उपचुनाव: 10 राज्यों की 54 विधानसभा सीटों के लिए मतदान जारी

By भाषा | Published: November 03, 2020 3:47 PM

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भोपाल/लखनऊ/ अहमदाबाद, तीन नवम्बर कोरोना वायरस वैश्विक महामारी को लेकर डर के बावजूद हजारों लोग मंगलवार सुबह देश के 10 राज्यों की 54 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए मतदान केंद्रों के बाहर पंक्तियों में खड़े हुए।

जिन सीटों पर उपचुनाव हो रहा है, उनमें मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटें भी शामिल हैं, जहां अपनी सरकार बचाने के लिए कांग्रेस के साथ भाजपा का कड़ा मुकाबला है।

अधिकारियों ने बताया कि कोविड-19 महामारी के कारण उपचुनावों के लिए व्यापक प्रबंध किये गये हैं। इन प्रबंधों में चुनाव कर्मियों के लिए निजी सुरक्षा उपकरण (पीपीई), भीड़ एकत्र होने से बचने के लिए अधिक मतदान केन्द्र, थर्मल स्क्रीनिंग, सैनिटाइजर, मतदाताओं के लिए मास्क एवं दस्ताने और सामाजिक दूरी सुनिश्चित करना शामिल है।

उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़, झारखंड और नगालैंड को छोड़कर अन्य राज्यों में मतदान सुबह सात बजे आरंभ हुआ, जो शाम छह बजे तक चलेगा। जो मतदाता कोविड-19 से संक्रमित हैं, उन्हें अंतिम घंटों में मतदान करने की अनुमति दी जायेगी।

मतगणना 10 नवम्बर को होगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपील की कि लोग बड़ी संख्या में आकर मतदान करें।

उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘आज, भारत के विभिन्न स्थानों में उपचुनाव हो रहा है। मैं अपील करता हूं कि बड़ी संख्या में मतदाता इन सीटों के लिए मतदान करें और लोकतंत्र को मजबूत बनाएं।’’

भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने अपील की कि बड़ी संख्या में आकर मतदाता मताधिकार का प्रयोग करें।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और हरियाणा के उनके समकक्ष मनोहर लाल खट्टर ने भी मतदाताओं से मतदान करने की अपील की।

उत्तर प्रदेश और हरियाणा :

उत्तर प्रदेश में सात विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव के लिए पूर्वाह्न 11 बजे तक 18 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। हरियाणा में शुरुआती घंटों में मतदान का प्रतिशत कम रहा।

उत्तर प्रदेश की सातों सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव में निर्दलीय समेत कुल 88 उम्‍मीदवार मैदान में हैं। इनमें सर्वाधिक 18 प्रत्‍याशी बुलंदशहर सीट पर हैं।

पिछले सप्‍ताह भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने उपचुनाव के लिए ‘आजाद समाज पार्टी’ के उम्‍मीदवार के पक्ष में बुलंदशहर में अभियान शुरू किया था। चंद्रशेखर के नेतृत्‍व में बनी ‘आजाद समाज पार्टी’ का इस उपचुनाव में पहली बार परीक्षण होगा कि दलित मतदाताओं के बीच उसकी पकड़ कितनी मजबूत है। आजाद समाज पार्टी का उदय भीम आर्मी के राजनीतिक आंदोलन के फलस्‍वरूप हुआ है। आजाद समाज पार्टी ने बुलंदशहर में मोहम्‍मद यामीन को अपना उम्‍मीदवार बनाया है।

जिन सात सीटों पर चुनाव हो रहा है, उनमें नौगांव-सादात सीट भी शामिल है। राज्‍य सरकार में मंत्री रहे पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान के निधन से रिक्‍त हुई नौगांव-सादात सीट पर भाजपा ने उनकी पत्‍नी संगीता चौहान को चुनाव मैदान में उतारा है।

संगीता चौहान ने फर्जी मत डाले जाने का आरोप लगाया है और मांग की है कि ‘बुर्का’ हटाए जाने के बाद ही मतदान की अनुमति दी जाए।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने ‘पीटीआई भाषा’ से कहा कि वह आरोपों की जांच करेंगे।

राज्य में एक अन्य अहम सीट बांगरमऊ (उन्नाव) सीट है, जो कुलदीप सिंह सेंगर के बलात्कार मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद रिक्त हुई थी।

हरियाणा की बरोदा विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए 14 उम्मीदवार मैदान में है, जिनमें भाजपा उम्मीदवार और पहलवान योगेश्वर दत्त भी शामिल हैं। इस सीट के लिए 1.8 लाख मतदाता मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। कांग्रेस विधायक श्री कृष्ण हुड्डा के निधन के बाद अप्रैल में बरोदा सीट रिक्त हो गई थी।

मध्य प्रदेश:

सभी की नजरें मध्य प्रदेश पर टिकी हैं, जहां 28 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के परिणाम प्रदेश में किसी भी दल की सरकार बनाने में अहम साबित हो सकते हैं।

राज्य की 229 सीटों में से 107 विधायक भाजपा के हैं और उसे बहुमत के लिए कम से कम आठ और विधायकों की आवश्यकता है।

जिन 28 सीटों के लिए राज्य में उपचुनाव हो रहा है, उनमें से 27 सीटों पर कांग्रेस के विधायक थे। कुल 25 सीटें कांग्रेस विधायकों के इस्तीफा देकर भाजपा में आने से खाली हुए हैं, जबकि दो सीटें कांग्रेस के विधायकों के निधन से और एक सीट भाजपा विधायक के निधन से रिक्त है।

प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों के उपचुनाव में राज्य के 12 मंत्रियों सहित कुल 355 उम्मीदवार मैदान में हैं।

मध्य प्रदेश, गुजरात और कर्नाटक में भगवा दल 31 ऐसे उम्मीदवारों को खड़ा कर रहा है, जिन्होंने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीता था, लेकिन वे भाजपा में शामिल हो गए थे और उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।

गुजरात:

गुजरात में आठ विधानसभा सीटों के लिए पूर्वाह्न 11 बजे तक औसतन 23.29 प्रतिशत मतदान हुआ। मतदान शाम छह बजे तक जारी रहेगा।

गुजरात में आठ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव कराने की आवश्यकता इसलिये हुयी, क्योंकि इस साल जून में राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था। इनमें से पांच बाद में भाजपा में शामिल हो गये थे और वे फिर चुनाव लड़ रहे हैं।

इसके अलावा, छत्तीसगढ़ (एक), नगालैंड (दो), झारखंड (दो), कर्नाटक (दो), ओडिशा (दो) और तेलंगाना (एक) में भी उपचुनाव जारी हैं।

कर्नाटक:

कर्नाटक में दो विधानसभा सीटों - बेंगलुरु शहरी जिला स्थित राजराजेश्वरी नगर और तुमकुरु जिला स्थित सिरा में मंगलवार को उपचुनाव हो रहा है, जहां कुल 31 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।

सिरा से विधायक बी सत्यनारायण के निधन और आरआर नगर से कांग्रेस के विधायक मुनिरत्ना के इस्तीफा देने के चलते यहां उपचुनाव कराना पड़ रहा है। बी सत्यनारायण जद (एस) से थे।

आरआर नगर में, भाजपा ने कांग्रेस के पूर्व विधायक मुनिरत्ना को अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि कांग्रेस ने पूर्व आईएएस अधिकारी दिवंगत डी के रवि की पत्नी एच कुसुम को टिकट दिया है। वहीं जद (एस) ने वी कृष्णमूर्ति को मैदान में उतारा है।

सिरा में, भाजपा, कांग्रेस और जद(एस) ने क्रमश: डॉ राकेश गौड़ा, पूर्व मंत्री टी बी जयचंद्र और पूर्व (जद-एस) विधायक बी सत्यनारायण की पत्नी अम्माजम्मा को मैदान में उतारा है।

छत्तीसगढ़:

छत्तीसगढ़ में मरवाही विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस और मुख्य विपक्षी भाजपा के बीच मुकाबला है। अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित इस सीट पर आठ उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।

राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन के बाद से यह सीट रिक्त हुई है।

तेलंगाना:

तेलंगाना की दुब्बाक विधानसभा सीट पर 20 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं लेकिन मुख्य मुकाबला टीआरएस, भाजपा और कांग्रेस उम्मीदवारों के बीच है।

टीआरएस के विधायक सोलीपेटा रामलिंगा रेड्डी का इस साल अगस्त में बीमारी के बाद निधन हो गया था जिसके बाद इस सीट पर उपचुनाव की जरूरत हुई। टीआरएस ने उनकी पत्नी सोलीपेटा सुजाता को अपना उम्मीदवार बनाया है।

झारखंड:

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के गृह क्षेत्र दुमका में उनके छोटे भाई बसंत सोरेन और भाजपा के पूर्व कैबिनेट मंत्री लुइस मरांडी के बीच मुकाबला है।

बोकारो जिले की बेरमो सीट पर भाजपा के योगेश्वर महतो और कांग्रेस के अनूप सिंह के बीच सीधा मुकाबला होने की संभावना है।

ओडिशा:

ओडिशा में बीजद और भाजपा तीर्थोल और बालासोर सीटों के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। दोनों पार्टियों ने 2019 के विधानसभा चुनावों में क्रमशः इन सीटों पर जीत हासिल की थी।

नगालैंड:

नगालैंड की दो विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव के लिए आठ उम्मीदवार मैदान में हैं जिनमें से दक्षिणी अंगामी -1 पर तीन उम्मीदवार और पुंग्रो-किफिर सीट पर पांच उम्मीदवार मैदान में है।

नगालैंड की इन सीटों पर सुबह छह बजे मतदान आरंभ हुआ, जो शाम चार बजे तक होगा।

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