बॉल टैम्परिंग मामले में एक साल का बैन झेल रहे ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ ऑस्ट्रेलिया पहुंचकर पहली बार मीडिया के सामने आए और अपनी गलती को मानते हुए कहा में काफी निराश हूं और इस बात का अफसोस पूरी उम्र रहेगा। उन्होंने इसके लिए दुनिया भर के क्रिकेट फैंस से माफी मांगी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान स्मिथ कई बार फफक-फफक कर रोए और उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने परिवार को नीचा दिखाया है व अपने माता-पिता को रुलाया है।
स्मिथ के प्रेस कॉन्फ्रेंस ने दुनियाभर के खिलाड़ियों को हिलाकर रख दिया है और क्रिकेट जगत के तमाम खिलाड़ी खुलकर उनके सपोर्ट में आने लगे हैं। इसमें टीम इंडिया के भी कई खिलाड़ी शामिल हैं। भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने भी स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर के खिलाफ लगे आरोपों पर सवाल उठाया कि क्या इन दोनों को वेतन बढ़ाने के मामले में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बगावत करने का खामियाजा भुगतना पड़ा है।
गंभीर ने ऑस्ट्रेलियाई बोर्ड के फैसले पर उठाया सवाल
गंभीर ने अपने ट्विटर पेज पर लिखा, 'क्रिकेट को भ्रष्टाचार मुक्त करने की जरूरत है, लेकिन लगता है कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के खिलाफ प्रतिबंध कुछ कड़े हैं। क्या @stevesmith49 और @davidwarner31 को वेतन बढ़ाने के मामले में बगावत का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। इतिहास गवाह है कि खिलाड़ियों के हितों के लिए खड़े रहने वालों का प्रशासक मजाक बनाते हैं। इसका उदाहरण इयान चैपल हैं।
गंभीर ने ऑस्ट्रेलियाई मीडिया और आम जनता से अपील करते हुए कहा कि वे खिलाड़ियों के परिवारों के बारे में भी सोचे। उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में कहा कि @stevesmith49 के पिता और परिवार के अन्य सदस्यों के लिए दुख है। उम्मीद करता हूं कि मीडिया और ऑस्ट्रेलिया की जनता उनके खिलाफ आक्रामक नहीं होगी क्योंकि परिवार आसान निशाना होते हैं।
उन्होंने कहा कि मैं शायद भावुक हो रहा हूं लेकिन @stevesmith49 मुझे धोखेबाज नजर नहीं आता। आपके बारे में नहीं जानता, लेकिन मैं उसे ऐसे बेताब नेतृत्वकर्ता के रूप में देखता हूं जो अपने देश, अपनी टीम के लिए टेस्ट जीतना चाहता था। हां, उसके तरीकों पर सवालिया निशान है, लेकिन मैं उस पर भ्रष्ट का ठप्पा नहीं लगाऊंगा।
रोहित शर्मा ने किया स्मिथ को सपोर्ट
टीम इंडिया के ओपनर रोहित शर्मा ने ट्विटर पर एक पोस्ट में लिखा, 'स्टीव स्मिथ को जोहान्सबर्ग एयरपोर्ट पर जिस तरह से ट्रीट किया गया वह बिलकुल भी अच्छा नहीं था और सिडनी में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जिस तरह से स्मिथ भावुक हुए वह मेरे दिमाग में घूम रहा है। खेल की भावना अत्यंत महत्वपूर्ण है, इसमें कोई इनकार नहीं करता। स्मिथ ने एक गलती की और उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया। मेरा यहां बैठकर ऑस्ट्रेलियाई बोर्ड के फैसले पर सवाल उठाना अनुचित होगा, लेकिन स्मिथ महान खिलाड़ी हैं और मुझे नहीं लगता कि ये विवाद उन्हें परिभाषित करता है।'
साउथ अफ्रीका के कप्तान ने सजा को बताया ज्यादा
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान फाफ डु प्लेसी ने कहा कि मुझे लगता है स्मिथ और वॉर्नर को दी गई सजा बहुत अधिक है। उन्होंने आगे कहा कि मुझे दिल से उनके लिए बहुत बुरा लग रहा है। मैं एक खिलाड़ी होने के नाते किसी और खिलाड़ी को इस दौर से गुजरते हुए नहीं देखना चाहता हूं।
सचिन ने की ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को समय देने की मांग
सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट जगत से कहा कि वे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी स्टीव स्मिथ, डेविड वार्नर और कैमरन बैनक्रोफ्ट को समय देंगे, जिन्होंने गेंद से छेड़छाड़ प्रकरण में शामिल होने के लिए माफी मांगी है। तेंदुलकर ने ट्विटर पर लिखा, उन्हें अपने किए पर पछतावा है और उन्हें इसके नतीजों के साथ रहना होगा। उनके परिवार के बारे में सोचें, क्योंकि खिलाड़ियों के साथ उनके परिवार को भी यह झेलना होगा। अब समय आ गया है कि हम पीछे हटें और उन्हें थोड़ा समय दें।
क्या है बॉल टैम्परिंग का पूरा विवाद
बता दें कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन टेस्ट के तीसरे दिन ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज बैनक्रॉफ्ट लंच के बाद के सत्र में पैंट की पॉकेट से पीले रंग का टेप गेंद पर रगड़ते हुए कैमरे में पकड़े गए। गेंद को रगड़ने के बाद उन्होंने उस टेप को पॉकेट में छिपा लिया और फिर बार-बार स्क्रिन पर चले रिप्ले के बाद चुपके से उसे पैंट के अंदर छिपाने की कोशिश की। बाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बैनक्रॉफ्ट ने अपनी गलती स्वीकार की। साथ ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्मिथ ने भी माना कि टीम के कुछ खिलाड़ियों ने यह योजना बनाई थी और बतौर कप्तान वह भी इसमें शामिल थे।
स्मिथ ने गंवाई कप्तानी और डेविड वॉर्नर ने उपकप्तानी
विवाद के तूल पकड़ने और फिर ऑस्ट्रेलियाई सरकार के सख्त रवैये के बाद स्टीव स्मिथ ने बॉल टैम्परिंग मामले के अगले दिन कप्तानी और डेविड वॉर्नर ने उपकप्तानी पद से इस्तीफा दे दिया। हालांकि, स्मिथ और वॉर्नर केपटाउन टेस्ट में फील्डिंग के लिए मैदान पर उतरे, लेकिन उसके बाद उन्हें सीरीज से बाहर कर दिया गया। इसके बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अपने जांच में इन खिलाड़ियों को दोषी पाया और स्टीव स्मिथ व डेविड वॉर्नर का एक साल के लिए बैन किया गया। वहीं सलामी बल्लेबाज बैनक्रॉफ्ट को 9 महीने के लिए क्रिकेट से प्रतिबंधित कर दिया गया।
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