चौके के साथ की। इसके बाद हालांकि उन्हें भाग्य का साथ भी मिला जब विकेटकीपर बेयरस्टो ने उनका मुश्किल कैच छोड़ दिया। उन्हें इससे पहले 14 और 42 रन पर भी जीवनदान मिला था।

लाबुशेन और पैटिनसन की सातवें विकेट के लिए 51 रन की साझेदारी को जोफ्रा आर्चर ने तोड़ा। लाबुशेन जब 70 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे तब आर्चर की गेंद उनके हेलमेट में लगी लेकिन उन्होंने इसके बाद अपरकट से चौका लगाकर दवाब कम किया। लाबुशेन की 80 रन की पारी का अंत रन आउट से हुआ। नाथन लियोन (नौ) आउट होने वाले आखिरी बल्लेबाज रहे जो जोफ्रा आर्चर का शिकार बने। इंग्लैंड के लिए तीन विकेट लेने वाले बेन स्टोक्स सबसे सफल गेंदबाज रहे। आर्चर और ब्राड को दो-दो सफलता मिली।(भाषा से इनपुट के साथ)

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