सीनियर खिलाड़ियों से मतभेद को लेकर कोचों की छुट्टी पर सीओए ने कहा, 'ये चैपल-गांगुली के जमाने से हो रहा है'

सीओए के कार्यकाल में यह दूसरी बार हुआ है जब राष्ट्रीय कोच ने खिलाड़ियों के विरोध के बाद अपने पद से इस्तीफा दिया है।

By भाषा | Published: July 17, 2018 07:06 PM2018-07-17T19:06:25+5:302018-07-17T19:09:58+5:30

bcci coa chief vinod rai put down coach being exit because of senior players | सीनियर खिलाड़ियों से मतभेद को लेकर कोचों की छुट्टी पर सीओए ने कहा, 'ये चैपल-गांगुली के जमाने से हो रहा है'

Vinod Rai

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नई दिल्ली, 17 जुलाई: प्रशासकों की समिति (सीओए) के प्रमुख विनोद राय ने इस बात से इनकार किया कि भारतीय क्रिकेट में सीनियर खिलाड़ी कोचों के भविष्य को प्रभावित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसमें कुछ भी नया नहीं है। भारतीय महिला क्रिकेट टीम के कोच तुषार अरोठे ने कुछ सीनियर खिलाड़ियों के साथ कथित मतभेदों के कारण पद से हटने का फैसला किया। इन वरिष्ठ खिलाड़ियों ने उनके ट्रेनिंग के तरीके का विरोध किया था, जिसमें कप्तान हरमनप्रीत कौर भी शामिल हैं। 

सीओए के कार्यकाल में यह दूसरी बार हुआ है जब राष्ट्रीय कोच ने खिलाड़ियों के विरोध के बाद अपने पद से इस्तीफा दिया है। पिछले साल पुरूष टीम के मुख्य कोच अनिल कुंबले ने कप्तान विराट कोहली के साथ बहुचर्चित मतभेद के बाद इस्तीफा दे दिया था।  राय ने दिल्ली में सीओए की बैठक के बाद कहा, 'यह ग्रेग चैपल और सौरव गांगुली के समय से होता आ रहा है। इसमें कुछ भी नया नहीं है।' 

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कुंबले और अरोठे दोनों ने अच्छा काम किया लेकिन कुछ प्रभावशाली खिलाड़ी उन्हें कोच के रूप में नहीं देखना चाहते थे तो वे पद पर बरकरार नहीं रह सके। पूर्व भारतीय आफ स्पिनर रमेश पोवार को अंतरिम आधार पर कोच बनाया गया और महिला टीम के लिये एक स्थानीय कोच की नियुक्ति की जायेगी। 

वहीं बीसीसीआई के अधिकारी और तकनीकी समिति के अध्यक्ष सौरव गांगुली 22 जुलाई को कोलकाता में बैठक करेंगे और क्रिकेटरों के डोपिंग परीक्षण कराने के लिये चर्चा करेंगे। बीसीसीआई ने अभी तक राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी के अंतर्गत आने से इनकार किया है और वह अपने क्रिकेटरों की जांच निजी एजेंसी से कराता है। हालांकि विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी के साथ एक बैठक करायी गयी है जिससे आईसीसी पर अतिरिक्त दबाव बन जायेगा कि बीसीसीआई नाडा के अनुसार काम करे। 

बैठक में चर्चा का एक अन्य विषय राज्य लीग जैसे तमिलनाडु प्रीमियर लीग में बाहरी घरेलू खिलाड़ियों की भागीदारी का होगा। उच्चतम न्यायालय ने हाल में टीएनपीएल को इन 16 बाहरी खिलाड़ियों के बिना आयोजन कराने की अनुमति दी थी। 

बीसीसीआई अधिकारी ने कहा, 'हम विभिन्न राज्य लीग में बाहरी खिलाड़ियों को उनके आईपीएल अनुभव के आधार पर अनुमति देने के बारे में विचार करेंगे। अगर वे आईपीएल में नियमित नहीं हैं तो उनके इसमें खेलने के बारे में सोचा जा सकता है लेकिन अगर आप आईपीएल में नियमित हो तो आप इसमें नहीं खेल सकते। वैसे भी एक खिलाड़ी अधिकतम दो लीग में हिस्सा ले सकता है।' 

बीसीसीआई की पिछली विशेष आम बैठक अमान्य मानी गयी थी, जिससे यह देखना होगा कि क्या सीओए कोलकाता में होने वाली इस बैठक को मंजूरी देगा या नहीं। 

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